कांगड़ा: कोरोना कर्फ्यू में बागवानों और किसानों की फसलों को बेहिसाब नुकसान हो रहा है. किसानों और बागवानों की फसल खेतों में ही खराब हो गई है. किसानों का आरोप है कि सरकार की ओर से उनकी ओर कोई ध्यान नहीं जा रहा है.
इसी को लेकर पूर्व युंका अध्य्क्ष मनमोहन कटोच ने कांगड़ा के लुगाठ बागवानों की फसल बर्बादी पर सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है.
समय पर लुगाठ की सप्लाई न होने के चलते बागवानों की लुगाठ की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. भूतपूर्व युंका अध्य्क्ष मनमोहन कटोच ने हिमाचल प्रदेश की सरकार और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि इन बागवानों की तरफ ध्यान दिया जाए और बागवानों को बर्बाद हो चुकी फसल का उचित मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ऊपरी हिमाचल में सरकार सेबों के बागवानों को मुआवजा देती है उसी प्रकार कांगड़ा के इन किसानों को भी मुआवजा मिलना चाहिए.
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मनमोहन कटोच ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के इंदौरा उपमंडल में लुगाठ फल की बहुत खेती की जाती है और इस फल के देश में सबसे बड़े बगीचे भी यहीं है. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि एक तरफ बर्बाद हो चुकी फसल का मुआवजा मिले और जो फल की फसल बच गई है उसे मंडियों तक पहुंचाने की उचित व्यवस्था की जाए ताकि बागबानों को परेशान न होना पड़े.