हमीरपुर: इन्वेस्टिगेटर के प्रतिष्ठित पद पर नौकरी के लिए आवेदन करने वाले हिमाचल के सैकड़ों युवाओं के आवेदन जांच में सही नहीं पाए गए हैं. इसके चलते हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग ने 2,135 आवेदनों को रद्द कर दिया है.
इन्वेस्टिगेटर पद के लिए 2,135 आवेदन रद्द
169 अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने अपने श्रेणी में आवेदन किया लेकिन परीक्षा शुल्क नहीं जमा करवाया. वहीं 183 अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने न तो अपनी श्रेणी में फार्म भरे और न ही निर्धारित परीक्षा शुल्क जमा करवाया. शेष अभ्यर्थियों ने आरक्षित और गैर आरक्षित पदों के लिए गलत आवेदन किया है. आयोग ने गत वर्ष 21 नवंबर से 20 दिसंबर 2020 तक पोस्ट कोड 884 में आर्थिक एवं सांख्यकी विभाग में इन्वेस्टिगेटर के पदों के लिए आवेदन मांगे थे. आवेदन आने के बाद आयोग ने आवेदनों की छंटनी की. अधूरे और अपात्र 2,135 आवेदनों को रद्द कर दिया गया है.
अभ्यर्थियों की शिक्षा के स्तर पर भी उठ रहे सवाल
आयोग ने अभी तक इस पोस्ट की लिखित परीक्षा का शेड्यूल जारी नहीं किया है. इतनी अधिक संख्या में आवेदन पत्र रद्द होने पर अभ्यर्थियों की शिक्षा के स्तर पर भी सवाल उठ रहे हैं. चर्चा तो यह भी है कि जिन युवाओं को सही तरीके से आवेदन पत्र ही भरने नहीं आता वह भविष्य में इन पदों पर नौकरी कैसे करेंगे. बता दें कि इससे पहले जेओए के 28 हजार आवेदन रद्द हो चुके हैं. प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर ने बताया कि आयोग ने इन्वेस्टिगेटर के पदों के लिए प्राप्त अपात्र 2,135 आवेदनों को रद्द कर दिया है.
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