ETV Bharat / state

ऐसा मंदिर जहां चारों तरफ से की जाती है भगवान शिव की परिक्रमा, 400 साल पुराना है इस मंदिर का इतिहास

नर्देश्वर मंदिर का निर्माण आज से 400 साल पहले महाराजा संसार चंद ने करवाया था. इस मंदिर सिर्फ श्रद्धालू सिर्फ आस्था की दृष्टि से ही नहीं बल्कि मंदिर के इतिहास को जानने के लिए भी पहुंचते हैं. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. आपने देखा होगा कि अन्य मंदिरों में भगवान शिव की एक तरफ से ही परिक्रमा की जाती है, लेकिन सुजानपुर स्थित नर्देश्वर मंदिर की चारों तरफ से परिक्रमा की जाती है.

special story on  Nardeshwar Temple sujanpur
ऐसा मंदिर जहां चारों तरफ से की जाती है भगवान शिव की परिक्रमा
author img

By

Published : Mar 23, 2020, 8:13 AM IST

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में कई ऐतिहासिक मंदिर हैं. जिन पर लोगों की अटूट आस्था है. इन्हीं मंदिरों में से एक सुजानपुर का नर्वदेश्वर मंदिर है. इस मंदिर का संबंध कटोच वंश से है. इस मंदिर का निर्माण आज से 400 पहले सुजानपुर के तत्कालीन महाराजा संसार चंद ने करवाया था.

नर्देश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक ऐसा मंदिर है जहां शिवलिंग की चारों तरफ से परिक्रमा की जाती है. मान्यताओं के मुताबिक हिन्दू धर्म में शिवलिंग की पूरी परिक्रमा को निषेध बताया गया है, लेकिन इस मंदिर में शिवलिंग की परिक्रमा किया जाना अद्भुत और रहस्यमयी है. कहा जाता है कि इस मंदिर में शीश नवाने वाला व्यक्ति कभी भी खाली हाथ मंदिर से नहीं लौटता.

वीडियो रिपोर्ट

नर्देश्वर मंदिर सुजानपुर टीहरा में राजा संसार चंद ने अपनी पत्नी की याद में बनवाया था. इस मंदिर का निर्माण बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया है. मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस मंदिर में भगवान शिव का परिवार चारों दिशाओं में विराजमान है.

महाराजा संसार चंद अपने समय में कई मंदिरों का निर्माण करवाया और मंदिरों की दीवारों पर बेहतरीन कांगड़ा शैली से सुसज्जित चित्रकला करवाई. जिसका जीता जागता उदाहरण नर्देश्वर मंदिर है. इस मंदिर की सबसे बड़ी खूबसूरती मंदिर की दीवारों पर कांगड़ा कला शैली है, जो मंदिर की खूबसूरती को चार चांद लगा देती है. मंदिर की दीवारों पर कला के माध्यम से राजा संसार चंद ने अपने राजदरबार में होने वाली घटनाओं को दर्शाया है कि किस तरह से राजा संसार चंद अपने दरबारियों के साथ सभाएं करते थे. यह घटनाएं चित्रकला के माध्यम से मंदिर की दीवारों पर दर्शाई गई हैं. इस मंदिर की यह विशेषता है कि जो श्रद्धालु यहां सच्चे मन से मन्नत मांगते हैं ,उनकी सभी मन्नतें पूरी होती हैं.

ये भी पढ़ें: इस शिवलिंग का नहीं है कोई अंत, जानें क्या है बैजनाथ धाम का रहस्य!

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में कई ऐतिहासिक मंदिर हैं. जिन पर लोगों की अटूट आस्था है. इन्हीं मंदिरों में से एक सुजानपुर का नर्वदेश्वर मंदिर है. इस मंदिर का संबंध कटोच वंश से है. इस मंदिर का निर्माण आज से 400 पहले सुजानपुर के तत्कालीन महाराजा संसार चंद ने करवाया था.

नर्देश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक ऐसा मंदिर है जहां शिवलिंग की चारों तरफ से परिक्रमा की जाती है. मान्यताओं के मुताबिक हिन्दू धर्म में शिवलिंग की पूरी परिक्रमा को निषेध बताया गया है, लेकिन इस मंदिर में शिवलिंग की परिक्रमा किया जाना अद्भुत और रहस्यमयी है. कहा जाता है कि इस मंदिर में शीश नवाने वाला व्यक्ति कभी भी खाली हाथ मंदिर से नहीं लौटता.

वीडियो रिपोर्ट

नर्देश्वर मंदिर सुजानपुर टीहरा में राजा संसार चंद ने अपनी पत्नी की याद में बनवाया था. इस मंदिर का निर्माण बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया है. मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस मंदिर में भगवान शिव का परिवार चारों दिशाओं में विराजमान है.

महाराजा संसार चंद अपने समय में कई मंदिरों का निर्माण करवाया और मंदिरों की दीवारों पर बेहतरीन कांगड़ा शैली से सुसज्जित चित्रकला करवाई. जिसका जीता जागता उदाहरण नर्देश्वर मंदिर है. इस मंदिर की सबसे बड़ी खूबसूरती मंदिर की दीवारों पर कांगड़ा कला शैली है, जो मंदिर की खूबसूरती को चार चांद लगा देती है. मंदिर की दीवारों पर कला के माध्यम से राजा संसार चंद ने अपने राजदरबार में होने वाली घटनाओं को दर्शाया है कि किस तरह से राजा संसार चंद अपने दरबारियों के साथ सभाएं करते थे. यह घटनाएं चित्रकला के माध्यम से मंदिर की दीवारों पर दर्शाई गई हैं. इस मंदिर की यह विशेषता है कि जो श्रद्धालु यहां सच्चे मन से मन्नत मांगते हैं ,उनकी सभी मन्नतें पूरी होती हैं.

ये भी पढ़ें: इस शिवलिंग का नहीं है कोई अंत, जानें क्या है बैजनाथ धाम का रहस्य!

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.