ETV Bharat / state

क्या है आदि हिमानी चामुंडा मुद्दा, जिसपर बीजेपी और कांग्रेस खड़े है साथ, किस पर गिरेगी गाज ?

author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jan 16, 2024, 5:32 PM IST

Kangra Himani Chamunda trek solar light: आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक और त्रियुंड ट्रैक के मुद्दे पर कांगड़ा में लोग और सियासतदान सड़क पर उतरे हैं. इन लोगों के निशाने पर वन विभाग है. आलम ये है कि इस मामले में कांग्रेस और बीजेपी दोनों के नेता एक साथ दिख रहे हैं. पढ़ें आखिर क्या है पूरा मामला ?

Etv Bharat
Etv Bharat

धर्मशाला: कांगड़ा जिले में इन दिनों आदि हिमानी चामुंडा मार्ग का मुद्दा गर्माया हुआ है. खास बात ये है कि वन विभाग के एक फैसले के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर गए. बीजेपी से लेकर कांग्रेस के नेता भी एक साथ खड़े नजर आए. आखिर क्या है ये पूरा मामला, जिस पर सरकारी विभाग के एक्शन के खिलाफ दोनों दल एक साथ नजर आ रहे हैं. दरअसल सोमवार 15 जनवरी को कांगड़ा के जिला मुख्यालय धर्मशाला में भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोग सड़क पर उतर गए. जिला उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल को ज्ञापन सौंपकर विन विभाग के अरण्यपाल को बर्खास्त करने की मांग की गई.

क्या है पूरा मामला- प्रदर्शन में शामिल हुए ग्रामीणों ने बताया कि 3 पंचायतों के लोगों ने पैसा इकट्ठा करके सरकार की योजना के साथ करीब 100 सोलर लाइटें हिमानी चामुंडा ट्रैक पर लगाई गई थी लेकिन वन विभाग ने एक शिकायत होने के बाद करीब 40 लाइटें हटा दी हैं. ग्रामीणों के मुताबिक शिकायत में पर्यावरण और वन्य जीवन को नुकसान की बात कही गई थी, जो सरासर गलत है लेकिन वन विभाग ने बिना जांच किए ही ये कदम उठाया.

आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक
आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक

प्रदर्शन में शामिल हुए ग्रामीण तेजेंद्र और सुरेंद्र के मुताबिक पालमपुर में करीब 14 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित आदि हिमानी चामुंडा मंदिर तक पहुंचने का रास्त बहुत ही कठिन है. ग्रामीणों ने सरकार के साथ मिलकर 85-15 हिस्सेदारी में करीब 100 लाइटें लगवाई ताकि मंदिर तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत ना हो लेकिन एक शिकायत पर एक्शन लेते हुए 39 सोलर लाइटें हटा दी गई. जिसके खिलाफ उन्होंने प्रदर्शन किया है.

बीजेपी के कांगड़ा जिला अध्यक्ष सचिन जिंदल के मुताबिक "ये लाइटें सुविधा के लिए लगाई गई थी लेकिन वन विभाग ने इन्हें हटा दिया. हमने डीसी कांगड़ा को ज्ञापन सौंपा है और हटाई गई सोलर लाइट्स को जल्द से जल्द अपने स्थान पर लगाने के लिए कहा है. साथ ही जिन अधिकारियों ने इन लाइट्स को हटावाया है उन्हें सस्पेंड किया जाए. अगर ऐसा नहीं किया गया तो इससे भी बड़ा प्रदर्शन होगा."

ज्ञापन मिला है कि आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक पर कुछ सोलर लाइट्स लगी थी, जिन्हें डिसकनेक्ट किया गया है. इस मामले में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की है और इस मामले के दोषी के खिलाफ एक्शन की मांग की है. मामले में जांच की जा रही है और लाइट्स की बहाली जल्द से जल्द करने की कोशिश है. - डॉ. निपुण जिंदल, जिलाधीश, कांगड़ा

धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा के मुताबिक वो इस मामले में पहले ही मामला दर्ज करवा चुके हैं. इस मामले में रविवार को उन्होंने कहा था कि आदि चामुंडा मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री से बात की है और उन्होंने इस मामले में जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया है.

मेरी मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई है उन्होंने विभाग को निर्देश दिए हैं कि लाइटें दोबारा से लगाई जाएं और दोषी अधिकारियों पर एक्शन होगा. उन अधिकारियों को सस्पेंड किया जाएगा. अधिकारियों की मनमानी नहीं चलेगी क्योंकि ये जनता की चुनी हुई सरकार है, जो जनता चाहेगी वो होगा.- सुधीर शर्मा, विधायक, धर्मशाला

दरअसल वन विभाग सिर्फ आदि चामुंडा ट्रैक को लेकर ही नहीं बल्कि त्रियुंड में ट्रैकिंग और टैंटिंग पर फीस लगाने को लेकर भी चर्चा में है. वन विभाग के इस फैसले पर भी विरोध हुआ था. जिसमें हाल ही में ऑफ सीजन का हवाला देते हुए 50 फीसदी की कटौती की गई है. विधायक सुधीर शर्मा के मुताबिक उन्होंने इस मामले में भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की है और उन्होंने त्रियुंड में एंट्री फीस लेने पर रोक लगा दी है. सुधीर शर्मा ने कहा कि एंट्री फीस वसूलने का असर पर्यटन कारोबार पर पड़ सकता है.

आदि हिमानी चामुंडा मंदिर में हर साल हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं इसके अलावा कुछ पर्यटक भी यहां पहुंचते हैं. ट्रैकिंग के शौकीन लोग भी इस ट्रैक का सहारा लेते हैं. पर्यटन की दृष्टि से ये धार्मिक स्थल और ये ट्रैक भी काफी महत्वपूर्ण है. वन विभाग के फैसले को लेकर जिले में मौजूद बीजेपी और कांग्रेस के नेता साथ नजर आ रहे हैं. दोनों की ओर से वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर एक्शन की मांग की गई है. अब इंतजार इस बात का है कि कब तक आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक पर लगी सोलर लाइटें फिर से शुरू होती हैं और क्या इस मामले में किसी पर गाज गिरेगी ?

ये भी पढ़ें: क्यों अधीर हो रहे सुधीर शर्मा... क्या लोकसभा चुनाव से पहले आर-पार के मूड में हैं धर्मशाला के एमएलए ?

धर्मशाला: कांगड़ा जिले में इन दिनों आदि हिमानी चामुंडा मार्ग का मुद्दा गर्माया हुआ है. खास बात ये है कि वन विभाग के एक फैसले के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर गए. बीजेपी से लेकर कांग्रेस के नेता भी एक साथ खड़े नजर आए. आखिर क्या है ये पूरा मामला, जिस पर सरकारी विभाग के एक्शन के खिलाफ दोनों दल एक साथ नजर आ रहे हैं. दरअसल सोमवार 15 जनवरी को कांगड़ा के जिला मुख्यालय धर्मशाला में भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोग सड़क पर उतर गए. जिला उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल को ज्ञापन सौंपकर विन विभाग के अरण्यपाल को बर्खास्त करने की मांग की गई.

क्या है पूरा मामला- प्रदर्शन में शामिल हुए ग्रामीणों ने बताया कि 3 पंचायतों के लोगों ने पैसा इकट्ठा करके सरकार की योजना के साथ करीब 100 सोलर लाइटें हिमानी चामुंडा ट्रैक पर लगाई गई थी लेकिन वन विभाग ने एक शिकायत होने के बाद करीब 40 लाइटें हटा दी हैं. ग्रामीणों के मुताबिक शिकायत में पर्यावरण और वन्य जीवन को नुकसान की बात कही गई थी, जो सरासर गलत है लेकिन वन विभाग ने बिना जांच किए ही ये कदम उठाया.

आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक
आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक

प्रदर्शन में शामिल हुए ग्रामीण तेजेंद्र और सुरेंद्र के मुताबिक पालमपुर में करीब 14 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित आदि हिमानी चामुंडा मंदिर तक पहुंचने का रास्त बहुत ही कठिन है. ग्रामीणों ने सरकार के साथ मिलकर 85-15 हिस्सेदारी में करीब 100 लाइटें लगवाई ताकि मंदिर तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत ना हो लेकिन एक शिकायत पर एक्शन लेते हुए 39 सोलर लाइटें हटा दी गई. जिसके खिलाफ उन्होंने प्रदर्शन किया है.

बीजेपी के कांगड़ा जिला अध्यक्ष सचिन जिंदल के मुताबिक "ये लाइटें सुविधा के लिए लगाई गई थी लेकिन वन विभाग ने इन्हें हटा दिया. हमने डीसी कांगड़ा को ज्ञापन सौंपा है और हटाई गई सोलर लाइट्स को जल्द से जल्द अपने स्थान पर लगाने के लिए कहा है. साथ ही जिन अधिकारियों ने इन लाइट्स को हटावाया है उन्हें सस्पेंड किया जाए. अगर ऐसा नहीं किया गया तो इससे भी बड़ा प्रदर्शन होगा."

ज्ञापन मिला है कि आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक पर कुछ सोलर लाइट्स लगी थी, जिन्हें डिसकनेक्ट किया गया है. इस मामले में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की है और इस मामले के दोषी के खिलाफ एक्शन की मांग की है. मामले में जांच की जा रही है और लाइट्स की बहाली जल्द से जल्द करने की कोशिश है. - डॉ. निपुण जिंदल, जिलाधीश, कांगड़ा

धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा के मुताबिक वो इस मामले में पहले ही मामला दर्ज करवा चुके हैं. इस मामले में रविवार को उन्होंने कहा था कि आदि चामुंडा मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री से बात की है और उन्होंने इस मामले में जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया है.

मेरी मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई है उन्होंने विभाग को निर्देश दिए हैं कि लाइटें दोबारा से लगाई जाएं और दोषी अधिकारियों पर एक्शन होगा. उन अधिकारियों को सस्पेंड किया जाएगा. अधिकारियों की मनमानी नहीं चलेगी क्योंकि ये जनता की चुनी हुई सरकार है, जो जनता चाहेगी वो होगा.- सुधीर शर्मा, विधायक, धर्मशाला

दरअसल वन विभाग सिर्फ आदि चामुंडा ट्रैक को लेकर ही नहीं बल्कि त्रियुंड में ट्रैकिंग और टैंटिंग पर फीस लगाने को लेकर भी चर्चा में है. वन विभाग के इस फैसले पर भी विरोध हुआ था. जिसमें हाल ही में ऑफ सीजन का हवाला देते हुए 50 फीसदी की कटौती की गई है. विधायक सुधीर शर्मा के मुताबिक उन्होंने इस मामले में भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की है और उन्होंने त्रियुंड में एंट्री फीस लेने पर रोक लगा दी है. सुधीर शर्मा ने कहा कि एंट्री फीस वसूलने का असर पर्यटन कारोबार पर पड़ सकता है.

आदि हिमानी चामुंडा मंदिर में हर साल हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं इसके अलावा कुछ पर्यटक भी यहां पहुंचते हैं. ट्रैकिंग के शौकीन लोग भी इस ट्रैक का सहारा लेते हैं. पर्यटन की दृष्टि से ये धार्मिक स्थल और ये ट्रैक भी काफी महत्वपूर्ण है. वन विभाग के फैसले को लेकर जिले में मौजूद बीजेपी और कांग्रेस के नेता साथ नजर आ रहे हैं. दोनों की ओर से वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर एक्शन की मांग की गई है. अब इंतजार इस बात का है कि कब तक आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक पर लगी सोलर लाइटें फिर से शुरू होती हैं और क्या इस मामले में किसी पर गाज गिरेगी ?

ये भी पढ़ें: क्यों अधीर हो रहे सुधीर शर्मा... क्या लोकसभा चुनाव से पहले आर-पार के मूड में हैं धर्मशाला के एमएलए ?

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.