ETV Bharat / state

कांगड़ा के पारंपरिक उत्पादों की होगी ब्रांडिग, स्वयं सहायता समूहों और युवाओं को मिलेगी ट्रेनिंग - latest news himachal pradesh in hindi

उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के साथ डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापित ने समीक्षा बैठक की. इस बैठक के अनुसार जिला में मुख्यमंत्री ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों एवं युवाओं को पारंपरिक उत्पादों को बेहतर तरीके से तैयार करने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी.

dc kangra held meeting on kaushal vikas yojna
खंड विकास अधिकारियों की डीसी कांगड़ा के साथ बैठक
author img

By

Published : Mar 14, 2020, 5:35 PM IST

धर्मशालाः उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के साथ डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापित ने समीक्षा बैठक की. इस बैठक के अनुसार जिला में मुख्यमंत्री ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों एवं युवाओं को पारंपरिक उत्पादों को बेहतर तरीके से तैयार करने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. जिससे ये उत्पाद मार्केट में उपभोक्ताओं को आकर्षित कर सकें और बिक्री में भी इजाफा हो सके. इससे स्वयं सहायता समूहों की आमदनी में भी बढ़ोतरी संभव हो सकेगी.

वीडियो.

डीसी कांगड़ा ने राकेश प्रजापति ने कहा कि सभी विकास खंड अधिकारियों को ट्रेनिंग के इच्छुक स्वयं सहायता समूहों की सूची प्रेषित करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही किस क्षेत्र में कौन से पारंपरिक उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं. उसके बारे में भी विस्तार से जानकारी देने के लिए कहा गया है.

डीसी कांगड़ा ने कहा कि बांस के उत्पाद, पीतल के बर्तन, पोल्ट्री, चंबा रूमाल, कांगड़ा चित्रकला, मैंगो प्रोसेसिंग, पत्तल बनाना इत्यादि पारंपरिक उत्पाद हैं. इन्हें और बेहतर बनाने के लिए विशेषज्ञों के माध्यम से ट्रेनिंग दिलाई जाएगी और उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए भी उचित कदम उठाए जाएंगे. साथ ही पारंपरिक उत्पादों की मार्केटिंग के लिए भी उचित व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए भी प्लान तैयार किया जा रहा है.

डीसी राकेश प्रजापति ने बताया कि पारंपरिक उत्पादों के निर्माण में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं और इन्हीं संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए स्वयं सहायता समूहों के साथ-सात युवाओं के लिए ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही है.

डीसी ने खंड विकास अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मौजूदा वित वर्ष के निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्व पूरा करें और ठोस कूड़ा कचरा प्रबंधन के तहत पंचायत को स्वच्छ रखने के लिए प्लान तैयार करें इस के लिए बजट का प्रावधान भी कर दिया जाएगा.

धर्मशालाः उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के साथ डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापित ने समीक्षा बैठक की. इस बैठक के अनुसार जिला में मुख्यमंत्री ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों एवं युवाओं को पारंपरिक उत्पादों को बेहतर तरीके से तैयार करने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. जिससे ये उत्पाद मार्केट में उपभोक्ताओं को आकर्षित कर सकें और बिक्री में भी इजाफा हो सके. इससे स्वयं सहायता समूहों की आमदनी में भी बढ़ोतरी संभव हो सकेगी.

वीडियो.

डीसी कांगड़ा ने राकेश प्रजापति ने कहा कि सभी विकास खंड अधिकारियों को ट्रेनिंग के इच्छुक स्वयं सहायता समूहों की सूची प्रेषित करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही किस क्षेत्र में कौन से पारंपरिक उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं. उसके बारे में भी विस्तार से जानकारी देने के लिए कहा गया है.

डीसी कांगड़ा ने कहा कि बांस के उत्पाद, पीतल के बर्तन, पोल्ट्री, चंबा रूमाल, कांगड़ा चित्रकला, मैंगो प्रोसेसिंग, पत्तल बनाना इत्यादि पारंपरिक उत्पाद हैं. इन्हें और बेहतर बनाने के लिए विशेषज्ञों के माध्यम से ट्रेनिंग दिलाई जाएगी और उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए भी उचित कदम उठाए जाएंगे. साथ ही पारंपरिक उत्पादों की मार्केटिंग के लिए भी उचित व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए भी प्लान तैयार किया जा रहा है.

डीसी राकेश प्रजापति ने बताया कि पारंपरिक उत्पादों के निर्माण में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं और इन्हीं संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए स्वयं सहायता समूहों के साथ-सात युवाओं के लिए ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही है.

डीसी ने खंड विकास अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मौजूदा वित वर्ष के निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्व पूरा करें और ठोस कूड़ा कचरा प्रबंधन के तहत पंचायत को स्वच्छ रखने के लिए प्लान तैयार करें इस के लिए बजट का प्रावधान भी कर दिया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.