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ज्वालाजी में वाहन की टक्कर से बैल की मौत, आरोपी चालक मौके से फरार

गाड़ी चालक ने सड़क पर बैल को टक्कर मार दी. टक्कर मारने के बाद चालक ने बेजुबान जानवर की सुध तक नहीं ली. इस हादसे में बेजुबान जानवर की मौके पर ही मौत हो गई.

धर्मशाला में वाहन की टक्कर से बैल की मौत
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Published : Jul 26, 2019, 2:40 PM IST

Updated : Jul 26, 2019, 3:51 PM IST

कांगड़ा: ज्वालाजी में एक गाड़ी चालक ने सड़क पर बैल को टक्कर मार दी. टक्कर मारने के बाद चालक ने बेजुबान जानवर की सुध तक नहीं ली. इस हादसे में बेजुबान जानवर की मौके पर ही मौत हो गई. मामला ज्वालाजी अस्पताल के बाहर सुबह के समय पेश आया, जब एक गाड़ी की यहां सड़क पर गौवंश के साथ टक्कर हो गई.

Bull dies
धर्मशाला में वाहन की टक्कर से बैल की मौत

मामले की सूचना ज्वालाजी में रह रहे परिवार के एक सदस्य ने दी. उन्होंने बताया कि सड़क पर हुए धमाके की आवाज सुनकर वे बाहर आए तो देखा कि बैल को टक्कर मारकर गाड़ी चालक फरार हो गया. उन्होंने देखा कि बैल सड़क पर मृत पड़ा है.

इस बीच मृत बैल को कपड़े से ढक दिया, साथ ही नगर परिषद ज्वालाजी को इस बारे में सूचित किया ताकि यहां से गौवंश को हटा दिया जाए. वहीं, द्रंग नवासी अंकित कुमार ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बैल को सड़क किनारे से हटाया.

इस मामले को लेकर नगर परिषद के अधिकारी देसराज चौधरी ने कहा कि घटना की सूचना तहसीलदार व मन्दिर अधिकारी जगदीश शर्मा ने उन्हें दी. उसके बाद उन्होंने बैल को हटाने के लिए यहां कुछ कर्मचारी भी भेजे थे, लेकिन वन विभाग ने बताया कि बैल रास्ते में नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे में इसे बाद में किसने यहां से हटाया इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.

ये भी पढ़े: ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में नजर आया बर्फानी तेंदुआ, CCTV में कैद हुई हलचल

कांगड़ा: ज्वालाजी में एक गाड़ी चालक ने सड़क पर बैल को टक्कर मार दी. टक्कर मारने के बाद चालक ने बेजुबान जानवर की सुध तक नहीं ली. इस हादसे में बेजुबान जानवर की मौके पर ही मौत हो गई. मामला ज्वालाजी अस्पताल के बाहर सुबह के समय पेश आया, जब एक गाड़ी की यहां सड़क पर गौवंश के साथ टक्कर हो गई.

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धर्मशाला में वाहन की टक्कर से बैल की मौत

मामले की सूचना ज्वालाजी में रह रहे परिवार के एक सदस्य ने दी. उन्होंने बताया कि सड़क पर हुए धमाके की आवाज सुनकर वे बाहर आए तो देखा कि बैल को टक्कर मारकर गाड़ी चालक फरार हो गया. उन्होंने देखा कि बैल सड़क पर मृत पड़ा है.

इस बीच मृत बैल को कपड़े से ढक दिया, साथ ही नगर परिषद ज्वालाजी को इस बारे में सूचित किया ताकि यहां से गौवंश को हटा दिया जाए. वहीं, द्रंग नवासी अंकित कुमार ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बैल को सड़क किनारे से हटाया.

इस मामले को लेकर नगर परिषद के अधिकारी देसराज चौधरी ने कहा कि घटना की सूचना तहसीलदार व मन्दिर अधिकारी जगदीश शर्मा ने उन्हें दी. उसके बाद उन्होंने बैल को हटाने के लिए यहां कुछ कर्मचारी भी भेजे थे, लेकिन वन विभाग ने बताया कि बैल रास्ते में नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे में इसे बाद में किसने यहां से हटाया इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.

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Intro:गौवंश को टक्कर मारकर चलता बना गाड़ी चालक, बेजुबान की मौत

सुबह के समय पेश आया मामला
कुछ गौ भक्तों ने कपड़े से ढका गौवंश व बाद में यहां से हटाया
हैरत साढे 11 बजे तक अस्पताल के बाहर सड़क पर मृत पड़ा रहा बैल, किसी ने नही ली सुध
अंत मे गोभक्त ही उठाकर लेकर गए गौवंश
आरोप, नगर परिषद को कुछेक लोगों द्वारा दी गई थी जानकारी लेकिन नही ली गई सुध, सवालों के घेरे में कार्यप्रणालीBody:
ज्वालामुखी, 26 जुलाई (नितेश): ज्वालाजी में एक गाड़ी चालक गौवंश को टक्कर मारकर यहां से चलता बना। उसने रुककर इस बेजुबान जानवर की सुध तक लेना भी मुनासिफ नही समझा। इस हादसे में बुजबान जानवर की मौके पर ही मौत हो गई।
मामला ज्वालाजी अस्पताल के बाहर सुबह के समय लगभग 3 बजे के करीब पेश आया, जब एक गाड़ी की यहां सड़क पर गौवंश के साथ टक्कर हो गई। इस बीच यहीं रह रहा परिवार का एक सदस्य एकाएक सड़क पर हुए धमाके की आवाज सुनकर बाहर की तरफ निकलता तो देखता है कि बैल को टक्कर मारकर गाड़ी चालक फरार है और बैल सड़क पर मृत पड़ा है। इस बीच सुबह के समय कुछेक गौभक्तों ने यहां बैल को मृत देखा तो उसे कपड़े से ढक दिया, साथ ही इस बीच नगर परिषद ज्वालाजी को इस बारे सूचित किया ताकि यहां से गौवंश को हटा दिया जाए।
हैरानी की बात ये है कि सुबह के समय पेश आए हादसे के बाद दिन के साढ़े 11 बजे तक भी रोड किनारे पड़े बैल की किसी ने सुध नही ली तो इस बीच दरंग निबासी अंकित कुमार उसके दोस्त राहुल कुमार और विशाल कुमार को बैल के अभी तक सड़क किनारे पड़े रहने की बात का पता चला तो वह इंसानियत के नाते ऑटो बालो को फोन करके इसे यहां से उठाकर लेकर गए।
अब सवाल ये है कि प्रशासन को सूचना देने के बाद भी वह अपनी जिम्मेदारियों के प्रति कितना सहज है इसका अंदाज़ा यही से लगाया जा सकता है।
इस मामले को लेकर अंकित का कहना है कि समाज मे रह रहे लोगों को भी इस तरह के कार्यों के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बीच इस कार्य के लिए कुछ और लोग भी शामिल हुए जिन्होंने गाय को यहां से हटाने में उनका सहयोग किया। उन्होंने यहां प्रशासन के इस तरह रवैये के प्रति रोष जताया है। उन्होंने कहा कि एक अस्पताल जहां रोजाना हज़ारों लोग आते है वहां नैशनल हाइवे सड़क के किनारे एक बैल मृत पड़ा रहा है, लेकिन इसे यहाँ से हटाने के लिए कोई जहमत प्रसाशन की ओर से नही की गई।





Conclusion:क्या कहते नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी
इस मामले को लेकर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी देशराज चौधरी ने कहा कि सड़क किनारे बैल मृत पड़ा है इसकी सूचना तहसीलदार व मन्दिर अधिकारी जगदीश शर्मा द्वारा उन्हें दी गई थी। उसके बाद उन्होंने बैल को हटाने के लिए यहां कुछ कर्मचारी भी भेजे थे, लेकिन बन विभाग द्वारा बैल को लेकर उन्हें कोई अनुमति नही मिली ऐसे में इसे बाद में किसने यहां से हटाया है इसकी जानकारी उन्हें नही है।
Last Updated : Jul 26, 2019, 3:51 PM IST
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