पालमपुर: प्रदेश में कृषि कार्यों को लेकर नई तकनीकों को अपनाने के साथ उनको अन्य किसानों तक पहुंचाने में अहम रोल अदा करने वाले किसानों को प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर ने नए तरीके से सम्मान दिया है. इसके तहत प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर ने किसान गैलरी के माध्यम से प्रगतिशील किसानों के फोटोग्राफ अपने परिसर में प्रदर्शित किए हैं.
जो किसान नई तकनीकों को अपनाकर दूसरे किसानों तक भी पहुंचा रहे हैं, उनके जीवन्त इतिहास के साथ, उनके फोटोग्राफ विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शित किए गए है. इस सम्बन्ध में सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों को भी सम्बन्धित जिले में उनके फोटोग्राफ प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए हैं.
प्रदेश कृषि विवि के पालमपुर स्थित मुख्य परिसर के साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों में कार्य कर रहे कृषि विज्ञान केंद्रों में प्रगतिशील किसानों के फोटो उनको एक नई पहचान दिलाएंगे वहीं, अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे. अभी 32 किसानों के फोटो यहां लगाये गए हैं जिन्होंने अपने कार्य के बूते बड़े स्तर पर अपनी पहचान बनाई है.
किसान गैलरी को किसानों के लिए समार्पित किया गया
इस किसान गैलरी का शुभारम्भ विवि के कुलपति प्रो. हरीन्द्र कुमार चौधरी ने किसान महिला सुमनलता से करवाया. कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति प्रो. हरीन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कृषि प्रधान प्रदेश है और घर-घर में किसान हैं किसान प्रथम हैं जो इस प्रदेश को चलाते हैं. इसी उदेश्य को लेकर किसानों अग्रणी रखते हुए इस किसान गैलरी को किसानों के लिए समार्पित किया गया है.
32 प्रगतिशील किसानों के चित्र गैलरी में लगाए हैं
कुलपति प्रो. हरीन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि प्रदेश मे पहली बार प्रगतिशील किसानों के लिए किसान गैलरी समार्पित की गई है. यहां पर सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों से चुने हुए पूरे प्रदेश के 32 प्रगतिशील किसानों के चित्र गैलरी में लगाए हैं, जोकि जिला स्तर, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समानित हो चुके हैं और आगे भी इस तरह और किसानों के चित्र इस किसान गैलरी में लगाए जाएंगे. वहीं, किसान गैलरी में किसानों के चित्र लगाए जाने पर किसानों ने खुशी व्यक्त की.
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