हमीरपुर: 14वें वित्त आयोग के तहत स्वीकृत हजारों कार्यों का हमीरपुर जिला की पंचायतें अभी तक शुभारंभ नहीं कर पाई हैं. पिछले 4 वर्षों से स्वीकृत करोड़ों रुपये के बजट से होने वाले यह कार्य अभी तक अधर में लटके हुए हैं.
जिला में लगभग 50 प्रतिशत कार्य पंचायत प्रतिनिधियों और विभाग की कोताही के फाइलों में ही धूल फांक रहे हैं. जिला परिषद के अध्यक्ष और सदस्य भी कई बार कार्य शुरू करने को लेकर आवाज उठा चुके हैं, लेकिन जिला प्रशासन के आदेशों के बावजूद भी कार्य शुरू नहीं हो पा रहे है.
जिला प्रशासन ने सभी पंचायतों को कम से कम पांच कार्य इस स्वीकृत बजट से शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं. जिला प्रशासन ने 31 मार्च तक इस स्वीकृत बजट को खर्च करने का लक्ष्य रखा है.
मिली जानकारी के अनुसार 14वें वित्त आयोग के तहत 14 हजार के लगभग कार्य पिछले 4 वर्ष में स्वीकृत हुए 7000 के लगभग कार्य पूरे हो चुके हैं. वहीं, डेढ़ हजार कार्य अभी चल रहे हैं. 6 हजार 113 कार्य को 31 मार्च 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
वर्ष 2015 से लेकर अब तक वित्त आयेाग के पैसों में करीब 82 करोड़ पैसे उपलब्ध करवाए गए है. जिसमें 45 करोड़ 44 लाख रूपए खर्च हो चुका है और 37 लाख के करीब रुपये बचा हुआ है. इसके अलावा पांचवें राज्य वित्त आयोग के तहत हमीरपुर जिला में करीब एक करोड़ 73 लाख 57 हजार रूपए का बजट मिला है जिसे जिला परिषद हमीरपुर के सदस्यों ने संबंधित पंचायतों में जारी कर दिया है.
जिला परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि पंचायतों को पांच-पांच कार्य पूरे करने का लक्ष्य दिया गया है. मार्च 2020 तक स्वीकृत बजट को खर्च कर लिया जाएगा. उन्होंने पांचवें राज्य वित्त आयोग के तहत बजट स्वीकृत करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का भी आभार जताया है.