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IHM हमीरपुर के छात्रों ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन, संस्थान पर ज्यादा फीस वसूलने के लगाए आरोप

आईएचएम हमीरपुर (IHM HAMIRPUR) के छात्रों ने माकपा नेता अनिल मनकोटिया की अगुवाई में सोमवार को एक मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपा. छात्रों की मांग है की उनसे ट्यूशन फीस के अलावा जो भी फीस ली गई है या तो उसे वापस किया जाए या अगले सेमेस्टर में समायोजित किया जाए. छात्रों ने बताया कि उनसे ट्यूशन फीस के अलावा हॉस्टल और लैब फीस सहित कई शुल्क शामिल हैं.

ihm hamirpur students
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Published : Jun 7, 2021, 4:40 PM IST

हमीरपुर: आईएचएम हमीरपुर (IHM HAMIRPUR) के छात्रों ने माकपा नेता अनिल मनकोटिया की अगुवाई में सोमवार को एक मांग पत्र ADM जितेंद्र सांगटा को सौंपा. छात्रों का आरोप है कि कोरोना महामारी के आने बाद लगातार छात्र और उनके अभिभावक शिक्षण संस्थानों व सरकार की छात्र विरोधी नीतियों का शिकार हो रहे हैं.

छात्रों की मांग है की उनसे ट्यूशन फीस के अलावा जो भी फीस ली गई है या तो उसे वापस किया जाए या अगले सेमेस्टर में समायोजित किया जाए. माकपा नेता अनिल मनकोटिया ने कहा की महामारी के दौरान आम जनमानस की आर्थिकी पर बहुत विपरीत असर पड़ा है. आय के साधन सीमित हो गए हैं. अभिभावक इतनी भारी फीस देने में समर्थ नहीं हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार तुरंत प्रभाव से छात्रों की मांग पर गौर करे और उन्हें फीस में छूट दी जाए. छात्रों की मांगों को ना मानने पर आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा.

वीडियो.

गौरतलब है कि आईएचएम हमीरपुर में 69,500 रुपये फीस प्रत्येक छात्र से वसूली गई. इस फीस में ट्यूशन फीस के अलावा हॉस्टल और लैब फीस सहित कई शुल्क शामिल हैं. छात्रों का तर्क है कि कोरोना जैसी महामारी के दौरान भारी करकम फीस वसूलना न्यायसंगत नही है.

वैक्सीनेशन पर राजनीति तेज! हमीरपुर कांग्रेस ने जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

हमीरपुर: आईएचएम हमीरपुर (IHM HAMIRPUR) के छात्रों ने माकपा नेता अनिल मनकोटिया की अगुवाई में सोमवार को एक मांग पत्र ADM जितेंद्र सांगटा को सौंपा. छात्रों का आरोप है कि कोरोना महामारी के आने बाद लगातार छात्र और उनके अभिभावक शिक्षण संस्थानों व सरकार की छात्र विरोधी नीतियों का शिकार हो रहे हैं.

छात्रों की मांग है की उनसे ट्यूशन फीस के अलावा जो भी फीस ली गई है या तो उसे वापस किया जाए या अगले सेमेस्टर में समायोजित किया जाए. माकपा नेता अनिल मनकोटिया ने कहा की महामारी के दौरान आम जनमानस की आर्थिकी पर बहुत विपरीत असर पड़ा है. आय के साधन सीमित हो गए हैं. अभिभावक इतनी भारी फीस देने में समर्थ नहीं हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार तुरंत प्रभाव से छात्रों की मांग पर गौर करे और उन्हें फीस में छूट दी जाए. छात्रों की मांगों को ना मानने पर आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा.

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गौरतलब है कि आईएचएम हमीरपुर में 69,500 रुपये फीस प्रत्येक छात्र से वसूली गई. इस फीस में ट्यूशन फीस के अलावा हॉस्टल और लैब फीस सहित कई शुल्क शामिल हैं. छात्रों का तर्क है कि कोरोना जैसी महामारी के दौरान भारी करकम फीस वसूलना न्यायसंगत नही है.

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