हमीरपुर: एनआईटी हमीरपुर ने चिट्टे के आरोप में गिरफ्तार दो स्टूडेंट्स पर कड़ी कार्रवाई की है. एनआईटी हमीरपुर का बीओडी इन स्टूडेंट्स के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ. एनआईटी हमीरपुर में छात्र की मौत के मामले में पुलिस थाना हमीरपुर में दर्ज गैर इरादतन हत्या केस और एनडीपीएस एक्ट केस को गंभीर अपराध मानते हुए बीओडी ने दोनों आरोपी स्टूडेंट्स पर सख्त कार्रवाई की है. बीओडी ने फैसले की रिपोर्ट संस्थान के निदेशक को सौंपी गई है.
1 साल के लिए निष्कासित: एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रो. एचएम सूर्यवंशी ने चिट्टे के आरोपी स्टूडेंट्स को संस्थान से निकालने की पुष्टि की है. प्रो. एचएम सूर्यवंशी ने बताया कि जब ये दोनों आरोपी छात्र एनआईटी परिसर में पहुंचे तो इन्हें बोर्ड ऑफ डिसिप्लिन (बीओरडी) के सामने अपना पक्ष रखने के निर्देश दिए गए, लेकिन दोनों ही स्टूडेंट्स की ओर से कोई भी संतुष्ट जवाब न मिलने पर निदेशक मंडल ने दोनों को एक साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया है.
बीते माह हुई थी छात्र की मौत: गौरतलब है कि बीते माह 23 अक्टूबर को एनआईटी हमीरपुर में ड्रग्स की ओवरडोज के कारण एक छात्र की मौत हो गई थी. जिसके बाद हमीरपुर पुलिस ने मामले में संस्थान के ही 2 छात्रों को गिरफ्तार किया था. दोनों छात्रों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और चिट्टा रखने पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद दोनों लंबे समय तक पुलिस और न्यायिक हिरासत में रहे.
बीते कल मिली थी जमानत: बीते दिन वीरवार, 16 नवंबर को 50-50 हजार मुचलके पर जिला सत्र न्यायालय से दोनों आरोपी छात्रों को जमानत पर रिहा कर दिया गया. रिहा होने पर दोनों छात्र एनआईटी हमीरपुर में पहुंचे. जहां वो बीओडी के सामने पेश हुए. जिसके बाद बीओडी ने फैसला लेते हुए दोनों आरोपी छात्रों को 1 साल के लिए कॉलेज से निकाल दिया.
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