पालमपुर: सीएसआईआर-आईएचबीटी, हिमालय जैवसंपदा प्रोद्योगिकी संस्थान पालमपुर के शोध छात्रों ने शिक्षक दिवस पर एमएस-टीम के माध्यम से कोविड-19 विषय पर चतुर्थ छात्र संगोष्ठी श्रृंखला-2020 का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महानिदेशक सीएसआईआर नई दिल्ली डॉ. शेखर सी मांडे ने शिरकत की.
युवाओं की भविष्य की समस्याओं पर सोच और विज्ञान के माध्यम से समाधान की पहल पर हर्ष व्यक्त किया. उन्होंने शिक्षक दिवस के अवसर संगोष्ठी श्रृंखला आयोजन के लिए शोध छात्रों को बधाई भी दी. संगोष्ठी के मुख्य वक्ता ऐमिटी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. आरके कोहली ने अपने संभाषण में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने के लिए शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित किया.
आरके कोहली ने अपने समय के शोध की सीमाओं का उल्लेख करते हुए वर्तमान समय के शोध की असीम संभावनाओं का अधिकाधिक उपयोग करते हुए समाज की भलाई के लिए नए आयाम स्थापित करने की दिशा में स्कॉलरर्ज से आगे आकर शोध को नई धार देने पर बल दिया.
संस्थान निदेशक डॉ. संजय कुमार ने वैज्ञानिकों और शोध छात्रों को संबोधित करते हुए संगोष्ठी आयोजन के लिए शोधार्थियों को बधाई दी. उन्होंने बताया कि आईएसबीटी संस्थान सामाजिक, औद्योगिक और पर्यावरण के क्षेत्र में हिमालय जैवसंपदा के सतत उपयोग के माध्यम से जैव आर्थिकी के विकास के लिए प्रौद्योगिकियां विकसित करने की दिशा में अग्रसर है.
डॉ. संजय कुमार ने कहा कि संस्थान की शोध गतिविधियों का स्थानीय प्रासंगिकता के साथ-साथ वैश्विक प्रभाव भी है. कोविड-19 महामारी के दौर में संस्थान ने अपने शोध को आगे बढ़ाया है. हैंड सैनिटाइजर और एसडीएस-एसएलएस रहित हर्बल साबुन निर्माण की प्रौद्योगिकियां बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए उद्यमियों को हस्तांतरित की गई.
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