शिमला/हमीरपुर: बुधवार को करवाचौथ का पर्व है, महिलाओं के लिए यह दिन बेहद खास है. ऐसे में इस खास दिन को और खास बनाने के लिए मंगलवार को महिलाओं ने बाजारों में पहुंचकर जमकर खरीदारी की. बाजारों में इतनी भीड़ थी कि वहां भीड़ को देखकर यह बिल्कुल नहीं लग रहा था कि लोगों में कोरोना जैसी महामारी का कोई डर बाकी रह गया है.
महिलाएं बाजारों से करवा चौथ के लिए नए कपड़ों से लेकर मैचिंग चूड़ियां, सुहागी, करवा, नारियल समेत अन्य सामग्री की भी खरीदारी कर रही हैं. इसके साथ ही महिलाएं बाजार से करवा चौथ की सरगी ओर पूजा का सामान भी खरीद रहे हैं. बाजारों में पहले के जितनी ही भीड़ इस करवाचौथ भी नजर आ रही है. वहीं, महिलाओं का कहना है कि करवाचौथ का पर्व उनके लिए बेहद खास है. इसे लेकर उनका क्रेज भी बहुत है, लेकिन कोरोना की वजह से वह इस दिन को जितना खास तरीके से आसपड़ोस की महिलाओं के साथ मनाती थी वह इस बार नहीं हो पाएगा.
महिलाओं का कहना है कि इस बार अपने घर पर ही रह कर सोलह श्रृंगार कर व्रत की पूजा और कथा पढ़ेंगी. बाजारों में खरीदारी के लिए पहुंची महिलाओं ने यह खुद भी माना की बाजारों में किसी भी तरह कि सोशल डिस्टेसिंग नहीं है और भीड़ भी बहुत ज्यादा है, लेकिन अब यह व्रत खास है तो इसकी खरीदारी भी उन्हें करनी है.
कोरोना महामारी का कोई असर शिमला और हमीरपुर के बाजारों में देखने को नहीं मिल रहा है, लेकिन इतनी भीड़ होने के बाद भी कारोबार मंदा पड़ा है. कारोबारियों का कहना है कि बाजारों में भीड़ तो भले ही है लेकिन कारोबार बीते वर्ष के मुकाबले 70 से 80 फीसदी कम है.
बाजारों में जगह-जगह लगाई जा रही मेंहदी
बाजारों में जहां करवा चौथ की पूजा में इस्तेमाल होने वाली सुहागी,कांच की चूड़ियां, करवा, नारियल, मिट्टी के दीये की दुकानें सजाई गई है. इसके साथ ही जगह- जगह हाथों में मेहंदी लगाने के लिए बाजारों में भी महिलाएं,पुरुष बैठे है और महिलाओं के हाथों में मेंहदी रचाने का काम कर रहे है.
आस पड़ोस में नहीं होगी थाली घुमाने की रस्में
कोविड 19 की वजह से इस बार करवाचौथ पर हर आस पड़ोस ओर मोहल्लों में सभी सुहागिनें मिल कर थाली घुमाने की जो रस्म करती है वह इस बार कोविड 19 की वजह से नहीं होगी. महिलाएं एक जगह पर एक साथ एकत्र नहीं होंगी और अपने-अपने घरों पर ही रहकर पूजा करेगी. शिमला में लगभग हर जगह महिलाएं इस तरह एक साथ ही बैठकर पूजा करती है और व्रत की कथा पढ़ती है.