कांगड़ाः ज्वालामुखी विधानसभा की पंचायत अंब पठियार का एक बुजुर्ग दंपति सरकार और प्रशासन की अनदेखी के चलते बुढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. सरकारें जहां बुजुर्गों के लिए बनाई योजनाओं के ढोल पीटते नहीं थकती वहीं ये गरीब परिवार बीपीएल से भी बाहर है.
योजना बोर्ड उपाध्यक्ष रमेश ध्वाला के गृह विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले मिलाप चंद और उनकी पत्नी बिमला देवी कच्चे घर में जिंदगी बसर करने को मजबूर है जो किसी भी वक्त टूट के गिर सकता है. भारी बारिश के वक्त इसी डर के मारे दंपति को घर से बाहर सोना पड़ता है.
बुजुर्ग दंपति ने बताया कि उम्र के इस पड़ाव पर वे चलने फिरने में असमर्थ हैं और वे टोकरियां बना कर अपना पेट पालने को मजबूर हैं. कई बार स्थानीय लोग दंपति की मदद कर लेते हैं, लेकिन सरकारी तंत्र आंखें मूंद कर बैठा हुआ है. बुजुर्ग दंपति आज भी सरकार और प्रशासन से आस लगाए बैठा है कि उसे पक्का घर और पैंशन मिलेगी, लेकिन इसी आस में न जाने कब वो दुनिया से चलें जाऐंगे ये दर्द भी इनकी जुबां पर छलक जाता है.
प्रधानमंत्री आवास योजना मे डाला है बुजुर्ग दंपति का केस: राजीव सूद
बीडीओ देहरा राजीव सूद का इस संदर्भ में कहना है कि पंचायत ने प्रधानमंत्री आवास योजना में इस परिवार को डाला है. पूरी उम्मीद है कि जल्द ही पक्के घर का कार्य शुरु होगा. वहीं बीपीएल से बाहर किए जाने की सूरत में एसडीएम ज्वालामुखी को अपील करके अपना पक्ष रखें.
अम्ब पठियार पंचायत प्रधान जय देवी ने इस संदर्भ में बताया कि इस परिवार के साथ-साथ अन्य को भी प्रधानमंत्री आवास योजना में डाला गया है. उन्होंने बताया कि जब पंचायत को बीपीएल मुक्त घोषित किया गया तब ये सूची से बाहर हो गए. अब सरकार के आदेश हैं कि पंचायत में कई जरुरतमंद हैं उन्हे बीपीएल में डाला जाए तो नए आदेशों के मुताबिक अक्तूबर में बीपीएल में पात्र लोगों को डाला जाएगा.