ETV Bharat / state

अब बरसात में नहीं टपकेगी मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की छत, भवन के मरम्मत कार्य पर करोड़ों हो रहे खर्च - राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज अस्पताल

मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (Medical College Hamirpur) में बारिश के पानी से अब मरीजों के वार्ड लबालब नहीं होंगे. जिला मुख्यालय के डॉ. राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पुराने भवन को बारिश में सीलन और पानी के टपकने से निजात मिल जाएगी. इस पर नई टीन डालकर कवर करने का काम कर दिया गया है.

Medical College Hamirpur
Medical College Hamirpur
author img

By

Published : Dec 13, 2022, 5:35 PM IST

हमीरपुर: अब बारिश के पानी से मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (Medical College Hamirpur) में मरीजों के वार्ड पानी से लबालब नहीं होंगे. जिला मुख्यालय के डॉ. राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पुराने भवन को बारिश में सीलन और पानी के टपकने से निजात मिल जाएगी. इस पर नई टीन डालकर कवर करने का काम कर दिया गया है. बता दें कि यहां पर पिछले दो साल से नई छत डालने की मुहिम जारी थी, लेकिन प्रोसेस काफी लंबा हो गया था. भवन को सीलन से काफी नुकसान पहुंच चुका था. अब नई छत डालकर भवन को बेहतर तरीके से सुरिक्षत रखा जा सकेगा, ताकि इसकी बेवजह की मरम्मत और भीतरी व्यवस्था पर बार-बार मुश्किलें पैदा न हों.

कुल मिलाकर पुरानी टीन की छत को उखाड़ कर नई टीन की छत पर डेढ़ करोड़ खर्च हो रहा है. भले ही मेडिकल कॉलेज नए कॉम्प्लेक्स जोल सप्पड़ में स्थानांतरित हो जाए, लेकिन अगले कुछ सालों में पुराने जोनल अस्पताल के इस भवन को मेडिकल कॉलेज प्रशासन अपने हिसाब से ही इस्तेमाल करेगा. टेंडर अवार्ड हो गया है और अब संबंधित ठेकेदार ने मोर्चा भी संभाल लिया है. 2 चरणों में होने वाले इस काम में तकरीबन 8 माह का समय लग सकता है, क्योंकि यह काम 2 अलग-अलग चरणों में पूरा होगा.

कॉलेज के भवन के 2 पार्ट हैं. पहले पार्ट का काम शुरू होने वाला है. इससे पहले कुछ शिफ्टिंग का काम किया जा रहा है. स्टाफ नर्सेज और अन्य कर्मचारियों के टॉप फ्लोर पर ऑफिस हैं. उन्हें दूसरी जगह तब्दील किया जा रहा है. नई छत डालने के इस काम के साथ ही भवन में फायर सिस्टम का आधुनिक ढांचा भी इंस्टॉल होगा. हालांकि अभी इसकी व्यवस्था हुई तो है, लेकिन वह पुराने ढंग की है. इसलिए नया एस्टीमेट भी तैयार हो चुका है. हालांकि अभी पैसा मेडिकल कॉलेज को ट्रांसफर नहीं हुआ है, लेकिन अप्रूवल मिल चुकी है.

मेडिकल कॉलेज प्रशासन इसे ज्यादा तवज्जो इसलिए दे रहा है, क्योंकि सुरक्षा कारणों से यह अति जरूरी है. इससे तमाम कार्य पर मेडिकल कॉलेज हमीरपुर प्रबंधन डेढ़ करोड रुपए की राशि खर्च कर रहा है. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि अब छत की मरम्मत की जा रही है और इसका कार्य शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सीलन की वजह से बरसात के दिनों में बड़ी दिक्कत पेश आती थी और बारिश में वार्ड में भी पानी भर जाता था. उन्होंने कहा कि इस काम को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा.

ये भी पढे़ं: कमरा नं. 202 में बैठने वाला मंत्री हारता है चुनाव, बड़े-बड़े दिग्गजों के हारने के बाद किसे मिलेगा ?

हमीरपुर: अब बारिश के पानी से मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (Medical College Hamirpur) में मरीजों के वार्ड पानी से लबालब नहीं होंगे. जिला मुख्यालय के डॉ. राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पुराने भवन को बारिश में सीलन और पानी के टपकने से निजात मिल जाएगी. इस पर नई टीन डालकर कवर करने का काम कर दिया गया है. बता दें कि यहां पर पिछले दो साल से नई छत डालने की मुहिम जारी थी, लेकिन प्रोसेस काफी लंबा हो गया था. भवन को सीलन से काफी नुकसान पहुंच चुका था. अब नई छत डालकर भवन को बेहतर तरीके से सुरिक्षत रखा जा सकेगा, ताकि इसकी बेवजह की मरम्मत और भीतरी व्यवस्था पर बार-बार मुश्किलें पैदा न हों.

कुल मिलाकर पुरानी टीन की छत को उखाड़ कर नई टीन की छत पर डेढ़ करोड़ खर्च हो रहा है. भले ही मेडिकल कॉलेज नए कॉम्प्लेक्स जोल सप्पड़ में स्थानांतरित हो जाए, लेकिन अगले कुछ सालों में पुराने जोनल अस्पताल के इस भवन को मेडिकल कॉलेज प्रशासन अपने हिसाब से ही इस्तेमाल करेगा. टेंडर अवार्ड हो गया है और अब संबंधित ठेकेदार ने मोर्चा भी संभाल लिया है. 2 चरणों में होने वाले इस काम में तकरीबन 8 माह का समय लग सकता है, क्योंकि यह काम 2 अलग-अलग चरणों में पूरा होगा.

कॉलेज के भवन के 2 पार्ट हैं. पहले पार्ट का काम शुरू होने वाला है. इससे पहले कुछ शिफ्टिंग का काम किया जा रहा है. स्टाफ नर्सेज और अन्य कर्मचारियों के टॉप फ्लोर पर ऑफिस हैं. उन्हें दूसरी जगह तब्दील किया जा रहा है. नई छत डालने के इस काम के साथ ही भवन में फायर सिस्टम का आधुनिक ढांचा भी इंस्टॉल होगा. हालांकि अभी इसकी व्यवस्था हुई तो है, लेकिन वह पुराने ढंग की है. इसलिए नया एस्टीमेट भी तैयार हो चुका है. हालांकि अभी पैसा मेडिकल कॉलेज को ट्रांसफर नहीं हुआ है, लेकिन अप्रूवल मिल चुकी है.

मेडिकल कॉलेज प्रशासन इसे ज्यादा तवज्जो इसलिए दे रहा है, क्योंकि सुरक्षा कारणों से यह अति जरूरी है. इससे तमाम कार्य पर मेडिकल कॉलेज हमीरपुर प्रबंधन डेढ़ करोड रुपए की राशि खर्च कर रहा है. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि अब छत की मरम्मत की जा रही है और इसका कार्य शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सीलन की वजह से बरसात के दिनों में बड़ी दिक्कत पेश आती थी और बारिश में वार्ड में भी पानी भर जाता था. उन्होंने कहा कि इस काम को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा.

ये भी पढे़ं: कमरा नं. 202 में बैठने वाला मंत्री हारता है चुनाव, बड़े-बड़े दिग्गजों के हारने के बाद किसे मिलेगा ?

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.