हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश प्राथमिक सहकारी सभाएं कर्मचारी संघ के आह्वान पर सोमवार को पूरे प्रदेश भर की सहकारी सभाएं व राशन डिपो बंद रहे. संघ सभा के कर्मचारियों को फ्रंट लाइन वॉरियर्स घोषित करना, कर्मचरियों को बीमा के दायरे में लाना व वैक्सीनशन में प्राथमिकता की मांग कर रहा है.
इससे पहले बायोमेट्रिक प्रणाली में अंगूठा प्रणाली बंद कर ओटीपी के माध्यम से राशन वितरण की मांग थी जिसे सरकार ने मान लिया है, लेकिन संघ अन्य 3 मांगें जो अभी भी बाकी है जिसके विरोध स्वरूप आज सहकारी सभाएं व राशन डिपो पूरी तरह बंद रख कर विरोध जताया गया.
फ्रंट लाइन वॉरियर्स घोषित करने की मांग
प्रदेशाध्यक्ष सर्वजीत सिंह ने कहा कि सहकरी सभाएं व उनके डिपो आपदा की इस घड़ी में सबसे आगे होकर सेवाएं दे रहे हैं, 5 विक्रेता संक्रमित होकर अकाल मृत्यु का ग्रास बन गए हैं, दर्जनों विक्रेता व सचिव संक्रमित होकर होम आइसोलेशन में हैं लेकिन सरकार उन्हें ना तो बीमा कवर प्रदान कर रही है और ना ही फ्रंट लाइन वॉरियर्स घोषित कर वैक्सीनशन में प्राथमिकता दे रही है.
उन्होंने कहा कि हम सरकार के साथ है मगर सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कोरोना से मरने वाले विक्रेताओं के लिए उचित मुआवजे की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार यदि उन्हें फ्रंट लाइन वॉरियर घोषित करती है तो वह निडर होकर कार्य कर सकेंगे.
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