धर्मशाला: किसान आंदोलन के समर्थन में नगरोटा बगवां ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की ओर से सम्मेलन आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली विशेष रूप से शामिल हुए. जीएस बाली ने केंद्र सरकार को चेताया कि यदि आगामी 15 दिनों के अंदर किसानों की जायज मांगों को नहीं किया गया तो हिमाचल के किसान भी इस आंदोलन में कूदने से गुरेज नहीं करेंगें. सांकेतिक धरना प्रदर्शन शुरू करते हुए चक्का जाम कर संघर्ष का बिगुल बजाया जाएगा.
किसानों को कांग्रेस पार्टी हर प्रकार का पूरा सहयोग
जीएस बाली ने कहा कि किसान अपने हक को मनवाने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं. बावजूद उसके कांग्रेस पार्टी की ओर से हर प्रकार का सहयोग एवं समर्थन दिया जाएगा. पूर्व मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में प्रत्येक व्यक्ति को आंदोलन करने का हक है. बावजूद उसके केंद्र की मोदी सरकार की ओर से कुचलने का प्रयास किया जा रहा है जो कि शासकों की मानसिकता को दर्शाता है. देश के इतिहास में पहला आंदोलन है जिसके साथ आम आदमी का भी जुड़ाव है. इस आंदोलन में हर व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित किया है. मोदी सरकार का ध्यान इस ओर केंद्रित ना होना अन्नदाता के प्रति उनकी भावनाओं को दर्शाता है.
किसानों के साथ सकारात्मक संवाद ना होना चिंता का विषय
कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री जीएस बाली ने कहा कि किसानों के साथ सकारात्मक संवाद ना होना चिंता का विषय है. यह आंदोलन किसी एक विशेष प्रांत का ना होकर पूरे देश का बन गया है. जिसमें बुजुर्ग, युवा, महिला और बच्चे शामिल हो रहे हैं. इस आंदोलन में कई दुख की घड़ी का भी सामना करना पड़ रहा है, जिसमें सैकड़ों किसानों ने अपने हक के लिए जानें गंवा दी है. इसकी जिम्मेदार केंद्र की मोदी सरकार है. बाली ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर अगली कार्यवाही अंजाम में लाई जाएगी.
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