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गुरू जी को नहीं बच्चों की चिंता! भगवान भरोसे ट्रायल के लिए 27 KM दूर भेज दिए स्कूली छात्र

स्कूली बच्चों को ट्रायल के लिए 27 किलोमीटर दूर सुजानपुर भेजने के लिए स्कूल की तरफ से किसी वाहन की व्यवस्था तक नहीं की गई थी. जांच के दौरान हॉकी खिलाड़ियों के दस्तावेज तक अधूरे पाए गए.

शिक्षा विभाग
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Published : Sep 27, 2019, 6:49 PM IST

हमीरपुर: एजुकेशन हब कहे जाने वाले हमीरपुर जिला में सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल हमीरपुर के आधा दर्जन छात्रों को अकेले ही मीलों दूर ट्रायल देने के लिए भेज दिया. छात्रों के साथ स्कूल स्टाफ का कोई भी सदस्य साथ नहीं गया.

बता दें कि बच्चों को 27 किलोमीटर दूर सुजानपुर भेजने के लिए स्कूल की तरफ से किसी वाहन की व्यवस्था तक नहीं की गई थी. जांच के दौरान हॉकी खिलाड़ियों के दस्तावेज तक अधूरे पाए गए. सुजानपुर पहुंचे इन बच्चों के लिए भोजन या पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई थी. इस तरह की बदइंतजामी और अव्यवस्था शिक्षा विभाग पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवालिया निशान खड़े कर रहा है.

मामले को लेकर स्कूल के पीटीआई विक्रमजीत ठाकुर ने बताया कि वह 25 सितंबर को प्रतियोगिता शुरू होने पर सुजानपुर में टीम को छोड़ने गए थे, लेकिन हॉकी के कुछ खिलाड़ियों के साथ समस्या हुई है.

गौरतलब है कि 15 अगस्त को हमीरपुर में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भाग लेने आए स्कूली छात्र गांव बलह में बने चैकडैम में नहाने उतर गए थे, जहां एक छात्र की डूबने से मौत हो गई थी. जबकि कुछ समय पहले स्कूल में एक वार्षिक कार्यक्रम में स्कूली बच्चा अपने पिता की कार लेकर पहुंच गया था, लेकिन सड़क हादसे में घायल होने के बाद उसने आत्महत्या कर ली थी. स्कूली छात्रों के साथ इस तरह की वारदातों के बावजूद अभी तक विभाग की तरफ से कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए हैं.

हमीरपुर: एजुकेशन हब कहे जाने वाले हमीरपुर जिला में सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल हमीरपुर के आधा दर्जन छात्रों को अकेले ही मीलों दूर ट्रायल देने के लिए भेज दिया. छात्रों के साथ स्कूल स्टाफ का कोई भी सदस्य साथ नहीं गया.

बता दें कि बच्चों को 27 किलोमीटर दूर सुजानपुर भेजने के लिए स्कूल की तरफ से किसी वाहन की व्यवस्था तक नहीं की गई थी. जांच के दौरान हॉकी खिलाड़ियों के दस्तावेज तक अधूरे पाए गए. सुजानपुर पहुंचे इन बच्चों के लिए भोजन या पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई थी. इस तरह की बदइंतजामी और अव्यवस्था शिक्षा विभाग पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवालिया निशान खड़े कर रहा है.

मामले को लेकर स्कूल के पीटीआई विक्रमजीत ठाकुर ने बताया कि वह 25 सितंबर को प्रतियोगिता शुरू होने पर सुजानपुर में टीम को छोड़ने गए थे, लेकिन हॉकी के कुछ खिलाड़ियों के साथ समस्या हुई है.

गौरतलब है कि 15 अगस्त को हमीरपुर में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भाग लेने आए स्कूली छात्र गांव बलह में बने चैकडैम में नहाने उतर गए थे, जहां एक छात्र की डूबने से मौत हो गई थी. जबकि कुछ समय पहले स्कूल में एक वार्षिक कार्यक्रम में स्कूली बच्चा अपने पिता की कार लेकर पहुंच गया था, लेकिन सड़क हादसे में घायल होने के बाद उसने आत्महत्या कर ली थी. स्कूली छात्रों के साथ इस तरह की वारदातों के बावजूद अभी तक विभाग की तरफ से कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए हैं.

Intro:बिना कोच के ही ट्रायल के लिए भेज दिए स्कूल के बच्चे, जिम्मेवारी लेने के बजाय टालमटोल कर रहे शिक्षक
हमीरपुर।
एजुकेशन हब माने जाने वाले हमीरपुर जिला में सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर स्कूली बच्चों को मीलों दूर ट्रायल पर भेजने का मामला सामने आया है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल हमीरपुर के आधा दर्जन छात्र सुजानपुर में चल रही जिलास्तरीय अंडर-19 खेल प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंच गए। लेकिन, इन बच्चों के साथ स्कूल की तरफ से कोई भी शारीरिक शिक्षा अध्यापक या अन्य स्टाफ नहीं था। हैरानी की बात है कि हॉकी खेल की इस स्कूल में शिक्षा विभाग की ओर से प्रशिक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है।
वहीं, बच्चों को 27 किलोमीटर दूर सुजानपुर भेजने के लिए स्कूल की तरफ से किसी वाहन की व्यवस्था तक नहीं की गई थी। हॉकी खिलाड़ियों के दस्तावेज तक अधूरे पाए गए। कुछ खिलाड़ियों के पास रिस्क प्रमाणपत्र और अन्य जन्म प्रमाण पत्र को दर्शाने वाला फार्म नंबर पांच भी नहीं था। सुजानपुर पहुंचे इन बच्चों के लिए भोजन या पानी तक की व्यवस्था नहीं थी। इस तरह की बदइंतजामी और अव्यवस्था ने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
15 अगस्त को हमीरपुर में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भाग लेने आए स्कूली छात्र गांव बलह में बने चेकडैम मेें नहाने उतर गए थे, जहां एक छात्र की डूबने से मौत हो गई थी। जबकि कुछ समय पहले स्कूल में एक वार्षिक कार्यक्रम में स्कूली बच्चा अपने पिता की कार लेकर पहुंच गया था। लेकिन, सड़क हादसे में घायल होने के बाद उसने आत्महत्या कर ली थी। स्कूली छात्रों के साथ इस तरह की वारदातों के बावजूद अभी तक कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए। उधर, हमीरपुर रावमापा बाल की प्रधानाचार्य मंजू ठाकुर ने बताया कि वह एक निरीक्षण पर थी। इस मामले की जांच की जाएगी। वहीं, स्कूल के पीटीआई विक्रमजीत ठाकुर ने बताया कि वह 25 सितंबर को प्रतियोगिता के शुभारंभ पर सुजानपुर में टीम को छोड़ने गए थे। लेकिन, हॉकी के कुछ खिलाड़ी सुजानपुर जाने की मांग कर रहे थे। इस दौरान खिलाड़ियों के साथ उनका कोई कोच भी था, जिसने उन्हें सुजानपुर पहुंचाने की जिम्मेवारी ली थी।


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