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त्रिलोक कपूर का मुकेश अग्निहोत्री पर तंज, कहा: अपनी पार्टी का रखें ख्याल

भाजपा नेता त्रिलोक कपूर ने विधानसभा सत्र के स्थगित होने पर हाय तौबा मचाने वाले कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री से सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को बताएं कि वर्ष 2014 में हिमाचल प्रदेश में न तो कोई आपातकाल की स्थिति थी और न ही कोरोना जैसा कोई जानलेवा महामारी का संकट था फिर क्यों तानाशाही ढंग से निर्धारित 19 दिन के विधानसभा सत्र को अचानक पांचवें दिन स्थगित कर दिया था.

trilok kapoor
भाजपा नेता त्रिलोक कपूर
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Published : Dec 4, 2020, 7:12 PM IST

Updated : Dec 4, 2020, 8:12 PM IST

पालमपुर: कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री जयराम सरकार पर आधारहीन आरोप लगाकर मीडिया की सुर्खियों में रहकर वास्तव में अपनी पार्टी के भीतर वर्चस्व की जंग लड़ रहे हैं. यह आरोप भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कांग्रेस के नेता मुकेश अग्निहोत्री द्वारा जयराम सरकार पर लगाए गए आरोप के प्रतिउत्तर में पालमपुर में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए लगाए.

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को सलाह

त्रिलोक कपूर ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को यह सलाह दी है कि पहले जिस दल के वह नेता हैं उस दल के विधायकों की राय जानने का प्रयास करें, उसके बाद जयराम सरकार का मार्गदर्शन करें. त्रिलोक कपूर ने विधानसभा सत्र के स्थगित करने पर कांग्रेस की राजनीति पर हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना के इस भयानक संकट काल में भी कांग्रेस राजनीति करने से बाज नहीं आ रही.

वीडियो.

'शीतकालीन सत्र के विरोध में थे ज्यादा विधायक'

उन्होंने कहा कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री से पूछना चाहता है कि क्या उन्होंने विपक्ष के नेता के रूप में विधानसभा सत्र को लेकर अपने दल के विधायकों के साथ बैठक कर के बनाई गई राय से प्रदेश सरकार को यह अवगत कराया था कि सत्र शिमला या धर्मशाला में होना चाहिए, या सत्र होना भी चाहिए या नहीं होना चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि सच तो यह है कि कांग्रेस के विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री को उनके दल के विधायक अपना नेता ही नहीं मानते, जिसके फलस्वरूप कांग्रेस के आधे से ज्यादा विधायक कोरोना के कारण विधानसभा सत्र को लेकर विरोध में थे और कुछ कांग्रेस के विधायक शिमला व धर्मशाला में सत्र को लेकर असमंजस के झूले में झूल रहे थे. अब ऐसी स्थिति में जयराम ठाकुर कांग्रेस की आपसी कलह में कैसे मदद कर सकते हैं.

'विधानसभा सत्र स्थगित करने पर राजी थे विधायक'

भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश में अचानक कोरोना महामारी के बढ़ने को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ शिमला में अलग से विधायक दल की बैठक बुलाकर विधानसभा सत्र को लेकर यह पूरी राय जानकर अंततः यह निर्णय लिया कि ऐसी परिस्थिति में विधानसभा सत्र का आयोजन करना उचित नहीं है. जब परिस्थितियां अनुकूल होंगी तब ही विधानसभा सत्र के आयोजन पर विचार किया जाएगा. उसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने विशेष रूप से अपने मंत्री परिषद की बैठक बुलाकर विधानसभा सत्र को स्थगित करने का निर्णय लिया.

विपक्ष पर त्रिलोक कपूर का तंज

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बिलासपुर आगमन अवसर पर मुख्यमंत्री का संबोधन न होने पर कांग्रेस नेता अग्निहोत्री पर भाजपा नेता त्रिलोक कपूर ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के मंच में कौन कहां बैठे, कौन संबोधन दे या कोई दे या कोई न दे, यह अपनी पार्टी परिवार का विषय है. अगर उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री के संबोधन सुनने की बड़ी बेचैनी और उत्सुकता है तो धैर्य और संयम रखें जयराम ठाकुर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की तर्ज पर अनेकों बार मुख्यमंत्री के रूप में उनके संबोधन होंगे. वह सुनने की अपनी शक्ति को संजो कर रखें.

कांग्रेस पर तंज

उन्होंने कांग्रेस नेताओं द्वारा सरकार के कोरोना को लेकर बार-बार निर्णय करने के आरोप के प्रतिउत्तर में कहा कि भारतीय संविधान में लोकतांत्रिक व्यवस्था है न कि कांग्रेस की तरह एक ही परिवार और राजा महाराजाओं की तरह तानाशाही है. कोरोना किस रूप में किसे अपनी चपेट में ले ले इसका किसी को भी कोई अनुमान नहीं है, लेकिन पिछले 6-7 महीनों से जयराम सरकार हिमाचल प्रदेश के हर नागरिक की जिंदगी बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. प्रदेश की सरकार को जब भी कोरोना पर आक्रमण करने के लिए निर्णय में विचार करना पड़ा सरकार ने निश्चित तौर पर प्रभावी और सख्त निर्णय लिए.

ये भी पढ़ें: शाहपुर को करोड़ों की सौगात, सीएम ने वर्चुअली रखी परियोजनाओं की आधारशिला

पालमपुर: कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री जयराम सरकार पर आधारहीन आरोप लगाकर मीडिया की सुर्खियों में रहकर वास्तव में अपनी पार्टी के भीतर वर्चस्व की जंग लड़ रहे हैं. यह आरोप भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कांग्रेस के नेता मुकेश अग्निहोत्री द्वारा जयराम सरकार पर लगाए गए आरोप के प्रतिउत्तर में पालमपुर में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए लगाए.

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को सलाह

त्रिलोक कपूर ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को यह सलाह दी है कि पहले जिस दल के वह नेता हैं उस दल के विधायकों की राय जानने का प्रयास करें, उसके बाद जयराम सरकार का मार्गदर्शन करें. त्रिलोक कपूर ने विधानसभा सत्र के स्थगित करने पर कांग्रेस की राजनीति पर हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना के इस भयानक संकट काल में भी कांग्रेस राजनीति करने से बाज नहीं आ रही.

वीडियो.

'शीतकालीन सत्र के विरोध में थे ज्यादा विधायक'

उन्होंने कहा कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री से पूछना चाहता है कि क्या उन्होंने विपक्ष के नेता के रूप में विधानसभा सत्र को लेकर अपने दल के विधायकों के साथ बैठक कर के बनाई गई राय से प्रदेश सरकार को यह अवगत कराया था कि सत्र शिमला या धर्मशाला में होना चाहिए, या सत्र होना भी चाहिए या नहीं होना चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि सच तो यह है कि कांग्रेस के विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री को उनके दल के विधायक अपना नेता ही नहीं मानते, जिसके फलस्वरूप कांग्रेस के आधे से ज्यादा विधायक कोरोना के कारण विधानसभा सत्र को लेकर विरोध में थे और कुछ कांग्रेस के विधायक शिमला व धर्मशाला में सत्र को लेकर असमंजस के झूले में झूल रहे थे. अब ऐसी स्थिति में जयराम ठाकुर कांग्रेस की आपसी कलह में कैसे मदद कर सकते हैं.

'विधानसभा सत्र स्थगित करने पर राजी थे विधायक'

भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश में अचानक कोरोना महामारी के बढ़ने को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ शिमला में अलग से विधायक दल की बैठक बुलाकर विधानसभा सत्र को लेकर यह पूरी राय जानकर अंततः यह निर्णय लिया कि ऐसी परिस्थिति में विधानसभा सत्र का आयोजन करना उचित नहीं है. जब परिस्थितियां अनुकूल होंगी तब ही विधानसभा सत्र के आयोजन पर विचार किया जाएगा. उसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने विशेष रूप से अपने मंत्री परिषद की बैठक बुलाकर विधानसभा सत्र को स्थगित करने का निर्णय लिया.

विपक्ष पर त्रिलोक कपूर का तंज

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बिलासपुर आगमन अवसर पर मुख्यमंत्री का संबोधन न होने पर कांग्रेस नेता अग्निहोत्री पर भाजपा नेता त्रिलोक कपूर ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के मंच में कौन कहां बैठे, कौन संबोधन दे या कोई दे या कोई न दे, यह अपनी पार्टी परिवार का विषय है. अगर उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री के संबोधन सुनने की बड़ी बेचैनी और उत्सुकता है तो धैर्य और संयम रखें जयराम ठाकुर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की तर्ज पर अनेकों बार मुख्यमंत्री के रूप में उनके संबोधन होंगे. वह सुनने की अपनी शक्ति को संजो कर रखें.

कांग्रेस पर तंज

उन्होंने कांग्रेस नेताओं द्वारा सरकार के कोरोना को लेकर बार-बार निर्णय करने के आरोप के प्रतिउत्तर में कहा कि भारतीय संविधान में लोकतांत्रिक व्यवस्था है न कि कांग्रेस की तरह एक ही परिवार और राजा महाराजाओं की तरह तानाशाही है. कोरोना किस रूप में किसे अपनी चपेट में ले ले इसका किसी को भी कोई अनुमान नहीं है, लेकिन पिछले 6-7 महीनों से जयराम सरकार हिमाचल प्रदेश के हर नागरिक की जिंदगी बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. प्रदेश की सरकार को जब भी कोरोना पर आक्रमण करने के लिए निर्णय में विचार करना पड़ा सरकार ने निश्चित तौर पर प्रभावी और सख्त निर्णय लिए.

ये भी पढ़ें: शाहपुर को करोड़ों की सौगात, सीएम ने वर्चुअली रखी परियोजनाओं की आधारशिला

Last Updated : Dec 4, 2020, 8:12 PM IST
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