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5 दिन से SLR लैब में मशीनरी खराब, टेस्ट सुविधा न मिलने से निराश लौट रहे मरीज - hamirpur

हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में 5 दिन से SLR लैब में मशीनरी खराब अस्पताल में टेस्ट सुविधा न मिलने से निराश लौट रहे मरीज अस्पताल एमएस का दावा, जल्द शुरू कर दी जाएंगी टेस्ट सुविधाएं

हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में 5 दिन से SLR लैब में मशीनरी खराब
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Published : Apr 11, 2019, 5:02 PM IST

हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में पिछले रविवार से एसआरएल लैब में यूपीएस खराब होने की वजह से टेस्ट सुविधा ठप पड़ी है. यूपीएस को ठीक करने की बजाय अस्पताल प्रबंधन टालमटोल कर रहा है. अस्पताल प्रबंधन की कोताही के चलते जिला के मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

मरीजों को हो रही परेशानी पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का का कहना है कि सरकारी लैब में कुछ टेस्ट करवाए जा रहे हैं, लेकिन अधिकतर टेस्ट एसआरएल लैब में ही होते हैं और यूपीएस खराब होने की वजह से मरीजों को टेस्ट सुविधा नहीं दी जा रही है.

हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में 5 दिन से SLR लैब में मशीनरी खराब

दरअसल, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में लंबे समय बाद रिक्त चल रहे पदों पर डॉक्टर्स की तैनाती हुई है लेकिन अब डॉक्टर की तैनाती के बाद एसआरएल लैब में टेस्ट की सुविधा प्रभावित होने से मरीज बिना इलाज के ही लौट रहे हैं. हमीरपुर जिला के लोगों को इलाज के लिए मजबूरन टांडा मेडिकल कॉलेज चौक मेडिकल कॉलेज का रुख करना पड़ रहा है. इसके अलावा लोगों को निजी अस्पतालों में हजारों रुपये खर्च कर इलाज करवाना भी मजबूरी बन गया है. ऐसे में केंद्र और प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य योजनाएं लोगों के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो रही है.

बता दें कि जिला हमीरपुर समेत आसपास के जिलों के लोग हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए पहुंचते हैं और ऐसे में पिछले पांच दिनों से मशीनरी खराब होने से सैकड़ों मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस दिशा में एसआरएल लैब प्रबंधन की ओर से भी कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस डॉ अनिल वर्मा ने कहना है कि लैब के इंचार्ज और कर्मचारियों को मशीनरी को दुरुस्त करवाने के आदेश दिए गए हैं. जल्द ही मशीनरी को दुरस्त करवाकर सुविधाएं शुरू कर दी जाएगी.

हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में पिछले रविवार से एसआरएल लैब में यूपीएस खराब होने की वजह से टेस्ट सुविधा ठप पड़ी है. यूपीएस को ठीक करने की बजाय अस्पताल प्रबंधन टालमटोल कर रहा है. अस्पताल प्रबंधन की कोताही के चलते जिला के मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

मरीजों को हो रही परेशानी पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का का कहना है कि सरकारी लैब में कुछ टेस्ट करवाए जा रहे हैं, लेकिन अधिकतर टेस्ट एसआरएल लैब में ही होते हैं और यूपीएस खराब होने की वजह से मरीजों को टेस्ट सुविधा नहीं दी जा रही है.

हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में 5 दिन से SLR लैब में मशीनरी खराब

दरअसल, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में लंबे समय बाद रिक्त चल रहे पदों पर डॉक्टर्स की तैनाती हुई है लेकिन अब डॉक्टर की तैनाती के बाद एसआरएल लैब में टेस्ट की सुविधा प्रभावित होने से मरीज बिना इलाज के ही लौट रहे हैं. हमीरपुर जिला के लोगों को इलाज के लिए मजबूरन टांडा मेडिकल कॉलेज चौक मेडिकल कॉलेज का रुख करना पड़ रहा है. इसके अलावा लोगों को निजी अस्पतालों में हजारों रुपये खर्च कर इलाज करवाना भी मजबूरी बन गया है. ऐसे में केंद्र और प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य योजनाएं लोगों के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो रही है.

बता दें कि जिला हमीरपुर समेत आसपास के जिलों के लोग हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए पहुंचते हैं और ऐसे में पिछले पांच दिनों से मशीनरी खराब होने से सैकड़ों मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस दिशा में एसआरएल लैब प्रबंधन की ओर से भी कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस डॉ अनिल वर्मा ने कहना है कि लैब के इंचार्ज और कर्मचारियों को मशीनरी को दुरुस्त करवाने के आदेश दिए गए हैं. जल्द ही मशीनरी को दुरस्त करवाकर सुविधाएं शुरू कर दी जाएगी.

Intro:मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में 5 दिन से एसआरएल लैब में मशीनरी खराब, टेस्ट सुविधा न मिलने से बिना इलाज के लौट रहे मरीज

हमीरपुर।
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में पिछले रविवार से एसआरएल लैब में यूपीएस खराब होने के चलते टेस्ट सुविधा ठप पड़ी है. यूपीएस को ठीक करने की बजाय और अस्पताल प्रबंधन टालमटोल कर रहा है जिसके कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का तर्क है कि सरकारी लैब में टेस्ट हो रहे हैं लेकिन लेकिन इस लैब में कुछ एक टेस्ट हो रहे हैं जबकि अधिकतर टेस्ट एसआरएल लैब में ही होते हैं। टेस्ट सुविधा न मिलने के कारण मरीजों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। लगातार पांच दिनों से यह परेशानी अस्पताल में मरीजों को पेश आ रही है लेकिन इस दिशा में एसआरएल लैब प्रबंधन की ओर से भी कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। कॉलेज के एमएस का दावा है कि लैब के कर्मचारियों और इंचार्ज को मशीनरी को दुरुस्त करवाने के आदेश दिए गए थे लेकिन अभी तक मशीनरी दुरुस्त नहीं हुई है।


Body:बता दें कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में लंबे समय बाद रिक्त चल रहे पदों पर डॉक्टरों की तैनाती हुई है लेकिन अब डॉक्टर की तैनाती के बाद एसआरएल लैब में टेस्ट की सुविधा प्रभावित होने से मरीज बिना इलाज के ही लौट रहे हैं। हमीरपुर जिला के लोगों को उपचार के लिए मजबूरन टांडा मेडिकल कॉलेज चौक मेडिकल कॉलेज का रुख करना पड़ रहा है। इसके अलावा लोगों को निजी अस्पतालों में हजारों रुपए खर्च कर उपचार करवाना भी मजबूरी बन गया है। केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत और प्रदेश सरकार की कई जनकल्याणकारी स्वास्थ्य योजनाएं यहां पर बेईमानी ही साबित हो रही हैं। सरकार के दावे के उल्ट यहां पर ना तो टेस्ट की सुविधा ही मिल पा रही है और ना ही लोग उपचार करवा पा रहे हैं। सरकार की अधिकतर योजनाएं दवाइयों पर होने वाले खर्च पर लागू होती हैं लेकिन टेस्ट के बिना तो डॉक्टर दवाई भी नहीं लिख सकते ऐसे में सरकार की योजनाएं भी यहां पर लोगों के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो रही हैं।


Conclusion:मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस डॉ अनिल वर्मा ने कहा कि लैब के इंचार्ज और कर्मचारियों को मशीनरी को दुरुस्त करवाने के आदेश दिए गए हैं। जल्द ही मशीनरी को दुरस्त करवाकर यहां पर चेस्ट सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
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