नूरपुर/कांगड़ा: पठानकोट मंडी फोरलेन के निर्माण में हो रही देरी को लेकर फोरलेन प्रभावितों ने एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. फोरलेन लोक बॉडी ने सोमवार को प्रभावितों की ओर से केंद्र व प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा है. इस ज्ञापन में के जरिए पठानकोट मंडी फोरलेन निर्माण को जल्द शुरू करने और प्रभावितों को जल्द मुआवजा देने को बात कही गई है.
फोरलेन लोक बॉडी के अध्यक्ष राजेश पठानिया ने बताया कि इस परियोजना के निर्माण कार्य की बात 2015 में शुरू हुई थी और तत्कालीन सांसद शांता कुमार ने इसका बड़ा जोरशोर से प्रचार किया था, लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण कार्य आजतक ठंडे बस्ते में पड़ा है.
जब इसके निर्माणकार्य को लेकर विभाग ने पैमाइश का कार्य शुरू किया था. उस समय प्रभावितों ने बैंकों से किसी दूसरी जगहों पर सैटल होने के लिए कर्जे ले लिए, लेकिन आज पांच वर्ष के बाद भी इसका निर्माणकार्य शुरू नहीं हो पाया है और ना ही प्रभावितों को आज तक मुआवजा मिला है.
इसका परिणाम यह निकल रहा है कि प्रभावितों के कर्ज अदा ना कर पाने की स्थिति में बैंको की ओर से नीलामी के नोटिस थमाए जा रहे हैं. राजेश पठानिया ने कहा कि इसी मांग को लेकर बीते साल उन्होंने 17 दिनों तक चौगान ग्राउंड नूरपुर में आमरण अनशन किया था. इस आमरण अनशन को डीसी कांगड़ा ने तुड़वाया था और उन्हें लिखित में आश्वासन दिया था.
राजेश पठानिया ने कहा कि राष्ट्रपति के भी उन्हें तीन पत्र प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें राष्ट्रपति ने सरकार को प्रभावितों की मांगों को जल्द सुनने और उन्हें जल्द मुआवजा देने की बात कही गई है, लेकिन आज तक सरकार ने इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाया. अब इन्ही मांगों को लेकर वह 13 अक्टूबर को संयुक्त कार्यालय में एक दिन के अनशन पर बैठेंगे.
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