हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में आपदा से बचाव के लिए हमीरपुर जिले के नन्हें वैज्ञानिकों ने अपनी सोच से एक बेहतरीन मॉडल तैयार किया है, जिससे आपदा आने पर न केवल अलर्ट मिलेगा, बल्कि मौके पर बचाव भी हो सकेगा. हमीरपुर के बाल स्कूल में चल रहे तीन दिवसीय जिला स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन के दौरान सीनियर सेकेंडरी स्कूल डिडवीं के छात्रों ने स्मार्ट ब्रिज बनाकर सबको हैरान कर दिया हैं. दरअसल, बाढ़ आने की स्थिति में जहां स्मार्ट ब्रिज अपने आप ही पिलरों के सहारे ऊपर हो जाएगा. वहीं, लोगों को एसएमएस के माध्यम से बाढ़ आने की सूचना देगा. साथ ही कई किमी तक अलार्म सिस्टम से भी लोगों को अलर्ट किया जाएगा.
मॉडल तैयार करने वाली छात्रा आन्या ने बताया कि स्मार्ट ब्रिज के माध्यम से 100 किमी तक अलर्ट किया जा सकता है. वहीं, अलार्म के माध्यम से लोगों को आपदा की जानकारी मिलेगी. छात्रा ने बताया कि बरसात में पुलों को नुकसान नहीं होगा, क्योंकि पुल के किनारों पर पिलरों में लगे सेंसर से पुल को बचाया जा सकेगा. साथ ही एक एसएमएस भी लोगों को समय पर मिल सकेगा, ताकि जान और माल दोनों को बचाया जा सके.
वहीं, छात्र राजकुमार ने बताया कि बाढ़ आने के समय में कैसे बचाव किया जाए? इसको लेकर मॉडल तैयार किया गया है. छात्र ने बताया कि आपदा आने के समय में सेंसर के माध्यम से अलर्ट मिलेगा. पूर्णिमा ने बताया कि बाढ़ आने पर पुल के पास लगे हुए सेंसरों के द्वारा काम किया जाएगा और पुल अपने आप ही लिफ्ट हो जाएगा. उन्होंने बताया कि ऑटोमेटिक सिस्टम लिफ्ट में होने के लिए छात्रों ने अच्छा काम किया है.