धर्मशाला: खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा समय-समय पर उचित मूल्य की दुकानों, थोक गोदामों व कारखानों की इंस्पेक्शन की जाती है. इसी कड़ी में पिछले तीन माह में विभाग की टीम ने 365 उचित मूल्य की दुकानों और 43 थोक गोदामों की इंस्पेक्शन कर व्यवस्थाओं को जांचा.
जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा इंस्पेक्टर्स, एफएसओ को टारगेट दिया जाता है, उसी के तहत समय-समय पर जिला में चल रही विभिन्न उचित मूल्यों की दुकानों व थोक गोदामों का निरीक्षण किया जाता है. यही नहीं घरेलू गैस के कमर्शियल यूज पर भी विभाग द्वारा कार्रवाई की जाती है.
विभागीय जानकारी के अनुसार जून माह में विभाग की टीम द्वारा 86 उचित मूल्य की दुकानों और 11 थोक गोदामों का निरीक्षण किया गया. इस दौरान 6 चालान गारबेज एक्ट में किए गए, जिसमें 3000 रुपये का चालान और एलपीजी में चालान हुआ था उसमें जिला मैजिस्ट्रेट 2500 रुपये का जुर्माना किया गया है.
जुलाई माह में 122 उचित मूल्य की दुकानों, 15 थोक गोदामों और एक मील का भी निरीक्षण किया गया. इस दौरान खामियां पाए जाने पर नोटिस जारी किए गए. इसी के साथ पूर्व में उचित मूल्य की दुकानों में पाई गई खामियों पर कार्रवाई करते हुए 22 हजार 654 रुपये की सिक्योरिटी फोरफीट की गई.
इसके अलावा 12 क्विंटल चावल, 10 क्विंटल आटा और 80 किलो सब्जियां कानूनों की अवहेलना करने पर सीज की गई थी, जिसका 27 हजार रुपये का जुर्माना करके संबंधित कलेक्टर द्वारा सरकारी कोष में जमा करवाया गया. गारबेज में 7 चालान करके 3500 रुपये जुर्माना किया गया था और 4 घरेलू सिलेंडर जिनका कमर्शियल यूज हो रहा था, उन्हें भी सीज किया गया था, जिन पर कार्रवाई की जा रही है.
अगस्त माह में 157 उचित मूल्य की दुकानों, 17 थोक गोदामों के अतिरिक्त 2 मिल्स का निरीक्षण किया गया और उचित मूल्य की दुकानों से 8 हजार रुपये की सिक्योरिटी फोरफीट की गई. गारबेज के 12 चालान करके 6 हजार जुर्माना वसूल किया गया.
वहीं, नरेंद्र धीमान जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक, जिला कांगड़ा ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा इंस्पेक्टर्स, एफएसओ को जो टारगेट दिया जाता है और डीएफएससी का जो मासिक टारगेट है, उसके आधार पर इंस्पेक्शन की जाती है. जिसके तहत उचित मूल्य की दुकानों, थोक गोदाम, गैस एजेंसी और अन्य दुकानों की चैकिंग की जाती है. पिछले तीन माह में 365 उचित मूल्य की दुकानों और 43 थोक गोदामों का निरीक्षण किया गया. जहां भी अनियमितताएं पाई गई, वहां कार्रवाई की गई है.