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शहीद अंकुश ठाकुर को भूली सरकार! पानी के लिए परेशान हो रहे परिजन

शहीद अंकुश ठाकुर के परिजन इन दिनों पानी के लिए परेशान हो रहे हैं. जल शक्ति विभाग कई बार पाइप लाइन डालने का प्रयास कर चुका है, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते नल नहीं लगा है. परिजनों का आरोप है कि हिमाचल सरकार शहादत के समय कई घोषणाएं की थी, लेकिन आज दिन तक एक-दो को छोड़कर कोई पूरा नहीं हो पाया है.

Drinking water problem in the house of martyr constable Ankush Thakur in Hamirpur
पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहा शहीद सैनिक का परिवार
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Published : Jun 15, 2021, 2:07 PM IST

भोरंज/हमीरपुर: ग्लवान घाटी LAC में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 सैनिक शहीद हुए थे. हिमाचल प्रदेश से हमीरपुर जिला के कड़ोहता गांव के अंकुश ठाकुर ने भी शहादत पाई थी.

शहीद अंकुश ठाकुर के नाम पर सरकार व प्रशासन ने घोषणाएं की थीं, जो अभी तक पूरी न होने से लोगों व परिवार में रोष है. सीएम जयराम ठाकुर भी शहीद परिवार के साथ दु:ख बांटने अंकुश के पैतृक गांव कड़ोहता में आये थे.

पानी के लिए परेशान

शहीद अंकुश ठाकुर के परिजन इन दिनों पानी के लिए परेशान हैं. जल शक्ति विभाग कई बार पाइप लाइन डालने का प्रयास कर चुका है लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते नल नहीं लगा है. परिजनों का आरोप है कि हिमाचल सरकार ने कई घोषणाएं की थी, लेकिन आज दिन तक एक दो को छोड़कर कोई पूरा नहीं हो पाया है.

शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं

शहीद सैनिक अंकुश ठाकुर के पिता ने बताया कि घर में पीने के पानी की समस्या बरकरार बनी हुई है और टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. इस संबंध में आईपीएच विभाग के अलावा जिला प्रशासन को भी शिकायत की, लेकिन आज तक समस्या हल नहीं हो पाई है. माता उषा देवी ने बताया कि कई दिनों से घर में पानी की समस्या है. परिजनों का ने अनदेखी के आरोप लगाए हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी?

इस मामले में जल शक्ति विभाग सबडिवीजन लदरौर के एसडीओ राजेन्द्र पठानिया का कहना है कि जितना पानी पूरे गांव को जाता है, उतना पानी शहीद अंकुश ठाकुर के घर में लगे नल में भी आ रहा है. क्षेत्र में गर्मियों की वजह से पानी की कमी चल रही है.

शहीद अंकुश ठाकुर के परिजनों की मांग पर विभाग प्रपोजल तैयार कर स्थानीय पंचायत के माध्यम से मनरेगा के तहत कई बार पाइप लाइन बिछाने का प्रयास कर चुका है. स्थानीय ग्रामीण पाइपलाइन डालने नहीं दे रहे हैं. एसडीएम भोरंज भी मौके पर पहुंचकर प्रयास कर चुके हैं. परन्तु ग्रामीणों के विरोध के चलते नल नहीं लग पाया है.

यह भी पढ़ें :- गलवान संघर्ष का एक साल : उस रात के बाद बदल गए भारत-चीन के रिश्ते

भोरंज/हमीरपुर: ग्लवान घाटी LAC में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 सैनिक शहीद हुए थे. हिमाचल प्रदेश से हमीरपुर जिला के कड़ोहता गांव के अंकुश ठाकुर ने भी शहादत पाई थी.

शहीद अंकुश ठाकुर के नाम पर सरकार व प्रशासन ने घोषणाएं की थीं, जो अभी तक पूरी न होने से लोगों व परिवार में रोष है. सीएम जयराम ठाकुर भी शहीद परिवार के साथ दु:ख बांटने अंकुश के पैतृक गांव कड़ोहता में आये थे.

पानी के लिए परेशान

शहीद अंकुश ठाकुर के परिजन इन दिनों पानी के लिए परेशान हैं. जल शक्ति विभाग कई बार पाइप लाइन डालने का प्रयास कर चुका है लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते नल नहीं लगा है. परिजनों का आरोप है कि हिमाचल सरकार ने कई घोषणाएं की थी, लेकिन आज दिन तक एक दो को छोड़कर कोई पूरा नहीं हो पाया है.

शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं

शहीद सैनिक अंकुश ठाकुर के पिता ने बताया कि घर में पीने के पानी की समस्या बरकरार बनी हुई है और टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. इस संबंध में आईपीएच विभाग के अलावा जिला प्रशासन को भी शिकायत की, लेकिन आज तक समस्या हल नहीं हो पाई है. माता उषा देवी ने बताया कि कई दिनों से घर में पानी की समस्या है. परिजनों का ने अनदेखी के आरोप लगाए हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी?

इस मामले में जल शक्ति विभाग सबडिवीजन लदरौर के एसडीओ राजेन्द्र पठानिया का कहना है कि जितना पानी पूरे गांव को जाता है, उतना पानी शहीद अंकुश ठाकुर के घर में लगे नल में भी आ रहा है. क्षेत्र में गर्मियों की वजह से पानी की कमी चल रही है.

शहीद अंकुश ठाकुर के परिजनों की मांग पर विभाग प्रपोजल तैयार कर स्थानीय पंचायत के माध्यम से मनरेगा के तहत कई बार पाइप लाइन बिछाने का प्रयास कर चुका है. स्थानीय ग्रामीण पाइपलाइन डालने नहीं दे रहे हैं. एसडीएम भोरंज भी मौके पर पहुंचकर प्रयास कर चुके हैं. परन्तु ग्रामीणों के विरोध के चलते नल नहीं लग पाया है.

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