हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में पिछले रविवार से एसआरएल लैब में यूपीएस खराब होने की वजह से टेस्ट सुविधा ठप पड़ी है. यूपीएस को ठीक करने की बजाय अस्पताल प्रबंधन टालमटोल कर रहा है. अस्पताल प्रबंधन की कोताही के चलते जिला के मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
मरीजों को हो रही परेशानी पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का का कहना है कि सरकारी लैब में कुछ टेस्ट करवाए जा रहे हैं, लेकिन अधिकतर टेस्ट एसआरएल लैब में ही होते हैं और यूपीएस खराब होने की वजह से मरीजों को टेस्ट सुविधा नहीं दी जा रही है.
दरअसल, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में लंबे समय बाद रिक्त चल रहे पदों पर डॉक्टर्स की तैनाती हुई है लेकिन अब डॉक्टर की तैनाती के बाद एसआरएल लैब में टेस्ट की सुविधा प्रभावित होने से मरीज बिना इलाज के ही लौट रहे हैं. हमीरपुर जिला के लोगों को इलाज के लिए मजबूरन टांडा मेडिकल कॉलेज चौक मेडिकल कॉलेज का रुख करना पड़ रहा है. इसके अलावा लोगों को निजी अस्पतालों में हजारों रुपये खर्च कर इलाज करवाना भी मजबूरी बन गया है. ऐसे में केंद्र और प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य योजनाएं लोगों के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो रही है.
बता दें कि जिला हमीरपुर समेत आसपास के जिलों के लोग हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए पहुंचते हैं और ऐसे में पिछले पांच दिनों से मशीनरी खराब होने से सैकड़ों मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस दिशा में एसआरएल लैब प्रबंधन की ओर से भी कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस डॉ अनिल वर्मा ने कहना है कि लैब के इंचार्ज और कर्मचारियों को मशीनरी को दुरुस्त करवाने के आदेश दिए गए हैं. जल्द ही मशीनरी को दुरस्त करवाकर सुविधाएं शुरू कर दी जाएगी.