धर्मशाला: कांगड़ा-चंबा क्षेत्र से सांसद किशन कपूर ने देश के जनजातीय क्षेत्रों के समग्र एवं समन्वित विकास की आवश्यकता पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों की सबसे बड़ी समस्या रोजगार के सीमित अवसरों की है. इसके कारण स्थानीय जनसंख्या इन क्षेत्रों से पलायन कर रही है.
स्थापित हो स्थानीय उत्पादों पर आधारित उद्योग
किशन कपूर ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्थानीय उत्पादों पर आधारित उद्योग भी प्राथमिकता के आधार पर स्थापित किए जाने चहिए. उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्थानीय जलवायु के अनुकूल बागवानी को भी बढ़ावा दे कर इस क्षेत्र में पलायन को रोक जा सकता है.
जनजातीय पर्यटन के विकास को बढ़ाने की आवश्यकता
सांसद किशन कपूर ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में पर्यटन के विकास को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए. हिमाचल के जनजातीय क्षेत्रों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र सांस्कृतिक रूप से इतने अधिक समृद्ध हैं कि देश-विदेश के पर्यटक इस ओर आकर्षित होते हैं.
सुजान सिंह पठानिया के निधन पर शोक किया व्यक्त
वहीं, किशन कपूर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री और फतेहपुर से विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है पठानिया जमीन से जुड़े नेता थे. कांगड़ा के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है. उन्होंने ईश्वर से दिवंगत की आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवार को यह क्षति सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है.
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