कांगड़ा: डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने राष्ट्रीय नार्काे समन्वय पोर्टल (एनकॉर्ड) के तहत बनी जिलास्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता की. धर्मशाला में मंगलवार को आयोजित इस बैठक में जिला नार्काेटिक्स समन्वय समिति की संयोजक पुलिस अधीक्षक कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री उपस्थित रहीं. इस दौरान डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि जिले में नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. जिनकी फीड को जिले में बनने वाले वन स्टॉप सेंटर में मॉनिटर किया जा सकेगा. इससे नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्रों में बेहतर व्यवस्था और निगरानी सुनिश्चित होगी. उन्होंने कहा कि वन स्टॉप सेंटर में नशा पीड़ितों के लिए एक समर्पित हेल्पलाईन भी स्थापित होगी, जिसके माध्यम से उनकी समस्याओं को सुनने, काउंसलिंग करने और उनके उपचार से संबंधित सारी जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी.
नशा मुक्ति क्लीनिकों को सक्रिय बनाने के निर्देश: डॉ. निपुण जिंदल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिले के सिविल अस्पतालों में नशा मुक्ति क्लीनिकों को सक्रिय बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने वहां चिकित्सकों की तैनाती को लेकर रोस्टर बनाने को कहा. डीसी कांगड़ा ने यह भी सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए कि नशा मुक्ति क्लीनिकों में सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध हों. नशा रोगियों की काउंसलिंग के लिए चिकित्सकों की सेंसिटाइजेशन कार्यशाला व प्रशिक्षण कराएं.
जून में भांग उखाड़ो अभियान: डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा जिले में जून महीने में 10 से 26 तारीख तक भांग के पौधे उखाड़ने को व्यापक अभियान चलाया जाएगा. इसमें हर पंचायत में जनभागीदारी से मुहिम चलाई जाएगी. उपायुक्त ने जिला पंचायत अधिकारी को इसे लेकर रूपरेखा बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने इस अभियान में विभिन्न विभागों के सहयोग के साथ-साथ पंचायती राज संस्थानों, गैर सरकारी संस्थाओं, महिला मंडलों, युवक क्लबों, एनसीसी व स्काउट्स एंड गाइड्स की भागीदारी तय बनाने को कहा. उन्होंने बताया कि इस अभियान में 10 से 25 जून तक विविध जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी और 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर प्रत्येक पंचायत में कार्यक्रम किए जाएंगे.
एसडीएम करें औचक निरीक्षण: जिलाधीश ने सभी एसडीएम से नशा निवारण और पुनर्वास केंद्रों के निरीक्षण का ब्योरा लिया और उन्हें संबंधित क्षेत्रों में नियमित अंतराल पर औचक निरीक्षण करने को कहा. उन्होंने कहा कि इससे एक मजबूत संदेश जाएगा साथ ही वहां व्यवस्था में भी सुधार होगा. डॉ. निपुण जिंदल ने संबंधित अधिकारियों को जिले में जागरूकता शिविरों के आयोजन के लिए व्यापक कार्ययोजना बना कर दो हफ्ते में प्लान साझा करने के निर्देश दिए. उन्होंने कार्ययोजना में यह तय बनाने को कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों में विभिन्न विभागों की जागरूकता एवं आउटरीच गतिविधियां पहुंचें.
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