सुजानपुर: सरकार ने कम्युनिटी हेल्थ सेंटर सुजानपुर को सिविल अस्पताल में तबदील कर दिया है, लेकिन मूलभूत सुविधाओं की कमी अस्पताल में जस की तस हैं. आलम यह है कि अस्पताल में कोई स्थाई रूप से आंखों का स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी तैनात नहीं है. वहीं, सिविल अस्पताल में थायराइड टेस्ट करने वाली मशीन की सुविधा भी नहीं है.
अस्पताल में रोजाना मेडिकल बनाने वाले लोगों के साथ-साथ आंखों का निरीक्षण करने वाले रोगियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन प्रशासन और सरकार की तरफ से जनता की इस समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा है. अस्पताल में थायराइड टेस्ट करने वाली मशीन मौजूद है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से यह मशीन खराब पड़ी हुई है. जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, और मजबूरन निजी क्लीनिक का रुख करना पड़ रहा है.
बता दें कि सिविल अस्पताल सुजानपुर, मंडी और कांगड़ा के लिए एकमात्र निकटतम स्वास्थ्य केंद्र है. तीनों जिलों की लोगों की स्वस्थ्य सुरक्षा का जिम्मा होने के बावजूद अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है. जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है.
जानकारी के मुताबिक सुजानपुर अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भी नहीं है. लॉकडाउन से पहले सब डिवीजन से नेत्र रोग विशेषज्ञ प्रतिनियुक्ति पर यहां आया करते थे, लेकिन वह भी निरीक्षण करने के बाद वापस चले जाते थे. अस्पताल में हजारों की तादाद में मरीज आंखों का चेकअप करवाने के लिए यहां पहुंचते है, ऐसे में नेत्र विशेषज्ञ के ना होने से उन्हें निजी अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
वहीं, खंड चिकित्सा अधिकारी रमेश डोगरा ने बताया कि सिवल अस्पताल सुजानपुर में नेत्र रोग विशेषज्ञ का पद रिक्त है. अस्पताल में थायराइड टेस्ट मशीन खराब है, जिसके बारे में उन्हें सूचना प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि जल्द ही मशीन को ठीक करवा दिया जाएगा.
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