कांगड़ाः इन्दौरा विधानसभा क्षेत्र कई वर्षों से खराब सड़कों की स्थिति से जूझ रहा है. जिसे लेकर समय-समय पर शासन-प्रशासन के पास स्थानीय लोग गुहार लगाते रहे हैं. ऐसे में जब कड़ी मशक्कत के बाद सड़क पर तारकोल डालने के लिए बजट मंजूर हो और उस पर ठेकेदार जब मात्र सड़क काली करने की मंशा से ही काम निपटाकर धूल झोंकने का काम करे तो स्थानीय लोगों का आक्रोशित होना स्वाभाविक है.
ऐसा ही मामला भोला टालू-इंदौरा वाया कंगरेड़ी टप्पा मार्ग का है. जहां एक ठेकेदार द्वारा किए जा रहे सड़क कार्य से खफा ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. टालू-इंदौरा वाया कंगरेड़ी मार्ग पर सड़क पर तारकोल डालने का काम चल रहा था. लोगों ने निर्माण कार्य में घटिया सामग्री और अनियमिता बर्ताने का आरोप लगाते हुए काम बंद करवा दिया, लेकिन ठेकेदार ने रातों-रात कथित घटिया निर्माण करने का प्रयास किया.
स्थानीय लोगों की माने तो यह सड़क मार्ग पिछले 9 वर्षों से खस्ताहाल था. जब पिछली बार तारकोल डाली गई थी तो वो एक साल में ही उखड़ गई थी. वहीं इस बार भी जो तारकोल का काम किया जा रहा है वो पिछली बार से भी बदतर है. स्थानीयों ने बताया कि उन्होंने इस बारे विभाग के अधिकारियों को भी सूचित किया, लेकिन शाम 7 बजे तक विभाग का कोई भी अधिकारी सड़क निर्माण का निरीक्षण करने नहीं आया.
इस पर ग्रामीणों ने कार्य की गुणवत्ता से खिलबाड़ होने पर देर शाम मोर्चा खोल दिया व खूब हो-हल्ला किया और ठेकेदार के विरुद्ध जमकर भड़ास निकाली. वहीं लोगों ने विभाग के विरुद्ध भी रोष प्रकट किया. लोगों ने दो टूक कहा कि क्षेत्र की सड़कों पर घटिया निर्माण कार्य किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे.
वहीं, जब इस संबंध में अधिक्षण अभियंता विकास सूद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अधिशासी अभियंता को मौका पर भेजकर निर्माण कार्य की रिपोर्ट ली जाएगी और जो काम ठेकेदार ने पूरा कर दिया है, उसका भी धर्मशाला से गुणवत्ता निरीक्षण दस्ता भेजकर रिपोर्ट ली जाएगी, यदि कुछ कमी हुई तो ठेकेदार को दोबारा वह कार्य करना पड़ेगा.