हमीरपुर: पेपर लीक प्रकरण में विजिलेंस की टीम ने रविवार को आयोग के कार्यालय में फिर दस्तक दी. साल के पहले दिन छुट्टी के दिन भी पेपर लीक मामले में जांच जारी रही. इस मामले की मुख्य आरोपी आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात निलंबित महिला कर्मचारी उमा आजाद के सर्विस रिकॉर्ड को अब विजिलेंस की टीम खंगाल रही है. इस रिकॉर्ड को लेने के लिए विजिलेंस की टीम रविवार को फिर कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के कार्यालय में पहुंची. (JOA IT Paper Leak Case)
बताया जा रहा है कि अब विजिलेंस की टीम इस मामले में मुख्य आरोपी उमा आजाद के तमाम सर्विस रिकॉर्ड को खंगालेगी. पिछले 21 वर्षों से उमा आजाद कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय में सेवाएं दे रही है. ऐसे में अब पिछले 20 से 21 वर्षों का सर्विस रिकॉर्ड और उमा आजाद की कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय में हर कार्य में रही भूमिका की बारिकी से छानबीन की जाएगी. (record of Uma Azad)
प्रमोशन होते ही चंद दिनों के बाद गोपनीय ब्रांच से आरोपी हटना था तय: उमा आजाद पिछले लगभग 4 साल से आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात थी. कुछ ही समय बाद महिला का इस ब्रांच से हटना तय था और वह वर्तमान में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात थी. जनवरी महीने महिला उमा आजाद ने अधीक्षक के पद पर पदोन्नत होना था. ऐसे में आयोग के नियमों के मुताबिक उसकी ब्रांच को भी बदला जाना था. हालांकि इससे पूर्व भी महिला को ब्रांच से हटाने पर आयोग के उच्च अधिकारी विचार कर रहे थे, लेकिन मामला टल गया था. अपने काम में आरोपी निलंबित कर्मचारी बेहद कुशल थी. जिस वजह से वह लंबे समय तक इस ब्रांच में बनी रही. यही वजह रही कि उच्च अधिकारियों का विश्वास जीतकर उसने इस बड़े प्रकरण को अंजाम दिया.
उच्च अधिकारियों से भी लगातार पूछताछ, कल अदालत में पेश किए जाएंगे 3 आरोपी: इस मामले में कर्मचारी चयन आयोग के उच्च अधिकारियों से भी लगातार पूछताछ की जा रही है. आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र को विजिलेंस पिछले तीन-चार दिनों से लगातार अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुला रही है. यहीं पर उनसे पूछताछ की जा रही है, इसके अलावा आयोग के अन्य कई कर्मचारियों से भी मामले में पूछताछ की गई है. वहीं, इस मामले में तीन आरोपियों निलंबित महिला कर्मचारी उमा आजाद उमा आजाद के बड़े बेटे नितिन आजाद और दलाल संजीव कुमार के छोटे भाई शशि पाल को विजिलेंस की टीम फिर सोमवार को अदालत में पेश करेगी.
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