नूरपुर/कांगड़ाः स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा है कि सिविल अस्पताल नूरपुर में ब्लड बैंक खोलने का मामला अंतिम चरण में है और स्वीकृति मिलते ही इसको शीघ्र खोलने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने यह जानकारी अपने 2 दिवसीय कांगड़ा जिला के प्रवास के दौरान आज वीरवार को स्थानीय सिविल अस्पताल का दौरा करने के उपरांत दी.
कोविड केयर सेंटर में तैयारियों का लिया जायजा
इस मौके पर स्थानीय विधायक एवं प्रदेश सरकार में वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया भी उनके साथ थे. स्वास्थ्य मंत्री ने इस मौके पर अस्पताल में कोविड मरीजों के इलाज के लिए बनाए जा रहे 50 बिस्तरों के कोविड केयर सेंटर में तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि वन मंत्री के प्रयासों से इस अस्पताल में कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए जो प्रयास किए गए हैं. उससे इस क्षेत्र के तहत आने वाले सभी उपमंडलों के कोविड मरीजों को घर के नजदीक बेहतर इलाज मिल सकेगा. उन्होंने बताया कि इस कोविड सेंटर को पूरी तरह से सभी जरूरी सुविधाओं सहित तैयार करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है और यहां पर शीघ्र ही कोविड मरीजों को इलाज की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी.
हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में देश के साथ हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि इस दौरान कांगड़ा जिला में भी कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से बढ़ें हैं. उन्होंने बताया कि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले प्रदेश में कोरोना मामलों की रोकथाम तथा उपचार में हिमाचल काफी बेहतर स्थिति में है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार कोरोना की हर चुनौती से निपटने के लिए समय-समय पर हर जरूरी कदम उठा रही है.
कोविड-19 से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से सजग और सतर्क
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से सजग और सतर्क है. किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों के बेहतर उपचार के लिए हर संभव उपचार सुविधा उपलब्ध करवाने के अतिरिक्त वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है. उन्होंने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों के अलावा प्राइवेट अस्पतालों में भी कोविड मरीजों के इलाज के लिए बिस्तरों की व्यवस्था की गई है ताकि गंभीर रूप से बीमार कोविड मरीजों को बेहतर उपचार मिल सके. उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य सभी संबंधित विभाग दिन -रात कोरोना मरीजों की सेवा में जुटे हैं.
18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए एक सप्ताह के भीतर शुरू होगा वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण के पंजीकरण की प्रक्रिया पहले से ही जारी है. इस आयुवर्ग के लिए एक सप्ताह के भीतर वैक्सीनेशन का कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रदेश में 45 से ऊपर आयुवर्ग के लिए शुरू किया गया टीकाकरण अभियान काफी तेजी से चल रहा है तथा प्रदेश में वेक्सीनशन का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है.
स्वास्थ्य मंत्री व वन मंत्री ने व्हाइट मेडिकल कॉलेज बधानी का किया दौरा
इसके उपरांत स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल और वन मंत्री राकेश पठानिया ने नूरपुर के साथ लगते बधानी स्थित व्हाइट मेडिकल कॉलेज व अस्पताल का दौरा किया और वहां पर उपलब्ध सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि प्रथम स्तर में जरूरत पड़ने पर इस अस्पताल में कोविड मरीजों के बेहतर इलाज के लिए 50 बिस्तरों की व्यवस्था की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर यहां पर 150 बिस्तरों की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को इमरजेंसी में यह व्यवस्था तैयार रखने को कहा. उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में व्यवस्थाओं पर निगरानी रखने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के 2 नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे.
जसूर में कोविड मरीज से मुलाकात कर बढ़ाया हौंसला
स्वास्थ्य मंत्री और वन मंत्री ने अपने प्रवास के दौरान जसूर कस्वा में कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट मरीज से उसके घर जाकर हाल जाना और उसका हौंसला बढ़ाया. उन्होंने मरीज से घर पर मिलने वाली जरूरी दवाइयों तथा अन्य सुविधाओं की भी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि आप इस बीमारी से न घबराएं तथा अपना मनोबल ऊंचा रखें.
ये भी पढ़ें- शिमला सहित कई हिस्सों में हो रही झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया ओरेंज अलर्ट