हमीरपुर: हमीरपुर के लोगों से बीमा और बचत के नाम पर लाखों रूपये की ठगी का मामला सामने आयाह है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी पति पत्नी को धर लिया है. दोनों ने मिलकर बीमा (Insurance policy Fraud in Hamirpur) और बचत के नाम पर 45 लाख रुपए की ठगी की है. पुलिस के मुताबिक हमीरपुर के नादौन चौक पर यूकनोक्स इनफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड नाम से फाइनेंस कंपनी का कार्यालय खोला गया था. तीन साल तक कंपनी का कार्यालय खुला रहा तथा लोगों से पॉलिसी के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए. जब पैसा वापस करने का समय आया तो कंपनी फरार हो गई.
दोनों आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की विशेष टीम आरोपियों को बंगाल से लेकर हमीरपुर पहुंची है. आरोपियों को शुक्रवार के दिन न्यायालय में पेश किया गया. यहां से इन्हें पांच दिन का पुलिस रिमांड मिला है. पांच दिन पुलिस रिमांड के दौरान इनसे गहन पूछताछ होगी. कंपनी जिला के कई लोगों के पैसे का गबन कर चुकी है. जानकारी के मुताबिक दोनों आरोपियों ने तीन साल तक जिला के लोगों से पॉलिसी के नाम पर पैसा एकत्रित किया.
कंपनी के कर्मचारी तीन लोंगों से पॉलिसी के नाम पर रुपए एंठते रहे. तीन वर्ष के बाद जब रुपए वापस करने का समय आया तो कंपनी करीब 45 लाख रुपए लेकर फरार हो गई. कंपनी के फरार होने के बाद मामला लोगों द्वारा पुलिस में दर्ज करवाया गया था।. दो जुलाई 2017 को मामला दर्ज हुआ था. पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पता लगा लिया कि आरोपी पश्चिम बंगाल में हैं. ऐसे में इनको पकड़ने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया. विशेष टीम 14 मार्च 2020 को पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुई थी. जहां से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
इनमें प्रशांत चक्रवर्ती तथा अर्पिता चक्रवर्ती निवासी 106/15/15, सरकार पाडा, रथतला हरीसहर, थाना बिजपुर जिला नोर्थ 24 परगना, पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस आरोपियों को हमीरपुर लेकर आई है. शुक्रवार के दिन दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया. यहां से इन्हें पांच दिन का पुलिस रिमांड मिला है. वहीं, इस बारे में पुलिस अधीक्षक हमीरपुर आकृति शर्मा (SP Hamirpur Akriti Sharma) का कहना है कि ठगी मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. न्यायालय में पेश करने पर इन्हें 12 अप्रैल 2022 तक पुलिस रिमांड मिला है.
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