बैजनाथ/कांगड़ाः 13 अप्रैल से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है. इस नवरात्रि में कोरोना का दूसरी लहर का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, जिसको लेकर सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी है,
वहीं, शारदा माता मंदिर सिमस में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नवरात्रि 13 अप्रैल से आरंभ होने जा रहे हैं, जिसको लेकर मंदिर कमेटी की ओर से कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है.
मनोकामना पूरी करने के लिए श्रद्धालु मंदिर परिसर में देते हैं धरना
आपको बता दें कि संतान दात्री शारदा मन्दिर बैजनाथ से 30 किलोमीटर दूर पर लडभड़ोल के समीप सिमस में है. चैत्र नवरात्रों में यहां श्रद्धालु दूर-दूर से आकर संतान प्राप्ति के लिए मंदिर परिसर में धरने में बैठकर मनोकामना पूरी करने का गुहार लगाते हैं. मां शारदा स्वपन में महिलाओं को फल आदि देती है जिससे उनकी मनोकामना पूरी होती है और मां बनने का सपना पूरा होता है.
शारदा माता मंदिर कमेटी ने श्रद्धालुओं से की अपील
शारदा माता मंदिर कमेटी के प्रधान विनोद राय का कहना है कि हमें खेद है कि कोविड-19 के चलते इस वर्ष नवरात्रों में सिमसा माता में लंगर की व्यवस्था नहीं होगी. उन्होंने बताया कि संतान प्राप्ति के लिए जो महिलाएं धरने पर बैठती थीं लेकिन इस नवरात्रि में महिलाएं धरने पर नहीं बैठेंगी और पूजा अर्चना के समय लोगों की भीड़ इकट्ठी नहीं होगी.
मंदिर कमेटी के प्रधान विनोद राय ने सभी श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि वह मंदिर में सरकार की ओर से जारी निर्देशों का पालन करते हुए सभी श्रद्धालु मास्क पहनकर और सामाजिक दूरी बनाए रखें ताकि कहीं भी भीड़ इकठ्ठी ना हो.
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