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शाहपुर ड्रोन फ्लाइंग स्कूल: तकनीकी शिक्षा निदेशक और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी के बीच MOU साइन - हिमाचल में चार ड्रोन फ्लाइंग स्कूल

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वर्ष 2022-23 के बजट (himachal budget 2022) में राज्य में चार ड्रोन फ्लाइंग स्कूल (Shahpur Drone flying School) स्थापित करने की घोषणा की है. कांगड़ा जिले के शाहपुर में ड्रोन फ्लाइंग स्कूल के लिए तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (IGRU Academy) के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है. यह प्रदेश का पहला ड्रोन फ्लाइंग

Shahpur Drone flying School
शाहपुर ड्रोन फ्लाइंग स्कूल के लिए एमओयू साइन.
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Published : Mar 5, 2022, 7:07 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के शाहपुर में प्रदेश का पहला ड्रोन ट्रेनिंग स्कूल (Shahpur Drone flying School) खोलने की घोषणा सीएम जयराम ठाकुर ने बजट में की थी. शनिवार को प्रधान सचिव (सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा) डॉ. रजनीश ने बताया कि ड्रोन फ्लाइंग स्कूल के लिए तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल और केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्रालय की स्वायतशासी संस्था इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (IGRU Academy) के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है.


कांगड़ा जिले के शाहपुर में खुलने वाला यह संस्थान सरकारी कर्मचारियों के साथ ही आम लोगों का भी ड्रोन के उपयोग के बारे में मार्ग-निर्देशन करेगा और राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएगा. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वर्ष 2022-23 के बजट में हिमाचल में चार ड्रोन फ्लाइंग स्कूल स्थापित करने की घोषणा की है. प्रदेश में ड्रोन सुविधा का उपयोग दवाइयों की आपूर्ति, कृषि, वानिकी, राहत एवं बचाव, निगरानी, यातायात व मौसम संबंधी निगरानी, अग्निशमन, व्यक्तिगत उपयोग, ड्रोन आधारित फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी में किया जा सकेगा. यह प्रदेश में संसक्त, स्वचालित और तीव्र सम्भार तंत्र (लॉजिस्टिक्स) की सुविधा भी प्रदान करेगा.

तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहपुर में उम्मीदवारों को जमीनी प्रशिक्षण के लिए भूमि और भवन तथा सिम्यूलेटर की स्थापना के लिए एक कमरा उपलब्ध करवाया गया है. उन्होंने कहा कि इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी ने राज्य के 100 सरकारी कर्मचारियों को तीन वर्षों के लिए 15 प्रतिशत विशेष रियायत प्रदान करने और राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत बीपीएल श्रेणी के 100 छात्रों एवं प्रशिक्षुओं को तीन वर्षों के लिए श्रेणी एक, लघु, मल्टी-रोटर प्रशिक्षण 55 हजार रुपये व 18 प्रतिशत जीएसटी की दरों पर प्रदान करने का प्रस्ताव दिया है. इस अवसर पर उप-सचिव तकनीकी शिक्षा ललित विक्रम गौतम, अतिरिक्त निदेशक (आईटी) राजीव शर्मा व ड्रोन प्रशिक्षक चिराग शर्मा भी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें: अनुभवहीन हैं CM जयराम, प्रदेश की आर्थिकी का नहीं कोई ज्ञान: कौल सिंह ठाकुर

शिमला: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के शाहपुर में प्रदेश का पहला ड्रोन ट्रेनिंग स्कूल (Shahpur Drone flying School) खोलने की घोषणा सीएम जयराम ठाकुर ने बजट में की थी. शनिवार को प्रधान सचिव (सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा) डॉ. रजनीश ने बताया कि ड्रोन फ्लाइंग स्कूल के लिए तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल और केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्रालय की स्वायतशासी संस्था इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (IGRU Academy) के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है.


कांगड़ा जिले के शाहपुर में खुलने वाला यह संस्थान सरकारी कर्मचारियों के साथ ही आम लोगों का भी ड्रोन के उपयोग के बारे में मार्ग-निर्देशन करेगा और राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएगा. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वर्ष 2022-23 के बजट में हिमाचल में चार ड्रोन फ्लाइंग स्कूल स्थापित करने की घोषणा की है. प्रदेश में ड्रोन सुविधा का उपयोग दवाइयों की आपूर्ति, कृषि, वानिकी, राहत एवं बचाव, निगरानी, यातायात व मौसम संबंधी निगरानी, अग्निशमन, व्यक्तिगत उपयोग, ड्रोन आधारित फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी में किया जा सकेगा. यह प्रदेश में संसक्त, स्वचालित और तीव्र सम्भार तंत्र (लॉजिस्टिक्स) की सुविधा भी प्रदान करेगा.

तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहपुर में उम्मीदवारों को जमीनी प्रशिक्षण के लिए भूमि और भवन तथा सिम्यूलेटर की स्थापना के लिए एक कमरा उपलब्ध करवाया गया है. उन्होंने कहा कि इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी ने राज्य के 100 सरकारी कर्मचारियों को तीन वर्षों के लिए 15 प्रतिशत विशेष रियायत प्रदान करने और राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत बीपीएल श्रेणी के 100 छात्रों एवं प्रशिक्षुओं को तीन वर्षों के लिए श्रेणी एक, लघु, मल्टी-रोटर प्रशिक्षण 55 हजार रुपये व 18 प्रतिशत जीएसटी की दरों पर प्रदान करने का प्रस्ताव दिया है. इस अवसर पर उप-सचिव तकनीकी शिक्षा ललित विक्रम गौतम, अतिरिक्त निदेशक (आईटी) राजीव शर्मा व ड्रोन प्रशिक्षक चिराग शर्मा भी उपस्थित थे.

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