हमीरपुर: जलशक्ति विभाग में कार्यरत दर्जनों वाटर गार्ड को पिछले छह माह से वेतन नहीं मिल पाया है. वाटर गार्ड अपनी समस्या को लेकर कई बार विभाग के अधिकारियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन आज तक उन्हें वेतन नहीं मिल पाया है, ऐसे में उन्हें कोरोना महामारी के दौर में परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो रहा है.
एक दर्जन से अधिक वाटर गार्ड ने गुरुवार को उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा को अपनी समस्या के बारे में अवगत करवाया और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है. वाटर गार्ड विजय कुमार ने कहा कि उन्हें अक्तूबर माह से लेकर अभी तक वेतन नहीं मिल पाया है.
विजय कुमार ने उपायुक्त हमीरपुर से मांग की है कि उनका वेतन जल्द से जल्द बहाल किया जाए, ताकि वह परिवार का पालन पोषण सही से कर सकें. जनवादी नौजवान सभा राज्य अध्यक्ष अनिल मनकोटिया ने कहा कि वे कई सालों से ठेका और आउटसोर्स प्रणाली का विरोध करते आ रहे है.
कोरोना जैसी महामारी के दौर में भी वाटर गार्ड अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इन्हें पिछले 6 महीने से ठेकेदारों की ओर से वेतन नहीं दिया गया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 1 सप्ताह के भीतर वाटर गार्ड का वेतन नहीं दिया गया तो वे डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे.
गौरतलब है कि यह सभी वाटर गार्ड जल शक्ति विभाग डिवीजन हमीरपुर, सब डिवीजन नादौन अनुभाग रंगस में कार्यरत हैं. इन्हें ठेकेदार ने नौकरी पर रखा है, लेकिन पिछले छह माह से इन्हे वेतन नहीं मिल पाया है. वेतन न मिलने से परेशान वॉटर गार्ड ने अपना एक ज्ञापन डीसी हरिकेश मीणा को सौंपा है.