कांगड़ा: जिला कांगड़ा के जिला मुख्यालय धर्मशाला में शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ जिला कांगड़ा द्वारा मुख्य अभियंता (परिचालक) वृत कांगड़ा स्थित धर्मशाला के कार्यलय के प्रांगण में एक गेट मीटिंग का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कापटा उपस्थित रहे. इसके अतिरिक्त जिला के समस्त पदाधिकारी, भारी संख्या में तकनीकी कर्मचारी और पेंशनर भी उपस्थित रहे.
'तत्काल दिए जाएं वेतन और भत्ते': मौके पर मौजूद फील्ड व तकनीकी कर्मचारियों ने सरकार और प्रबंधन भर के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करके अपना रोष व्यक्त किया. इस अवसर पर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए लक्ष्मण कापटा ने बिजली बोर्ड की बदहाली के लिए प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड सरकार का कमाऊ पुत्र होता था, परंतु सरकार और बिजली बोर्ड प्रबंधन की संवेदनहीनता की वजह से आज बिजली बोर्ड बदहाली के आंसू रो रहा है. उन्होंने सरकार और बोर्ड प्रबंधन से मांग की है कि कर्मचारियों और पेंशनरों के वेतन और भत्ते तत्काल प्रभाव से जारी की जाएं और भविष्य में ऐसी रूपरेखा बनाई जाए कि कभी भी कर्मचारी और पेंशनरों को वेतन और पेंशन के लिए सड़कों पर ना आना पड़े.
पूरे प्रदेश में बंद कर दी जाएगी बिजली: वहीं, लक्ष्मण कापटा ने कहा कि इस रविवार को मैं शिमला जाउंगा जहां हमारी बैठक है. इस बैठक में आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर बिजली बोर्ड ने तनख्वाह और पेंशन व जो कर्मचारियों के ड्यू पड़े हैं वो सोमवार तक नहीं दिए गए तो हम डिसाइड करेंगे और पूरे प्रदेश में बिजली बंद कर दी जाएगी. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ेगा और इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी. लक्ष्मण कापटा ने कहा कि 4 दिनों से ज्यादा का समय हो गया अभी तक मुख्यमंत्री ने संज्ञान नहीं लिया.
ये भी पढ़ें- एमडी को हटाने पर अड़े बिजली बोर्ड के कर्मचारी, बोले- आ सकती है ब्लैकआउट की नौबत