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ज्वालामुखी: मन्दिर न्यास सदस्यों का पूर्व विधायक संजय रत्न पर पलटवार, दी ये नसीहत

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Published : Jun 16, 2020, 4:10 PM IST

पूर्व विधायक संजय रत्न द्वारा भाजपा कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के बयान पर मन्दिर ट्रस्ट ज्वालाजी की सरकार द्वारा नामित 9 गैर सरकारी सदस्यों ने कड़ा प्रहार करते हुए पूर्व विधायक संजय रत्न को नसीहत दी है कि झूठे और आधारहीन बयान देकर जनता को भृमित करने का प्रयास न करें. न्यास सदस्यों ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में हुए करोड़ों के गड़बड़झाले को लेकर वे जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करेंगे और सरकार से हस्तक्षेप की मांग रखते हुए जल्द जांच पूरी करवाने की प्राथना करेंगे.

jawalamukhi latest news, ज्वालामुखी लेटेस्ट न्यूज
फोटो.

ज्वालामुखी: जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी के पूर्व विधायक संजय रत्न द्वारा भाजपा कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के बयान पर मन्दिर ट्रस्ट ज्वालाजी की सरकार द्वारा नामित 9 गैर सरकारी सदस्यों ने कड़ा प्रहार करते हुए पूर्व विधायक संजय रत्न को नसीहत दी है कि झूठे और आधारहीन बयान देकर जनता को भृमित करने का प्रयास न करें.

उन्होंने कहा है कि पूर्व विधायक अपने कार्यकाल व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान ज्वालामुखी में हुई अनियमितताओं के बारे में अपना पक्ष रखें. उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व विधायक ने अपने चेहते लोगों को गैर कानूनी ढंग से फायदा देने के लिए न केवल उन्हें राजनीतिक संरक्षण दिया बल्कि पूरे 5 साल वे ऐसे लोगों का पोषण करते रहे जिन्होंने भ्रष्टाचार के सिवा कुछ नहीं किया.

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मन्दिर ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा कि विधायक ज्वालामुखी की जनता समेत पूरे प्रदेश को बताए कि किस तरह उन्होंने मन्दिर के नियमों और संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए गैर हिन्दू परिवारों से सबंधित लोगों को ज्वालामुखी मन्दिर में नौकरी पर लगाया. न्यास के सदस्यों ने कहा कि हिन्दू एक्ट 1984 के तहत टैम्पल ट्रस्ट अधिनियम के तहत गैर हिन्दू कर्मचारी व अधिकारियों को मंदिरों के संचालन व कार्यों के लिए नही रखा जा सकता, बावजूद इसके अपनी राजनीति चमकाने की खातिर पूर्व विधायक ने सभी नियमों और कायदों को तिलांजलि देते हुए सरकारी नियमों की अवहेलना की.

न्यास सदस्यों ने कहा कि भाजपा कार्यकाल में भ्रष्टाचार की बात करने वाले संजय रत्न जबाब दें कि संस्कृत कॉलेज ज्वालामुखी के बाहर दी गई 4 दीवारी उनके संरक्षण में पल रहे ठेकेदार ने दी थी या नहीं और किन कारणों से लाखों रुपये की ये दीवार 2 साल के भीतर ही धराशाही हो गई थी. न्यास सदस्यों ने कहा कि इन लाखों रुपयों की बर्बादी को पूर्व विधायक भ्रष्टाचार कहेंगे या सदाचार. मन्दिर न्यास सदस्यों ने आरोप जड़ा कि अपने कार्यकाल के दौरान संजय रत्न ने मन्दिर के पैसे का जमकर दुरपयोग किया. फलस्वरूप ज्वालामुखी डिग्री कॉलेज के सरकारीकरण के बाद भी कॉलेज के विज्ञान भवन के लिए 6 करोड़ रुपय की धनराशि मन्दिर से लगाई गई.

वीडियो.

पढ़ें- बुधवार को खुलेंगे MC शिमला के कैश काउंटर, अब लोग ऑफलाइन कर सकेंगे बिल का भुगतान

विधायक जबाब दें कि जब कॉलेज का सरकारीकरण हो ही गया था तो किस मंशा के साथ मन्दिर के खजाने को लूटा गया. उन्होंने आरोप जड़ा की पूर्व विधायक ज्वालामुखी क्षेत्र की जनता को बताए की उनके घर को जाने वाली एक सड़क जिस पर लाखों रुपए खर्च किए गए और 2 महीने बाद ही पूरी की पूरी सड़क उखड़ जाने के बाद उस पर दोबारा लाखों रुपए का खर्च करके बनाया गया. क्या एक नई सड़क जो 2 महीने में ही उखड़ जाए वो भ्रष्टाचार की श्रेणी में आती है या नहीं.

मन्दिर न्यास सदस्यों ने आरोप लगाया कि मन्दिर परिसर के भीतर स्तिथ मन्दिर ज्वालामुखी के कार्यालय को पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए मन्दिर परिसर के बाहर स्थापित किया गया, जबकि पुराना कार्यालय अभी 9 या 10 महीने पहले ही बना था. जिस पर लाखों रुपए खर्च हुए थे. उन्होंने आरोप जड़ा कि अपने कार्यकाल के दौरान गले-गले तक भ्रष्टाचार के दलदल में धंस चुके संजय रत्न अब भाजपा कार्यकाल के दौरान पूरी पारदर्शिता से हो रहे विकास कार्यों को हजम नहीं कर पा रहे हैं, जिस कारण विचलित होकर तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं.

अनियमितताओं की जांच को मन्दिर ट्रस्ट ज्वालामुखी ने विजिलेंस जांच करवाने की कही बात पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान ज्वालाजी में करोड़ों रूपये की अनियमितताओं की जांच के लिए मन्दिर ट्रस्ट ज्वालामुखी ने विजिलेंस जांच करवाने की बात कही है. सदस्यों ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि पूर्व विधायक के कार्यकाल के दौरान हुए करोड़ों के गोलमाल को लेकर मन्दिर ट्रस्ट ने कुछ विषयों को विजिलेंस जांच के लिए भेज दिया है, जबकि कुछ अन्य की रिपोर्ट तैयार करके जल्द ही विजिलेंस से शिकायत करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी.

न्यास सदस्यों ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में हुए करोड़ों के गड़बड़झाले को लेकर वे जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करेंगे और सरकार से हस्तक्षेप की मांग रखते हुए जल्द जांच पूरी करवाने की प्राथना करेंगे.

पूर्व विधायक संजय रत्न ने बीजेपी पर साधा था निशाना

पूर्व विधायक संजय रत्न ने पत्रकारवार्ता में कहा था कि ज्वालामुखी में पिछले अढ़ाई साल से भाजपा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है और विकास रुक गया है. उन्होंने कहा था कि वर्तमान विधायक बताएं कि कौन से कार्य, प्रोजेक्ट, स्कीम उनके कार्यकाल में कार्यानिवत हुए. मात्र कांग्रेस कार्यकाल में हुए कार्यों का लाभ वर्तमान विधायक ले रहे हैं और चहेतों को राजनीतिक संरक्षण दे रहे हैं.

ये भी पढे़ं- दिल्ली में गई कोरोना मरीज की जान, कांगड़ा में किया गया अंतिम संस्कार

ज्वालामुखी: जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी के पूर्व विधायक संजय रत्न द्वारा भाजपा कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के बयान पर मन्दिर ट्रस्ट ज्वालाजी की सरकार द्वारा नामित 9 गैर सरकारी सदस्यों ने कड़ा प्रहार करते हुए पूर्व विधायक संजय रत्न को नसीहत दी है कि झूठे और आधारहीन बयान देकर जनता को भृमित करने का प्रयास न करें.

उन्होंने कहा है कि पूर्व विधायक अपने कार्यकाल व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान ज्वालामुखी में हुई अनियमितताओं के बारे में अपना पक्ष रखें. उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व विधायक ने अपने चेहते लोगों को गैर कानूनी ढंग से फायदा देने के लिए न केवल उन्हें राजनीतिक संरक्षण दिया बल्कि पूरे 5 साल वे ऐसे लोगों का पोषण करते रहे जिन्होंने भ्रष्टाचार के सिवा कुछ नहीं किया.

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मन्दिर ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा कि विधायक ज्वालामुखी की जनता समेत पूरे प्रदेश को बताए कि किस तरह उन्होंने मन्दिर के नियमों और संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए गैर हिन्दू परिवारों से सबंधित लोगों को ज्वालामुखी मन्दिर में नौकरी पर लगाया. न्यास के सदस्यों ने कहा कि हिन्दू एक्ट 1984 के तहत टैम्पल ट्रस्ट अधिनियम के तहत गैर हिन्दू कर्मचारी व अधिकारियों को मंदिरों के संचालन व कार्यों के लिए नही रखा जा सकता, बावजूद इसके अपनी राजनीति चमकाने की खातिर पूर्व विधायक ने सभी नियमों और कायदों को तिलांजलि देते हुए सरकारी नियमों की अवहेलना की.

न्यास सदस्यों ने कहा कि भाजपा कार्यकाल में भ्रष्टाचार की बात करने वाले संजय रत्न जबाब दें कि संस्कृत कॉलेज ज्वालामुखी के बाहर दी गई 4 दीवारी उनके संरक्षण में पल रहे ठेकेदार ने दी थी या नहीं और किन कारणों से लाखों रुपये की ये दीवार 2 साल के भीतर ही धराशाही हो गई थी. न्यास सदस्यों ने कहा कि इन लाखों रुपयों की बर्बादी को पूर्व विधायक भ्रष्टाचार कहेंगे या सदाचार. मन्दिर न्यास सदस्यों ने आरोप जड़ा कि अपने कार्यकाल के दौरान संजय रत्न ने मन्दिर के पैसे का जमकर दुरपयोग किया. फलस्वरूप ज्वालामुखी डिग्री कॉलेज के सरकारीकरण के बाद भी कॉलेज के विज्ञान भवन के लिए 6 करोड़ रुपय की धनराशि मन्दिर से लगाई गई.

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विधायक जबाब दें कि जब कॉलेज का सरकारीकरण हो ही गया था तो किस मंशा के साथ मन्दिर के खजाने को लूटा गया. उन्होंने आरोप जड़ा की पूर्व विधायक ज्वालामुखी क्षेत्र की जनता को बताए की उनके घर को जाने वाली एक सड़क जिस पर लाखों रुपए खर्च किए गए और 2 महीने बाद ही पूरी की पूरी सड़क उखड़ जाने के बाद उस पर दोबारा लाखों रुपए का खर्च करके बनाया गया. क्या एक नई सड़क जो 2 महीने में ही उखड़ जाए वो भ्रष्टाचार की श्रेणी में आती है या नहीं.

मन्दिर न्यास सदस्यों ने आरोप लगाया कि मन्दिर परिसर के भीतर स्तिथ मन्दिर ज्वालामुखी के कार्यालय को पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए मन्दिर परिसर के बाहर स्थापित किया गया, जबकि पुराना कार्यालय अभी 9 या 10 महीने पहले ही बना था. जिस पर लाखों रुपए खर्च हुए थे. उन्होंने आरोप जड़ा कि अपने कार्यकाल के दौरान गले-गले तक भ्रष्टाचार के दलदल में धंस चुके संजय रत्न अब भाजपा कार्यकाल के दौरान पूरी पारदर्शिता से हो रहे विकास कार्यों को हजम नहीं कर पा रहे हैं, जिस कारण विचलित होकर तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं.

अनियमितताओं की जांच को मन्दिर ट्रस्ट ज्वालामुखी ने विजिलेंस जांच करवाने की कही बात पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान ज्वालाजी में करोड़ों रूपये की अनियमितताओं की जांच के लिए मन्दिर ट्रस्ट ज्वालामुखी ने विजिलेंस जांच करवाने की बात कही है. सदस्यों ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि पूर्व विधायक के कार्यकाल के दौरान हुए करोड़ों के गोलमाल को लेकर मन्दिर ट्रस्ट ने कुछ विषयों को विजिलेंस जांच के लिए भेज दिया है, जबकि कुछ अन्य की रिपोर्ट तैयार करके जल्द ही विजिलेंस से शिकायत करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी.

न्यास सदस्यों ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में हुए करोड़ों के गड़बड़झाले को लेकर वे जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करेंगे और सरकार से हस्तक्षेप की मांग रखते हुए जल्द जांच पूरी करवाने की प्राथना करेंगे.

पूर्व विधायक संजय रत्न ने बीजेपी पर साधा था निशाना

पूर्व विधायक संजय रत्न ने पत्रकारवार्ता में कहा था कि ज्वालामुखी में पिछले अढ़ाई साल से भाजपा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है और विकास रुक गया है. उन्होंने कहा था कि वर्तमान विधायक बताएं कि कौन से कार्य, प्रोजेक्ट, स्कीम उनके कार्यकाल में कार्यानिवत हुए. मात्र कांग्रेस कार्यकाल में हुए कार्यों का लाभ वर्तमान विधायक ले रहे हैं और चहेतों को राजनीतिक संरक्षण दे रहे हैं.

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