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पहले पीला रतुआ, अब सूखे ने बिगाड़े हालात, किसानों को अब तक 28 करोड़ से ज्यादा का नुकसान

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Published : Mar 10, 2023, 4:30 PM IST

हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के चलते सूखे जैसे हालात बन गए हैं. जिससे गेहूं और अन्य फसलों पर खतरा मंडराने लग गया है. बारिश नहीं होने के चलते अब तक किसानों को 28 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. अगर हालात ऐसे ही रहे, तो ये नुकसान और बढ़ सकता है.

हिमाचल में सूखे ने बिगाड़े हालात
हिमाचल में सूखे ने बिगाड़े हालात
बारिश नहीं होने से फसलों पर सूखे की मार.

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के चलते इन दिनों किसान-बागवान खासे परेशान है. बारिश नहीं होने के चलते किसानों की फसलें सूख रही है. वहीं, सरकार और प्रशासन ने भी अब इसको लेकर कमर कस ली है. सरकार ने प्रशासन से सूखाग्रस्त क्षेत्रों का डाटा मांगा है. प्रदेश के हमीरपुर जिले की बात करें तो यहां पर सूखे की मार से करोड़ों की गेहूं की फसल तबाह हो गई है.

रबी के सीजन में जिल में अब तक 28.50 करोड़ का नुकसान किसानों को झेलना पड़ा है. जिला कृषि विभाग हमीरपुर के आंकड़ों में यह बड़ा खुलासा हुआ है. हमीरपुर जिले में कुल 30,000 हेक्टेयर भूमि में खेती की जा रही है. यह संपूर्ण क्षेत्र सूखे की मार से प्रभावित हुआ है. जिला के सुजानपुर और बमसन ब्लॉक में 2612 हेक्टेयर एरिया में 50% से अधिक फसल सूखे के कारण बर्बाद हो गई है. जिले के अन्य ब्लॉकों में 30 से 35% गेहूं की फसल सूखे के कारण बर्बाद हुई है.

जिला में कुल 32,000 हेक्टेयर भूमि ऐसी है, जिस पर खेती की जा रही है. इसमें से 30,000 हेक्टेयर में गेहूं की फसल की बिजाई की गई है. गेहूं के अलावा आलू और अन्य सब्जियों की पैदावार भी सूखे की मार के कारण प्रभावित हुई है. कुल 1,740 हेक्टेयर एरिया में आलू और अन्य सब्जियों की बिजाई की जाती है, लेकिन सूखे के कारण यह पैदावार भी प्रभावित हुई है. गेहूं की 30,000 हेक्टेयर भूमि पर बिजाई की गई है. इसमें 25,387 हेक्टेयर भूमि पर 33% से कम फसल और 2612 हेक्टेयर में 33% से अधिक फसल सूखे के कारण प्रभावित हुई है. गेहूं के अलावा दालें की पैदावार भी सूखे की भेंट चढ़ गई है.

कृषि विभाग हमीरपुर के जिला अधिकारी अनूप कतना का कहना है कि जिले के सुजानपुर और बमसन ब्लॉक में 2,612 हेक्टेयर एरिया में 50% से अधिक फसल सूखे के कारण बर्बाद हो गई है. जिला के अन्य ब्लॉकों में 30 से 35% गेहूं की फसल सूखे के कारण बर्बाद हुई है. जिले में कुल 32,000 हेक्टेयर भूमि ऐसी है जिस पर खेती की जा रही है. इसमें से 30,000 हेक्टेयर में गेहूं के फसल की बिजाई की गई है. गेहूं के अलावा आलू और अन्य सब्जियों की पैदावार भी सूखे की मार के कारण प्रभावित हुई है. उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिले में इस बार 5500 क्विंटल गेहूं का बीज सब्सिडी पर किसानों को उपलब्ध करवाया गया है.

बता दें कि गेहूं की फसल के शुरुआती दिनों में पीला रतुआ की वजह से फसल को नुकसान पहुंचा था. करीब ढाई हजार हेक्टेयर भूमि में पीला रतुआ के कारण गेहूं की फसल प्रभावित हुई थी. अब सूखे की मार के कारण जिले में रेतीली जमीन वाले सुजानपुर और बमसन के एरिया में 50% से अधिक गेहूं की फसल बर्बाद हो चुकी है. जबकि बड़सर और जिले के अन्य क्षेत्रों में 50% से कम नुकसान हुआ है.

ये भी पढे़ं: बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात, गेहूं और अन्य फसलों पर मंडराया खतरा, किसानों को अब तक 8 करोड़ से ज्यादा का नुकसान

बारिश नहीं होने से फसलों पर सूखे की मार.

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के चलते इन दिनों किसान-बागवान खासे परेशान है. बारिश नहीं होने के चलते किसानों की फसलें सूख रही है. वहीं, सरकार और प्रशासन ने भी अब इसको लेकर कमर कस ली है. सरकार ने प्रशासन से सूखाग्रस्त क्षेत्रों का डाटा मांगा है. प्रदेश के हमीरपुर जिले की बात करें तो यहां पर सूखे की मार से करोड़ों की गेहूं की फसल तबाह हो गई है.

रबी के सीजन में जिल में अब तक 28.50 करोड़ का नुकसान किसानों को झेलना पड़ा है. जिला कृषि विभाग हमीरपुर के आंकड़ों में यह बड़ा खुलासा हुआ है. हमीरपुर जिले में कुल 30,000 हेक्टेयर भूमि में खेती की जा रही है. यह संपूर्ण क्षेत्र सूखे की मार से प्रभावित हुआ है. जिला के सुजानपुर और बमसन ब्लॉक में 2612 हेक्टेयर एरिया में 50% से अधिक फसल सूखे के कारण बर्बाद हो गई है. जिले के अन्य ब्लॉकों में 30 से 35% गेहूं की फसल सूखे के कारण बर्बाद हुई है.

जिला में कुल 32,000 हेक्टेयर भूमि ऐसी है, जिस पर खेती की जा रही है. इसमें से 30,000 हेक्टेयर में गेहूं की फसल की बिजाई की गई है. गेहूं के अलावा आलू और अन्य सब्जियों की पैदावार भी सूखे की मार के कारण प्रभावित हुई है. कुल 1,740 हेक्टेयर एरिया में आलू और अन्य सब्जियों की बिजाई की जाती है, लेकिन सूखे के कारण यह पैदावार भी प्रभावित हुई है. गेहूं की 30,000 हेक्टेयर भूमि पर बिजाई की गई है. इसमें 25,387 हेक्टेयर भूमि पर 33% से कम फसल और 2612 हेक्टेयर में 33% से अधिक फसल सूखे के कारण प्रभावित हुई है. गेहूं के अलावा दालें की पैदावार भी सूखे की भेंट चढ़ गई है.

कृषि विभाग हमीरपुर के जिला अधिकारी अनूप कतना का कहना है कि जिले के सुजानपुर और बमसन ब्लॉक में 2,612 हेक्टेयर एरिया में 50% से अधिक फसल सूखे के कारण बर्बाद हो गई है. जिला के अन्य ब्लॉकों में 30 से 35% गेहूं की फसल सूखे के कारण बर्बाद हुई है. जिले में कुल 32,000 हेक्टेयर भूमि ऐसी है जिस पर खेती की जा रही है. इसमें से 30,000 हेक्टेयर में गेहूं के फसल की बिजाई की गई है. गेहूं के अलावा आलू और अन्य सब्जियों की पैदावार भी सूखे की मार के कारण प्रभावित हुई है. उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिले में इस बार 5500 क्विंटल गेहूं का बीज सब्सिडी पर किसानों को उपलब्ध करवाया गया है.

बता दें कि गेहूं की फसल के शुरुआती दिनों में पीला रतुआ की वजह से फसल को नुकसान पहुंचा था. करीब ढाई हजार हेक्टेयर भूमि में पीला रतुआ के कारण गेहूं की फसल प्रभावित हुई थी. अब सूखे की मार के कारण जिले में रेतीली जमीन वाले सुजानपुर और बमसन के एरिया में 50% से अधिक गेहूं की फसल बर्बाद हो चुकी है. जबकि बड़सर और जिले के अन्य क्षेत्रों में 50% से कम नुकसान हुआ है.

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