हमीरपुर: एनआईटी हमीरपुर की मैकेनिकल विभाग की छात्रा सूचि चौधरी ने सोलर एयर हीटर तैयार किया है. सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले इस सोलर एयर हीटर का इस्तेमाल अनाज, फलों और ड्राई फ्रूट्स की नमी को खत्म करने के लिए किया जा सकता है. बाजार में वर्तमान में बिजली से चलने वाले एयर हीटर मौजूद हैं, जिनके जरिए कोल्ड स्टोर में इस कार्य को किया जाता है.
मध्यम स्तर पर घरों में अनाज और ड्राई फ्रूट्स और फलों को सुखाने के लिए छोटे आधुनिक उपकरण उपलब्ध नहीं है. सूचि चौधरी द्वारा तैयार किए गए इस उपकरण को घरों में आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है और सौर ऊर्जा के जरिए बेहद ही कम खर्च में नमी वाले इलाकों में फसलों को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है. हिमाचल एक फल उत्पादक राज्य है. यहां के फलों, सेब, नाशपाती, अनार, खुबानी इत्यादि की न केवल देश भर में बल्कि विदेशों में भी भारी मांग है.
आमतौर पर इन फलों को तोड़ने के बाद बागवान अधिक समय तक इसे अपने पास नहीं रख पाते बल्कि बेच देते हैं. इस दौरान इतनी समस्या नहीं आती है, लेकिन यदि कोई बागवान इन फलों को स्टोकर करने, इनके अन्य उत्पाद बनाकर और अन्य स्वरूप में बेचना चाहता है तो उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. हिमाचल में नमी के कारण अनाज फल ड्राई फ्रूट्स बर्बाद ना हो इसके लिए सोलर एयर हीटर का इस्तेमाल बेहद कारगर हो सकता है.
कोल्ड स्टोर पर आती है बहुत ज्यादा लागत- हिमाचल के किसानों और बागवानों को आम तौर पर अपने फलों को तोड़ने के बाद उनके जल्दी खराब होने की समस्या का सामना करना पडता है. यदि उत्पादक जल्दी से अपने उत्पादों को नहीं बेच पाते हैं तो खराब होने के कारण उन्हें कुछ भी हाथ नहीं लगता और अपनी मेहनत के परिणाम को अपने सामने ही खराब होते देखना पड़ता है. यदि कोल्ड स्टोरों की स्थापना करें तो उसकी लागत बहुत ज्यादा आती है, जो हर किसी के लिए संभव नहीं है. इस कारण बागवान हमेशा इस परेशानी का सामना करते हैं.
धूप न होने पर बिजली से भी चलेगा संयंत्र- इसी समस्या के मध्यनजर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर की मैकेनिकल विंग की छात्रा सूचि ने एक इनोवेशन प्रोजेक्ट के तहत ऐसा सोलर एयर हीटर का अविष्कार किया है. यह संयंत्र न केवल सौर ऊर्जा से चलेगा बल्कि धूप के न होने पर इसे बिजली से भी चलाया जा सकता है. बिजली से चलाने पर भी इसका खर्चा अधिक नहीं होगा. सूचि चौधरी द्वारा इस संयंत्र के पेटेंट करवाने पर भी विचार किया जा रहा है. कम लागत से बाजार में उपलब्ध होने वाले इस संयंत्र से बागवान काफी लाभांवित होंगे और उनकी फलों के खराब होने की समस्या से काफी हद तक निजात मिलेगी.
कैसे काम करेगा सोलर एयर हीटर- दरअसल हिमाचल में कृषि उत्पादों को सुखाने के लिए आम तौर पर छत पर और आंगन में कई दिनों तक रखा जाता है. इस दौरान बारिश और बर्फबारी के कारण फसल के बर्बाद होने का खतरा होता है. फसल को आंगन और छत पर सुखाने के बाद जब घर में स्टोर किया जाता है तब मौसम की नमी के कारण भी फसल बर्बाद होने का खतरा होता है. इस सोलर एयर हीटर को घर में लगाया जा सकता है.
कितनी आएगी सोलर एयर हीटर की लागत- लागत के बारे में बताते हुए सूचि चैधरी ने बताया कि इसकी लागत दस से पंद्रह हजार रुपए होगी और यह बिजली और सौर ऊर्जा दोनों से चल सकेगा. उन्होंने कहा कि इस उपकरण के ऊपरी हिस्से में जीआईएस सीट का इस्तेमाल किया गया है, जोकि सोलर एनर्जी से पैदा होने वाली हिट को संतुलित करेगी और इसके बाद एयर हीटर के अंदर हवा को दाखिल करवाया जाएगा. यह हवा सौर ऊर्जा के ताप से गर्म होकर निकलेगी जिसे उस कमरे और स्टोर में पहुंचाया जाएगा, जहां पर कृषि उत्पादों को रखा गया है.
ऐसे बढ़ाई जाएगी उत्पादों की आयु- इस अवसर मैकेनिकल संकाय कि छात्रा सूचि चैधरी ने बताया कि ये सोलर एयर हीटर है जो गर्म हवा से अनाज ड्राई फ्रूट्स और फलों के अंदर की नमी को सोखेगा. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार हिमाचल प्रदेश में फलों का उत्पादन होता है, अगर इन कृषि उत्पादों की उम्र को बढ़ना है, इनको स्टोर में रखना है या फिर इन्हें कही स्थानांतरित करना है तो इस संयंत्र के माध्यम से इन फलों से नमी को बाहर निकाल कर, इन उत्पादों की आयु को बढ़ाया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए निजी भूमि की जरूरत, हिमाचल सरकार ने आमंत्रित किए टेंडर