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जरूरतमंदों तक नहीं पहुंचती सरकारी योजनाएं, बेसहारा बुजुर्गों को पेंशन न पक्का मकान, BPL से भी हटाया

जजर्र आवास में जिंदगी बसर करने को मजबूर बुजुर्ग दंपति. पंचायत ने बीपीएल से भी हटाया. टोकरियां बनाकर पाल रहे पेट.

जजर्र आवास में जिंदगी बसर करने को मजबूर बुजुर्ग दंपति
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Published : Oct 3, 2019, 3:44 PM IST

कांगड़ाः ज्वालामुखी विधानसभा की पंचायत अंब पठियार का एक बुजुर्ग दंपति सरकार और प्रशासन की अनदेखी के चलते बुढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. सरकारें जहां बुजुर्गों के लिए बनाई योजनाओं के ढोल पीटते नहीं थकती वहीं ये गरीब परिवार बीपीएल से भी बाहर है.

योजना बोर्ड उपाध्यक्ष रमेश ध्वाला के गृह विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले मिलाप चंद और उनकी पत्नी बिमला देवी कच्चे घर में जिंदगी बसर करने को मजबूर है जो किसी भी वक्त टूट के गिर सकता है. भारी बारिश के वक्त इसी डर के मारे दंपति को घर से बाहर सोना पड़ता है.

बुजुर्ग दंपति ने बताया कि उम्र के इस पड़ाव पर वे चलने फिरने में असमर्थ हैं और वे टोकरियां बना कर अपना पेट पालने को मजबूर हैं. कई बार स्थानीय लोग दंपति की मदद कर लेते हैं, लेकिन सरकारी तंत्र आंखें मूंद कर बैठा हुआ है. बुजुर्ग दंपति आज भी सरकार और प्रशासन से आस लगाए बैठा है कि उसे पक्का घर और पैंशन मिलेगी, लेकिन इसी आस में न जाने कब वो दुनिया से चलें जाऐंगे ये दर्द भी इनकी जुबां पर छलक जाता है.

वीडियो रिपोर्ट

प्रधानमंत्री आवास योजना मे डाला है बुजुर्ग दंपति का केस: राजीव सूद
बीडीओ देहरा राजीव सूद का इस संदर्भ में कहना है कि पंचायत ने प्रधानमंत्री आवास योजना में इस परिवार को डाला है. पूरी उम्मीद है कि जल्द ही पक्के घर का कार्य शुरु होगा. वहीं बीपीएल से बाहर किए जाने की सूरत में एसडीएम ज्वालामुखी को अपील करके अपना पक्ष रखें.

अम्ब पठियार पंचायत प्रधान जय देवी ने इस संदर्भ में बताया कि इस परिवार के साथ-साथ अन्य को भी प्रधानमंत्री आवास योजना में डाला गया है. उन्होंने बताया कि जब पंचायत को बीपीएल मुक्त घोषित किया गया तब ये सूची से बाहर हो गए. अब सरकार के आदेश हैं कि पंचायत में कई जरुरतमंद हैं उन्हे बीपीएल में डाला जाए तो नए आदेशों के मुताबिक अक्तूबर में बीपीएल में पात्र लोगों को डाला जाएगा.

कांगड़ाः ज्वालामुखी विधानसभा की पंचायत अंब पठियार का एक बुजुर्ग दंपति सरकार और प्रशासन की अनदेखी के चलते बुढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. सरकारें जहां बुजुर्गों के लिए बनाई योजनाओं के ढोल पीटते नहीं थकती वहीं ये गरीब परिवार बीपीएल से भी बाहर है.

योजना बोर्ड उपाध्यक्ष रमेश ध्वाला के गृह विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले मिलाप चंद और उनकी पत्नी बिमला देवी कच्चे घर में जिंदगी बसर करने को मजबूर है जो किसी भी वक्त टूट के गिर सकता है. भारी बारिश के वक्त इसी डर के मारे दंपति को घर से बाहर सोना पड़ता है.

बुजुर्ग दंपति ने बताया कि उम्र के इस पड़ाव पर वे चलने फिरने में असमर्थ हैं और वे टोकरियां बना कर अपना पेट पालने को मजबूर हैं. कई बार स्थानीय लोग दंपति की मदद कर लेते हैं, लेकिन सरकारी तंत्र आंखें मूंद कर बैठा हुआ है. बुजुर्ग दंपति आज भी सरकार और प्रशासन से आस लगाए बैठा है कि उसे पक्का घर और पैंशन मिलेगी, लेकिन इसी आस में न जाने कब वो दुनिया से चलें जाऐंगे ये दर्द भी इनकी जुबां पर छलक जाता है.

वीडियो रिपोर्ट

प्रधानमंत्री आवास योजना मे डाला है बुजुर्ग दंपति का केस: राजीव सूद
बीडीओ देहरा राजीव सूद का इस संदर्भ में कहना है कि पंचायत ने प्रधानमंत्री आवास योजना में इस परिवार को डाला है. पूरी उम्मीद है कि जल्द ही पक्के घर का कार्य शुरु होगा. वहीं बीपीएल से बाहर किए जाने की सूरत में एसडीएम ज्वालामुखी को अपील करके अपना पक्ष रखें.

अम्ब पठियार पंचायत प्रधान जय देवी ने इस संदर्भ में बताया कि इस परिवार के साथ-साथ अन्य को भी प्रधानमंत्री आवास योजना में डाला गया है. उन्होंने बताया कि जब पंचायत को बीपीएल मुक्त घोषित किया गया तब ये सूची से बाहर हो गए. अब सरकार के आदेश हैं कि पंचायत में कई जरुरतमंद हैं उन्हे बीपीएल में डाला जाए तो नए आदेशों के मुताबिक अक्तूबर में बीपीएल में पात्र लोगों को डाला जाएगा.

Intro:ज्वालामुखी अंब पठियार पंचायत के बुजुर्ग दंपति के कच्चे घर तक नही पंहुची सरकार की योजना

कच्चे घर में बांस की टोकरियां बनाकर कर रहे गुजर बसर,पंचायत ने बीपीएल से भी हटाया
ध्वाला के गृह विधानसभा क्षेत्र से हैं निवासी मिलाप चंद
बीडीओ ने किया जल्द प्रधानमंत्री आवास योजना में घर बनवाने का किया दावाBody:
ज्वालामुखी। ...यहां रहते हुए कई बरस बीत गए न किसी पंचायत प्रधान ने मेरा दर्द सुना ना ही किसी अधिकारी ने आज भी बिना पक्के घर और बिना पैंशन को रहने को मजबूर हैं। यह दर्द ज्वालामुखी विस की समीपवर्ती पंचायत अंब पठियार के बार्ड 7 में रहे रहे बुजुर्ग दंपति मिलाप चंद पत्नी बिमला देवी के सीने से ब्यां हुआ।
भारत सरकार ने जहां बुजुर्गों के लिए पक्के घर पैंशन की योजनाऐं शुरु कर रखी हैं वहीं यह बुजुर्ग दंपति मौजूदा वक्त में भी उन सभी योजनाओं से महरुम है। योजना बोर्ड उपाध्यक्ष रमेश ध्वाला के गृह विधानसभा क्षेत्र में रहने वाली यह बुजुर्ग दंपति आज भी सरकार व पंचायत से आस लगाए वैठा है कि उसे पक्का घर व पैंशन जरुर मिलेगी लेकिन इसी आस में कब इस दुनियां से चलें जाऐगें यह दर्द भी जुबां पर है।
मिलाप चंद और उनकी पत्नी बिमला देवी ने अपने दर्द को बताते हुए बताया कि वह बांस की टोकरी बनाकर अपना भरण पोषण करते हैं उनके घर में सिर्फ वही दो रहते हैं। घर कच्चा है बारिश में डर लगता है हर बक्त की कहीं गिर गया तो सर से छत भी छिन जाएगी। इसी डर से घर के बाहर विस्तर लगाकर भी सोना पडता है। स्थानीय युवक सुनील ने उनकी मदद की है कि कई बार उनकी समस्या को उसने अफसरों व स्थानीय पंचों के ध्यान में लाया लेकिन आज दिन तक कोई मदद नही हुई। बुढापे में चलने को भी असमर्थ हैं। हम सरकार व प्रशासन से चाहते हैं कि जल्द उन्हे पक्का घर व पैंशन योजना का लाभ मिले। स्थानीय पंचायत ने भी आज दिन तक कोई भी सहारा नही दिया।


पंचायत स्तर पर प्रधानमंत्री आवास योजना मे डाला है बुजुर्ग दंपति का केस: राजीव सूद
बीडीओ देहरा राजीव सूद का इस सदर्भ में कहना है कि पंचायत ने प्रधानमंत्री आवास योजना में इस परिवार को डाला है। पूरी उम्मीद है कि जल्द ही पक्के घर का कार्य शुरु होगा। वहीं बीपीएल से बाहर किए जाने की सूरत में एसडीएम ज्वालामुखी को अपील करके अपना पक्ष रखें ।

अम्ब पठियार पंचायत प्रधान जय देवी ने इस सदर्भ में बताया कि इस परिवार के साथ-2 अन्य को भी प्रधानमंत्री आवास योजना में डाला गया है। वहीं वीपीएल मुक्त हुई पंचायत तब यह बाहर हुए उसके बाद दोबारा से सरकार के आदेश है कि पंचायत में कई जरुरतमंद हैं उन्हे वीपीएल में डाला जाए तो नए आदेशों के मुताबिक अक्तूबर में वीपीएल में पात्र लोगों को डाला जाएगा।Conclusion:
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