धर्मशाला/कांगड़ा: पर्यटन नगरी धर्मशाला के रोपवे का सफर पर्यटकों के लिए बेहद सुरक्षित और खास होगा. धर्मशाला में पर्यटन को बढ़ावा और यातायात की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से बनाया जा रहा ये रोपवे अपने अंतिम चरण पर है.
धर्मशाला से मैक्लोडगंज के लिए बन रहे रोपवे का करीब 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है. इस माह के अंत तक इस रोपवे का ट्रायल भी हो जाएगा. ट्रायल के बाद अगले महीने इसके शुरू होने की उम्मीद है.
देश का अत्याधुनिक रोपवे
ये देश रोपवे देश का ऐसा पहला रोपवे होगा, जो अति अत्याधुनिक होगा. अत्याधुनिक तकनीक से लेस होने के कारण रोपवे में एक घंटे में 800 यात्री सफर कर सकेंगे. यह रोपवे बिना गियर का होगा और स्व: संचालित होगा. रोपवे की ट्रॉली में गियर नहीं होने के कारण यात्री जल्द दूसरे छोर पर पहुंच पाएंगे.
कम बिजली करेगा खर्च
अत्याधुनिकता की वजह से धर्मशाला रोपवे में 7 फीसदी बिजली भी कम खर्च होगी, जिसका फायदा पर्यटकों को सस्ती टिकट के रूप में मिल सकता है. रोपवे के बनने से पर्यटन नगरी धर्मशाला में लोगों को सड़क जाम से निजात मिलेगी.
रोपवे में होंगी 18 ट्रॉलियां
अब निजी कंपनी की ओर से इस प्रोजेक्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस रोपवे में अब ट्रॉलियां लगना शुरू हो चुकी हैं. इस बिना गियर वाले रोपवे में 18 ट्रॉलियां लगाई जाएंगी. हर ट्रॉली में एक साथ आठ लोग सफर कर सकेंगे.
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