धर्मशाला: कांगड़ा जिला में प्रमुख धार्मिक स्थलों, शक्तिपीठ मंदिरों को खोलने से पहले कोविड-19 के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश उपमंडलाधिकारियों को दिए गए हैं. उपमंडलाधिकारियों से कार्य योजना की रिपोर्ट मिलने के पश्चात ही शक्तिपीठ मंदिरों को दर्शनों के लिए खोला जाएगा.
उपायुक्त राकेश प्रजापति की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें एडीसी राघव शर्मा, एसडीएम कांगड़ा जतिन लाल, एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश दत्त शर्मा, एसडीएम देहरा धनवीर ठाकुर, एसडीएम बैजनाथ छवि नैंटा, एसडीएम धर्मशाला हरीश गज्जू भी उपस्थित थे.
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि शक्तिपीठ मंदिरों को खोलने से पहले मंदिर अधिकारियों और मंदिर के कर्मचारियों व पुजारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. मंदिरों को सेनिटाइज इत्यादि करने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे. उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि मंदिरों में किसी तरह की भीड़ एकत्रित नहीं हो, इसके लिए भी मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश को लेकर भी अलग-अलग समय निर्धारित किया जाएगा और उपमंडलाधिकारियों को उपयुक्त प्लान तैयार करने के लिए कहा गया है.किसी भी स्तर पर कोविड संक्रमण को फैलने से रोकने का पूरा ध्यान रखा जाएगा. इसके साथ ही मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश और बाहर निकलने के लिए भी अलग-अलग रास्ते निर्धारित करने के लिए कहा गया है. उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला के ज्वालामुखी मंदिर, ब्रजेश्वरी मंदिर, चामुंडा मंदिर, बगलामुखी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा रहती है. इन मंदिरों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल की अनुपालना पर ज्यादा फोकस रहेगा.