हमीरपुर: जिला के ग्रामीण विकास अभिकरण हॉल में ग्रामीण विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त हरिकेश मीणा ने की. बैठक में ग्रामीण विकास कार्यक्रमों को लेकर जिला में मनरेगा और विभिन्न पंचायतों के माध्यम से जिला में चलाए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गई.
उपायुक्त ने विकास खंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह हर महीने पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों की मॉनीटरिंग करें और लंबित कार्यों को गति प्रदान कर उन्हें समय पर पूरा करवाना सुनिश्चित करें. उन्होंने अधिकारियों को 14वें वित्तायोग की गाइडलाइन्स के अनुसार शेल्फ जारी करने को भी कहा है.
उन्होंने कहा कि हर पंचायत में वेस्ट कलेक्शन सेंटर चिन्हित किए जाएं. इसके साथ ही सभी विकास खं अधिकारी स्वच्छता को लेकर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर हर पंचायत में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें.
उपायुक्त ने विकास खंड अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि मनरेगा के अंतर्गत सडक़ निर्माण के कार्यों को खंडों में न किया जाए और उनके लिए संपूर्ण प्राक्कलन तैयार करवाकर पूरा करवाएं. हर महीने सभी पंचायतों के प्रत्येक वार्ड में विकास कार्यों को लेकर कम से कम एक मस्टर रोल आवश्यक रूप से जारी करें तथा बीडीओ इसकी नियमित रूप से मॉनीटरिंग करें.
जिस भी पंचायत में विकास कार्यों को लेकर अभी तक प्राक्कलन तैयार नहीं किए गए हैं. सितम्बर माह के अंत तक प्राककलन तैयार करें और हर माह दस से अधिक चेक डैम, सडक़, लैंड डेवलॉपमेंट इत्यादि विकास कार्यों के प्राक्कलन तैयार करना सुनिश्चित करें.
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हर वार्ड में मस्टर रोल जारी हो, इसके लिए विकास खंड अधिकारी निरंतर मॉनीटरिंग करें. स्वच्छ भारत मिशन के तहत परियोजना अधिकारी डीआरडीए को जिला स्तरीय टीम का गठन करने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे जिला में स्वच्छता से सम्बंधित कार्यों की निरंतर निगरानी की जा सके और उसके बेहतर परिणाम सामने आ सकें. इसके अतिरिक्त लंबित पड़ी विभिन्न प्रकार की शिकायतों और आडिट पैरों का शीघ्र समायोजन करवाने के भी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.