भोरंज/हमीरपुर: विकास खंड भोरंज के अंतर्गत ग्राम पंचायत पांडवीं के गांव मैड़ में पिछले कई वर्षों से लोगों को चिकित्सा की सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. गांव का अस्पताल भी खंडहर बन गया है न तो प्रशासन और न ही जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल की सुध ली है.
खंडहर बना प्राथमिक चिकित्सालय मैड़
बताते चलें कि प्राथमिक चिकित्सालय मैड़ में कुछ वर्ष पूर्व एक डॉक्टर व अन्य स्टाफ सेवाएं देता था लेकिन अब यह अस्पताल मात्र एक खंडहर बन गया है. यहां का स्टाफ भी अन्य जगह बदल दिया गया है. आलम यह है कि मैड़ सहित 4-5 गांवों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
प्राथमिक उपचार की भी सुविधा नही
ग्रामीणों ने बताया यहां पर तीन विद्यालय, एक आईटीआई संस्थान व साथ लगता हाइवे भी है यदि कोई दुर्घटना या कोई बीमार हो जाता है तो प्राथमिक उपचार के लिए भी मरीज को 5 से 6 किलोमीटर दूर पांडवी स्वस्थ्य केंद्र या फिर 7 से 8 किलोमीटर दूर भोटा स्थित अस्पताल ले जाना पड़ता है.
अस्पताल बनाने के लिए हाईवे के किनारे दान में दी है जमीन
जिससे लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है. लोगों ने बताया कि गांव के ही एक ग्रामीण ने अस्पताल बनाने के लिए हाइवे के किनारे की लाखों रुपये की भूमि दान में दी थी, लेकिन किसी ने भी इस अस्पताल की सुध नहीं ली है. इस असप्ताल के साथ ही डॉक्टर के लिए आवास भी बनाया गया है, लेकिन उसका भी कोई उपयोग नहीं हो पाया है.
आधुनिक अस्पताल बनाने की मांग
जिसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है. ग्रामीण जय चन्द ने बताया कि खंडहर बने भवन की जगह आधुनिक अस्पताल बनना चाहिए ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके और लोगों की इलाज के लिए दूर न जाना पड़े.
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