कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के विश्वविख्यात शिव मंदिर बैजनाथ में छोटे कपड़े पहने एक महिला की फोटो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. फोटो में एक महिला ने ऐसी पोशाक पहनी है कि जिसके बाद जनता में बहस छिड़ गई है. ये बहस इस विषय पर हो रही है कि क्या मंदिरों में सभ्य पोशाक में ही आने पर एंट्री मिलनी चाहिए या नहीं? बैजनाथ स्थित प्राचीन शिव मंदिर में भगवान भोले के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. ये तस्वीर कब की है इसकी जानकारी नहीं है लेकिन ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट में हिमाचल के बैजनाथ मंदिर की बताई जा रही हैं.
वायरल फोटो में क्या है: यहां शिवरात्रि पर मंदिर का दिव्य शृंगार होता है. इस मंदिर की कथा रावण से जुड़ती है. आस्थावान लोगों में बैजनाथ शिव मंदिर का बहुत महत्व है. ऐसे में जिन लोगों की आस्था बैजनाथ शिव मंदिर से जुड़ी है, उनका कहना है कि मंदिरों में प्रवेश के लिए सभ्य पोशाक होनी चाहिए. दरअसल, वायरल हो रही फोटो में एक लड़की मंदिर में नंगे पांव खड़ी है. लड़की ने शॉर्ट्स पहनी हुई है. ये फोटो हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित बैजनाथ शिव मंदिर की बताई जा रही है. जैसे ही ये फोटो वायरल हुई, सोशल मीडिया पर लोग इस फोटो को शेयर करने लगे. कई लोगों ने कमेंट करके मंदिर में मर्यादित कपड़े पहनकर आने की सलाह दे डाली.
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यूजर्स की अपनी-अपनी राय: यूजर्स का कहना है कि हिमाचल देवभूमि है और यहां की देव संस्कृति को ऐसे दूषित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. कई यूजर्स ने राय व्यक्त की है कि मंदिरों में प्रवेश के लिए एक ड्रेस कोड होना चाहिए. दरअसल हिमाचल को देवभूमि भी कहते हैं यहां कई कई शक्तिपीठों के अलावा कई देवी-देवताओं से जुड़े विशेष स्थान और मंदिर हैं. हर साल लाखों लोग हिमाचल की खूबसूरती के साथ-साथ इन धार्मिक स्थलों के दर्शन करने भी आते हैं.
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पांडव काल से भी जोड़ा जाता मंदिर: उल्लेखनीय है कि बैजनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है. ये मंदिर बिनवा नदी के किनारे स्थित है. यहां लंकापति रावण ने भी महाकाल शिव की पूजा की थी. ये मंदिर 51 फीट लंबा व 31 फीट चौड़ा है. मंदिर में अद्भुत शिल्प देखने को मिलता है. मान्यता है कि मंदिर में स्थापित शिवलिंग लंकापति रावण से जुड़ा है. रावण इस शिवलिंग को भगवान महाकाल से लेकर लंका में स्थापित करने के लिए ले जा रहा था, लेकिन उसे दिव्य शिवलिंग को यहीं स्थापित करना पड़ा. इस मंदिर को पांडव काल से भी जोड़ा जाता है. यहां मकर सक्रांति को भव्य आयोजन होता है. ऐसे में बैजनाथ मंदिर की श्रद्धालुओं में बहुत मान्यता है. जब श्रद्धालुओं को मंदिर में छोटे कपड़े पहने एक महिला के प्रवेश की खबर मिली है, तब से उनमें रोष है.
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