पालमपुरः नगर निगम चुनाव में बागी प्रत्याशी बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं. कई पुराने कार्यकर्ताओं को टिकट न मिलने के बाद वे आजाद प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं. नगर निगम पालमपुर के वॉर्ड नं. 4 से 40 साल से बीजेपी के कार्यकर्ता संजीव सोनी को टिकट न मिलने के बाद सोनी ने आजाद प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोकी है. बागी प्रत्याशी संजीव सोनी ने प्रचार के लिए पोस्टर जारी किया है, जिसमें उन्होंने खुद को पार्टी से निकालने के लिए अपना कसूर पूछा है. पोस्टर में उन्होंने खुद को जनता का दुलारा बताया है. अब ये पोस्टर हर जगह चर्चा का विषय बन गया है.
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अवसरवादियों की बल्ले-बल्ले
राजनीति में रूचि रखने वाले लोगों के मुताबिक पालमपुर में बीजेपी नेतृत्व भले ही सर्वे के आधार पर नगर निगम चुनाव में प्रत्याशी की बात कह रहा है, लेकिन नगर निगम परिक्षेत्र में कुछ और चर्चा है. पार्टी का सर्वे हुआ है. इस बारे में भगवा ब्रिगेड के समर्थकों को शक है. अनुशासित और जन भावनाओं के अनुसार काम करने वाली बीजेपी में अवसरवादियों और चाटुकारों की बल्ले-बल्ले हो रही है. पार्टी में इसका आदमी उसका आदमी की परिपाटी लगातार हावी होती जा रही है.
कार्यकर्ताओं की अनदेखी
बीजेपी समर्थकों का मानना है कि जिन लोगों को पार्टी को मजबूत करने का जिम्मा सौंपा है, वह खुद को सर्वेसर्वा मान बैठे हैं. इसी का नतीजा है कि शांता कुमार की नगरी में पार्टी में बगावत हुई. कई कार्यकर्ता अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. अब बीजेपी ने चार लोगों को पार्टी से निलंबित किया है, लेकिन अगर यह लोग चुनाव जीत जाते हैं, तो गलत टिकट बांटने वालों कार्रवाई होगी या नहीं. जनता चुनाव में क्या फैसला लेगी यह तो समय ही बताएगा, लेकिन बीजेपी के लिए यह स्थिति सुखद नहीं है क्योंकि जिन पर पार्टी ने कार्रवाई की है, उनका अपने-अपने इलाके में रसूख है.
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