धर्मशाला: भाजपा सरकार में प्रदेश में खोले गए विभिन्न संस्थानों को कांग्रेस सरकार की ओर से डी-नोटिफाई करने के विरोध में भाजपा अब सड़कों पर उतर आई है. इसी कड़ी में आज जिला मुख्यालय धर्मशाला में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के नेतृत्व में संगठनात्मक जिला कांगड़ा की ओर से आक्रोश रैली का आयोजन किया गया. इस अवसर पर अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा.
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में पूर्व रहे मुख्यमंत्रियों को पानी वाले और सड़कों वाले सीएम के रूप में जाना जाता है. उसी तरह वर्तमान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ताले वाले सीएम के रूप में जाना जाएगा. क्योंकि, सुखविंदर सिंह सुक्खू 'लोकप्रिय' नहीं 'लॉकप्रिय' मुख्यमंत्री है, जो संस्थानों को बंद करने में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि जनता सड़कों पर उतरने को मजबूर है तो समझ लो सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि लगता है कि हमसे ज्यादा जल्दी खुद कांग्रेस को है.
पूर्व सीएम ने कहा कि अधूरे कामों को पूरा करने की जिम्मेदारी नई सरकार की होती है. हमने इसी भाव से पांच साल काम किया था. लेकिन, कांग्रेस सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि तीन माह में सरकार ने सिर्फ संस्थानों को बंद करने का ही काम किया. जयराम ठाकुर ने कहा लोगों की मांग पर ही संस्थान खोले जाते हैं. लेकिन, सरकार जनता के लिए खोले गए संस्थानों को बंद करने में लगी हुई है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस सरकार सत्ता में आते ही जनविरोधी निर्णय ले रही है, उससे यह साबित हो गया है कि सरकार को जनता की समस्याओं से कोई लेना देना ही नहीं है. भाजपा सरकार ने लोगों के हित में निर्णय लेकर कई शिक्षण-स्वास्थ्य संस्थान खोले थे, लेकिन कांग्रेस सरकार ने यह डिनोटिफिकेशन करके लोगों को दुविधा में डाल दिया है.
जयराम ने कहा कि प्रदेश का यह पहला बजट सत्र होगा, जिसमें सरकार को जवाब देना मुश्किल होगा. बजट सत्र में कांग्रेस सरकार ने जनता के हित में फैसले नहीं लिए तो भाजपा सड़कों पर उतरेगी और जनता की मांगों की लड़ाई लड़ेगी. जनता के हित में लिए गए फैसलों को बदलना बेहद दुर्भाग्य और निंदनीय है. कांग्रेस सरकार अपना बजट पेश करने तो जा रही है, लेकिन बजट में कुछ भी खास नहीं रहने वाला है.
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