कांगड़ा: जिला कांगड़ा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सीयू कार्यालय के बाहर अनिश्चित काल का धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने अशांति का हवाला देकर केंद्रीय विश्वविद्यालयों के तीन परिसरों और कार्यालयों में सभी गतिविधियों को 2 मार्च तक बंद करने के निर्णय से आक्रोशित होकर प्रदर्शन किया.
केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन
एबीवीपी ने केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फरमान को तुगलकी फरमान करार देते हुए कहा कि यह तानाशाही प्रशासन छात्रों के भविष्य को अंधकार की ओर धकेल रहा है. एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना था कि करीब 11 माह बाद अब कुछ विभागों में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हुई हैं. वहीं, मिड टर्म एग्जाम भी शुरू हो रहे हैं. ऐसे में छात्र अशांति का हवाला देकर परिसरों को बंद करना उचित नहीं. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक सीयू के कुलपति और उपकुलपति अपना इस्तीफा नहीं दे देते तब तक वे अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे.
मांगें न माने जाने तक करेंगे प्रदर्शन
विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे. इसी के साथ अगर 2 मार्च के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन का कोई भी कर्मचारी या अधिकारी कार्यालय में आने की कोशिश करेगा तो विद्यार्थी परिषद द्वारा उसे रोका जाएगा और अपना पुरजोर विरोध जताया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब तक इस कार्यालय में मौजूद भ्रष्ट अधिकारी अपना इस्तीफा नहीं दे देते वे अपनी मांगों पर डटे रहेंगे.
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