हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए शिक्षा विभाग ने नया पहल शुरू की. अब स्कूलों में छात्रों का ड्रग टेस्ट कराएगी. दरअसल, हमीरपुर के शिक्षण संस्थानों में चिट्टा और चरस जैसे नशे का छात्रों की ओर से लगातार सेवन किए जाने के मामले सामने आने के बाद, अब शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया है. हमीरपुर में छात्रों को नशे से बचाने के लिए स्कूलों में ही स्टूडेंट्स का ड्रग टेस्ट किया जाएगा. वहीं, स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर की ओर से स्कूलों के नोडल अधिकारी को ड्रग अब्यूज डिटेक्टिंग किट के बारे में जानकारी दी जा रही है.
जानकारी के अनुसार, सीएमओ ऑफिस में शिक्षा विभाग के स्कूलों में बनाए गए प्रहरी क्लबों के नोडल अधिकारियों को ट्रेनिंग देने की तैयारी चल रही है. इसके लिए सीएमओ ऑफिस में नोडल अधिकारियों को ड्रग अब्यूज डिटेक्टिंग किट के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी. साथ ही स्कूलों में नशा करने वाले छात्रों का टेस्ट कराया जाएगा. जिसके बाद पता चल पाएगा कि छात्र ने नशा किया है या नहीं. वहीं, जिले में सीएमओ ऑफिस से 100 से ज्यादा किटे पहुंच चुकी हैं.
सीएमओ डॉ.आर के अग्निहोत्री ने बताया कि नशे के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने ड्रग अब्यूज डिटेक्टिंग किट के माध्यम से छात्रों का टेस्ट करने का निर्णय लिया है. स्कूलों में छुटिटयों के बाद टेस्ट किए जाएंगे. वहीं, ड्रग अब्यूज डिटेक्टिंग किट शिक्षा विभाग को मुहैया करवा दी गई है. नोडल अधिकारियों को ट्रेनिंग के बाद टेस्ट करवाए जाएंगे. डॉ. अग्निहोत्री ने कहा कि यूरिन टेस्ट करवाने के लिए लोगों को भी आगे आने की जरूरत है. इसलिए सभी का सहयोग भी मिलना चाहिए है.
बता दें कि हमीरपुर में नशे का कारोबार स्कूलों और कॉलेजों में लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले 15 दिनों में ही लाखों रुपये की स्मैक और चरस के साथ दो दर्जन लोगों को भी पकड़ा है. वहीं, एनआईटी हमीरपुर में एक एमटेक छात्र की मौत भी ओवरडोज से हो चुकी है. जिसके बाद से स्वास्थ विभाग एक्शन मोड में है और अब शिक्षा विभाग स्कूलों में जाकर ड्रग टेस्ट कराएगी.