भौतिकी और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान को मिलेगी गति, ISRO और CU के बीच MOU पर हस्ताक्षर - Telescope in Central University
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और इसरो के बीच शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर (MOU signed between ISRO and Central University) किए गए हैं. इसरो हिमाचल प्रदेश में एक टेलीस्कोप लगाने का इच्छुक है. जिससे उच्च-ऊंचाई वाले जियोसिंक्रोनस के आसपास अंतरिक्ष मलबे का पता लगाने और अनुवर्ती कार्रवाई के लिए सहायता मिल सके. वहीं इस टेलीस्कोप की मदद से केंद्रीय विवि के भौतिकी और खगोल विज्ञान विभाग भी अपने अनुसंधान कार्यक्रमों को गति दे पाएगा.
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और इसरो के बीच शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर (MOU signed between ISRO and Central University) किए गए हैं. इसरो हिमाचल प्रदेश में एक टेलीस्कोप लगाने का इच्छुक है. जिससे उच्च-ऊंचाई वाले जियोसिंक्रोनस के आसपास अंतरिक्ष मलबे का पता लगाने और अनुवर्ती कार्रवाई के लिए सहायता मिल सके. वहीं इस टेलीस्कोप की मदद से केंद्रीय विवि के भौतिकी और खगोल विज्ञान विभाग भी अपने अनुसंधान कार्यक्रमों को गति दे पाएगा. आनलाइन हुए इस समझौता ज्ञापन के दौरान दोनों पक्षों से आला अधिकारी भी मौजूद रहे.
इस संबंध में हाल ही में मार्च 2022 के पहले सप्ताह के दौरान, एक आमंत्रित विशेषज्ञ के साथ केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला की टीम और एरीज (ARIES) के डॉ. बृजेश कुमार ने विभिन्न संभावित स्थलों का सर्वेक्षण किया था. जिसमें यह तय किया गया था कि भूमि अधिग्रहण के बारे में चयनित स्थल पर लगभग 3-4 हेक्टेयर का अधिग्रहण किया जाएगा. इस संबंध में हिमाचल सरकार से भी सहयोग का आश्वासन मिला है. इस परियोजना के लिए भूमि, सड़क संपर्क, बिजली, पानी, इंटरनेट के संबंध में, सेलुलर कनेक्शन आदि का सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया गया है.
इस एक मीटर टेलीस्कोप (Telescope in Central University) को 30 डिग्री अक्षांश पर लगाया जाएगा. ऑप्टिकल टेलीस्कोप की स्थापना के लिए लगभग 2000 मीटर की ऊंचाई एवं अन्य निर्धारित मानदंडों के अनुसार 2-3 उपयुक्त साइट्स का चयन किया जाएगा. इसरो द्वारा इस कार्य के लिए साइट सिलेक्शन के लिए फंडिंग प्रदान कर दी गई है. एमओयू साइन होने के बाद विश्वविद्यालय इस राशि का उपयोग कर पाएगा. टेलीस्कोप की स्थापना शोध दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के अलावा एस्ट्रो टूरिज्म के क्षेत्र में भी उपयोगी सिद्ध होगी.
इस मौके पर विवि के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि इसरो द्वारा टेलीस्कोप लगाने से प्रमुख शोध लक्ष्यों के अलावा, हमारा लक्ष्य है कि दुनिया भर के शोधकर्ताओं के लिए डेटा उपलब्ध मुहैया हो. इससे सीयूएचपी के वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं को अपने काम को प्रसार देने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष स्थिति जागरूकता के साथ-साथ अत्याधुनिक अंतरिक्ष और खगोलीय अनुसंधान के लिए भी काफी मदद मिलेगी.
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