धर्मशाला: उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि बाहरी राज्यों से कांगड़ा जिला में आने वाले लोगों को परिवार और सामाज की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 के प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित करनी चाहिए. निर्धारित समय के लिए होम क्वारंटाइन में रहना जरूरी होगा. इसकी निगरानी भी सुनिश्चित की जाएगी.
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि सरकार के दिशा निर्देशों के पश्चात बाहरी राज्यों में फंसे कांगड़ा जिला के नागरिकों को सशर्त आने की अनुमति दी जा रही है. उद्योगों में भी कार्य आरंभ करने के लिए भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं और इस के लिए उद्योग विभाग को आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है.
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कर्फ्यू में ढील के दौरान भी अब सभी लोगों का भी दायित्व बनता है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में स्वयं सजग रहें और समाज को भी कोविड-19 का प्रोटोकॉल करने के लिए जागरूक बनें. उन्होंने कहा कि पठानकोट के एक निजी अस्पताल के कोरोना पॉजिटिव चिकित्सक के संपर्क में आए 13 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं.
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कर्फ्यू में ढील के दौरान दुकानों और बैंकों के बाहर नियमित तौर सामाजिक दूरी के आदेशों को लेकर उठाए गए कदमों का निरीक्षण किया जाएगा और इन आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
डीसी ने कहा कि कोरोना के संक्रमण से बचने का एकमात्र उपाय सामाजिक दूरी है और इस संदेश को बार-बार लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना जरूरी है. कोविड-19 के लिए कांगड़ा जिला में दस नमूना संग्रह केंद्र स्थापित किए गए हैं जिसमें क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, आरपीजीएमसी टांडा, सी एच नगरोटा बगवां, सी एच पालमपुर, सी एच बैजनाथ, सी एच देहरा, सी एच ज्वालामुखी, सीएच शाहपुर, सी एच नूरपुर और सी एच कांगड़ा में स्थापित किये गये हैं ताकि बढ़ रहे संदिग्धों के परीक्षण किये जा सकें.
इन परीक्षण केन्द्रों के खुलने से लोगों को अपने टेस्ट करवाने की घरद्वार ही सुविधा उपलब्ध होगी. इसके अतिरिक्त दो मोबाइल वैन जिले के सभी 13 मेडिकल ब्लॉकों में रोजाना इन्फलुएंजा लाइक इलनेस(फलू) के रोगियों के नमूने एकत्र कर रहे हैं.
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