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स्कूलों में सोलर पावर प्लांट शुरू करने की कवायद तेज, शिक्षा निदेशालय ने सभी उपनिदेशकों को दिए निर्देश

स्कूलों में सोलर पावर प्लांट शुरू करने को लेकर शिक्षा निदेशालय ने जिला के समस्त स्कूलों से उनके परिसर में सोलर पावर प्लांट्स और वर्षा जल संग्रहण टैंक बनाने के लिए भूमि उपलब्धता की जानकारी मांगी गई है.

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Published : Aug 24, 2019, 4:31 PM IST

स्कूलों में सोलर पावर प्लांट शुरू करने की कवायद तेज


धर्मशाला: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सोलर पावर प्लांट्स स्थापित करने की कवायद शुरू हो गई है. शिक्षा विभाग को सोलर पावर प्लांट्स स्थापित करने के लिए स्कूल चिन्हित करके रिपोर्ट स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रशासन को सौंपनी होगी. शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी शिक्षा उपनिदेशकों को पत्र लिखकर उनके जिलों के स्कूलों में सोलर पावर प्लांट्स के लिए स्थान उपलब्धता के संबंध में जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं.

उपनिदेशक कार्यालय द्वारा जानकारी एकत्रित कर स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रशासन को दी जाएगी. जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग को सोलर पावर प्लांटस के लिए स्कूलों का चयन विधानसभा क्षेत्र के आधार पर करना होगा और यह भी ध्यान रखना होगा कि जिन स्कूलों को सोलर पावर प्लांटस के लिए चिन्हित किया जाए वो स्कूल शिक्षा बोर्ड के सेंटर भी हों.

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शिक्षा विभाग ने स्कूलों को पत्र जारी करके जानकारी मांगी है कि उनके पास सोलर पावर प्लांटस स्थापना के लिए उपयुक्त स्थान उपलब्ध है या नहीं. वहीं, शिक्षा विभाग ने वर्षा जल संग्रहण टैंक निर्माण के संबंध में भी स्कूलों से सूचनाएं मांगी हैं. जिन स्कूलों में वर्षा जल संग्रहण टैंक की सुविधा नहीं है, उन्हें इसके लिए उपलब्ध भूमि व स्थान की जानकारी शिक्षा विभाग को उपलब्ध करवानी होगी.

ये भी पढ़ें: महिला प्रधान से दुर्व्यवहार मामला: आरोपी अधिकारी के बचाव में उतरे 2 दर्जन पंचायतों के प्रतिनिधि

जिला के उच्च शिक्षा उपनिदेशक गुरदेव सिंह ने कहा कि निदेशालय के निर्देशानुसार जिला के समस्त स्कूलों से उनके परिसर में सोलर पावर प्लांट्स और वर्षा जल संग्रहण टैंक बनाने के लिए भूमि उपलब्धता की जानकारी मांगी गई है. यह जानकारी स्कूलों को अतिशीघ्र उपलब्ध करवानी होगी, जिससे इसे संकलित कर निदेशालय को भेजा जा सके. सोलर पावर प्लांट्स के लिए कितने स्कूलों में स्थान उपलब्ध है, इसकी जानकारी शिक्षा बोर्ड को भी दी जाएगी.


धर्मशाला: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सोलर पावर प्लांट्स स्थापित करने की कवायद शुरू हो गई है. शिक्षा विभाग को सोलर पावर प्लांट्स स्थापित करने के लिए स्कूल चिन्हित करके रिपोर्ट स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रशासन को सौंपनी होगी. शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी शिक्षा उपनिदेशकों को पत्र लिखकर उनके जिलों के स्कूलों में सोलर पावर प्लांट्स के लिए स्थान उपलब्धता के संबंध में जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं.

उपनिदेशक कार्यालय द्वारा जानकारी एकत्रित कर स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रशासन को दी जाएगी. जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग को सोलर पावर प्लांटस के लिए स्कूलों का चयन विधानसभा क्षेत्र के आधार पर करना होगा और यह भी ध्यान रखना होगा कि जिन स्कूलों को सोलर पावर प्लांटस के लिए चिन्हित किया जाए वो स्कूल शिक्षा बोर्ड के सेंटर भी हों.

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शिक्षा विभाग ने स्कूलों को पत्र जारी करके जानकारी मांगी है कि उनके पास सोलर पावर प्लांटस स्थापना के लिए उपयुक्त स्थान उपलब्ध है या नहीं. वहीं, शिक्षा विभाग ने वर्षा जल संग्रहण टैंक निर्माण के संबंध में भी स्कूलों से सूचनाएं मांगी हैं. जिन स्कूलों में वर्षा जल संग्रहण टैंक की सुविधा नहीं है, उन्हें इसके लिए उपलब्ध भूमि व स्थान की जानकारी शिक्षा विभाग को उपलब्ध करवानी होगी.

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जिला के उच्च शिक्षा उपनिदेशक गुरदेव सिंह ने कहा कि निदेशालय के निर्देशानुसार जिला के समस्त स्कूलों से उनके परिसर में सोलर पावर प्लांट्स और वर्षा जल संग्रहण टैंक बनाने के लिए भूमि उपलब्धता की जानकारी मांगी गई है. यह जानकारी स्कूलों को अतिशीघ्र उपलब्ध करवानी होगी, जिससे इसे संकलित कर निदेशालय को भेजा जा सके. सोलर पावर प्लांट्स के लिए कितने स्कूलों में स्थान उपलब्ध है, इसकी जानकारी शिक्षा बोर्ड को भी दी जाएगी.

Intro:धर्मशाला- प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सोलर पावर प्लांटस स्थापित करने की कवायद शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग को सोलर पावर प्लांटस स्थापना हेतू स्कूल चिन्हित करके रिपोर्ट स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रशासन को सौंपनी होगी। शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी शिक्षा उपनिदेशकों को पत्र लिखकर उनके जिलों के स्कूलों में सोलर पावर प्लांटस हेतू स्थान उपलब्धता के संबंध में जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं। 






Body:उपनिदेशक कार्यालय द्वारा जानकारी एकत्रित कर स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रशासन को दी जाएगी। जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग को सोलर पावर प्लांटस के लिए स्कूलों का चयन विधानसभा क्षेत्र के आधार पर करना होगा और यह भी ध्यान रखना होगा कि जिन स्कूलों को सोलर पावर प्लांटस के लिए चिन्हित किया जाए वो स्कूल शिक्षा बोर्ड के सेंटर भी हों। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को पत्र जारी करके जानकारी मांगी है कि उनके पास सोलर पावर प्लांटस स्थापना हेतू उपयुक्त स्थान उपलब्ध है या नहीं। वहीं शिक्षा विभाग ने वर्षा जल संग्रहण टैंक निर्माण के संबंध में भी स्कूलों से सूचनाएं मांगी हैं। जिन स्कूलों में वर्षा जल संग्रहण टैंक की सुविधा नहीं है, उन्हें इसके लिए उपलब्ध भूमि व स्थान की जानकारी शिक्षा विभाग को अतिशीघ्र उपलब्ध करवानी होगी।




Conclusion:गुरदेव सिंह  उपनिदेशक, उच्च शिक्षा जिला कांगड़ा  ने कहा कि निदेशालय के निर्देशानुसार जिला के समस्त स्कूलों से उनके परिसर में सोलर पावर प्लांटस और वर्षा जल संग्रहण टैंक बनाने के लिए भूमि उपलब्धता की जानकारी मांगी गई है। यह जानकारी स्कूलों को अतिशीघ्र उपलब्ध करवानी होगी, जिससे कि इसे संकलित कर निदेशालय को भेजा जा सके। सोलर पावर प्लांटस के लिए कितने स्कूलों में स्थान उपलब्ध है, इसकी जानकारी शिक्षा बोर्ड को भी दी जाएगी।

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