हमीरपुर: एक तरफ हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग प्रदेश में विभिन्न परीक्षाएं करवाने की तैयारी में जुटा है. वहीं, अधिकारी कोरोना के खौफ का हवाला देकर परिक्षार्थियों की गुहार तक नहीं सुनी जा रही है. विभाग के अधिकार परिक्षार्थियों की समस्या सुनने के लिए उनसे मिलने तक को तैयार नहीं है. ऐसा ही एक मामला सोमवार को आयोग कार्यालय हमीरपुर में पेश आया.
कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय पर छात्र संगठन एनएसयूआई के पदाधिकारी टीजीटी कमिशन एवं अन्य परीक्षाओं की तारीक आगे बढ़ाने की मांग लेकर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें गेट पर ही रोक लिया गया. आयोग के अधिकारियों ने मांग पत्र को रिसीव करना तो दूर छात्रों को ये कहकर टाल दिया कि कोरोना के कारण वो किसी से नहीं मिल रहे हैं.
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष टोनी ठाकुर का कहना है कि अधिकारी मांग पत्र तक लेने के लिए राजी नहीं थे. ऐसे में परीक्षाएं कितनी सुरक्षित हैं, ये अपने आप में बड़ा सवाल है. उन्होंने कहा कि विभाग से परीक्षाओं की तिथि आगे बढ़ाने की मांग की गई है, ताकि कोरोना के संकट काल में छात्र हितों का दमन न हो.
एनएसयूआई को कार्यालय में जाने की परमिशन नहीं दी गई, जिसके बाद छात्र नेता टोनी ठाकुर ने अधिकारियों से गेट पर आकर ही मांग पत्र को रिसीव करने की बात कही. इसके बाद अधिकारियों ने कहा कि वो गेट पर ही मांग पत्र को छोड़कर चले जाएं, नहीं तो पुलिस बुलाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. काफी संघर्ष के बाद एक अधिकारी कार्यालय से निकलकर बाहर आया और छात्रों के मांग पत्र को रिसीव किया. विभाग के अधिकारियों के इस बर्ताव पर एनएसयूआई ने नाराजगी जाहिर की है.
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